Logo
Whalesbook
HomeStocksNewsPremiumAbout UsContact Us

RBI ने घटाई ब्याज दरें! अर्थव्यवस्था में तेज़ी के साथ सस्ते होंगे लोन - आपके लिए इसका क्या मतलब है!

Economy|5th December 2025, 5:47 AM
Logo
AuthorAditi Singh | Whalesbook News Team

Overview

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए रेपो रेट में 25 आधार अंकों की कटौती कर इसे 5.25% कर दिया है, जो दूसरी तिमाही में 8.2% के उच्च स्तर पर था। अक्टूबर 2025 में खुदरा मुद्रास्फीति (रिटेल इन्फ्लेशन) के ऐतिहासिक रूप से निम्न स्तर 0.25% पर रहने के साथ, केंद्रीय बैंक को उम्मीद है कि हाउसिंग, ऑटो और वाणिज्यिक लोन अधिक किफायती हो जाएंगे। RBI ने अपने विकास अनुमान को भी बढ़ाकर 7.3% कर दिया है। हालांकि, रुपये की गिरावट को लेकर चिंता बनी हुई है।

RBI ने घटाई ब्याज दरें! अर्थव्यवस्था में तेज़ी के साथ सस्ते होंगे लोन - आपके लिए इसका क्या मतलब है!

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने एक महत्वपूर्ण मौद्रिक नीति (monetary policy) की घोषणा की है, जिसमें उसने अपनी प्रमुख अल्पकालिक उधारी दर, रेपो रेट, को 25 आधार अंकों (basis points) से घटाकर 5.25% कर दिया है। इस कदम का उद्देश्य आर्थिक विकास को और बढ़ावा देना है, जो चालू वित्तीय वर्ष की दूसरी तिमाही (Q2) में प्रभावशाली 8.2% पर पहुंच गया था।

यह निर्णय मौद्रिक नीति समिति (Monetary Policy Committee - MPC) ने वित्तीय वर्ष के लिए अपनी पांचवीं द्विमासिक मौद्रिक नीति घोषणा के दौरान लिया। RBI गवर्नर संजय मल्होत्रा ने कहा कि समिति ने सर्वसम्मति से दर कटौती के पक्ष में मतदान किया और मौद्रिक नीति रुख (stance) को तटस्थ (neutral) बनाए रखा।

निर्णय को गति देने वाले आर्थिक संकेतक

  • दर कटौती को खुदरा मुद्रास्फीति (retail inflation) में लगातार गिरावट का समर्थन प्राप्त है। उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) आधारित मुख्य खुदरा मुद्रास्फीति पिछले तीन महीनों से सरकार द्वारा अनिवार्य 2% की निचली सीमा से नीचे रही है।
  • भारत की खुदरा मुद्रास्फीति अक्टूबर 2025 में घटकर 0.25% के ऐतिहासिक निचले स्तर पर आ गई, जो CPI श्रृंखला शुरू होने के बाद का सबसे निचला स्तर है।
  • इस निम्न मुद्रास्फीति के माहौल ने, मजबूत GDP वृद्धि के साथ मिलकर, केंद्रीय बैंक को मौद्रिक नीति को आसान बनाने का अवसर प्रदान किया।

सस्ते लोन की उम्मीद

  • रेपो रेट में कमी से उपभोक्ताओं और व्यवसायों के लिए उधार लेने की लागत (borrowing costs) कम होने की उम्मीद है।
  • आवास ऋण (housing loans), कार ऋण (auto loans) और वाणिज्यिक ऋण (commercial loans) सहित अग्रिम (advances) सस्ते होने की उम्मीद है।
  • इससे बड़ी खरीदारी (big-ticket purchases) की मांग को बढ़ावा मिलेगा और व्यावसायिक निवेश (business investment) बढ़ेगा।

विकास अनुमान को ऊपर की ओर संशोधित किया गया

  • RBI ने चालू वित्तीय वर्ष के लिए भारत की आर्थिक वृद्धि के अनुमान को काफी बढ़ा दिया है।
  • नया विकास पूर्वानुमान 6.8% के पिछले अनुमान से बढ़कर 7.3% हो गया है।
  • यह आशावादी दृष्टिकोण अर्थव्यवस्था के लचीलेपन (resilience) और विकास की गति (growth momentum) में विश्वास को दर्शाता है।

रुपये की गिरावट को लेकर चिंताएं

  • सकारात्मक आर्थिक संकेतकों के बावजूद, भारतीय रुपये में काफी गिरावट (depreciation) आई है।
  • इस सप्ताह की शुरुआत में रुपया ऐतिहासिक निम्न स्तर पर पहुंच गया, जो अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 90 को पार कर गया, जिससे आयात (imports) अधिक महंगे हो गए।
  • इस मुद्रा के कमजोर होने से आयातित मुद्रास्फीति (imported inflation) में संभावित वृद्धि को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं, जो घरेलू मुद्रास्फीति के कुछ लाभों को निष्प्रभावी कर सकती है।
  • रुपये में साल-दर-तारीख (year-to-date) लगभग 5% की गिरावट आई है।

नरमी (Easing) की पृष्ठभूमि

  • यह दर कटौती, गिरती खुदरा मुद्रास्फीति के बीच RBI द्वारा उठाए गए नरमी के उपायों की एक श्रृंखला का हिस्सा है।
  • केंद्रीय बैंक ने पहले फरवरी और अप्रैल में 25-25 आधार अंकों की कटौती की थी, जिसके बाद जून में 50 आधार अंकों की कटौती हुई थी।
  • खुदरा मुद्रास्फीति फरवरी से 4% के लक्ष्य स्तर से नीचे बनी हुई है।

प्रभाव

  • इस नीतिगत निर्णय से ऋण (credit) को अधिक सुलभ और किफायती बनाकर आर्थिक गतिविधियों को महत्वपूर्ण बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।
  • उपभोक्ताओं को ऋण पर कम EMI देखने को मिल सकती है, जिससे खर्च योग्य आय (disposable income) बढ़ सकती है और खर्च को प्रोत्साहित किया जा सकता है।
  • व्यवसाय कम वित्तपोषण लागत (funding costs) से लाभान्वित हो सकते हैं, जिससे निवेश और विस्तार बढ़ सकता है।
  • हालांकि, गिरता हुआ रुपया आयातित मुद्रास्फीति का जोखिम पैदा करता है, जिससे केंद्रीय बैंक के मुद्रास्फीति प्रबंधन लक्ष्यों पर दबाव डाल सकता है।
  • अनुकूल मौद्रिक नीति (accommodative monetary policy) के कारण समग्र बाजार भावना (market sentiment) में सुधार हो सकता है, लेकिन मुद्रा बाजार की अस्थिरता (volatility) चिंता का विषय बनी रह सकती है।
  • प्रभाव रेटिंग: 7/10

No stocks found.


Healthcare/Biotech Sector

फार्मा दिग्गज GSK की भारत में जोरदार वापसी: कैंसर और लिवर की सफलताओं के साथ ₹8000 करोड़ राजस्व का लक्ष्य!

फार्मा दिग्गज GSK की भारत में जोरदार वापसी: कैंसर और लिवर की सफलताओं के साथ ₹8000 करोड़ राजस्व का लक्ष्य!

फार्मा डील अलर्ट: PeakXV ने La Renon से एग्जिट किया, Creador और Siguler Guff ने ₹800 करोड़ का निवेश किया हेल्थकेयर मेजर में!

फार्मा डील अलर्ट: PeakXV ने La Renon से एग्जिट किया, Creador और Siguler Guff ने ₹800 करोड़ का निवेश किया हेल्थकेयर मेजर में!

पार्क हॉस्पिटल IPO अलर्ट! ₹920 करोड़ का हेल्थकेयर दिग्गज 10 दिसंबर को खुलेगा – इस धन अवसर को हाथ से जाने न दें!

पार्क हॉस्पिटल IPO अलर्ट! ₹920 करोड़ का हेल्थकेयर दिग्गज 10 दिसंबर को खुलेगा – इस धन अवसर को हाथ से जाने न दें!

Formulations driving drug export growth: Pharmexcil chairman Namit Joshi

Formulations driving drug export growth: Pharmexcil chairman Namit Joshi


Auto Sector

E-motorcycle company Ultraviolette raises $45 milion

E-motorcycle company Ultraviolette raises $45 milion

गोल्डमैन सैक्स ने किया खुलासा Maruti Suzuki का अगला बड़ा कदम: ₹19,000 के टारगेट के साथ टॉप पिक!

गोल्डमैन सैक्स ने किया खुलासा Maruti Suzuki का अगला बड़ा कदम: ₹19,000 के टारगेट के साथ टॉप पिक!

श्रीराम पिस्टन्स का बड़ा सौदा: ग्रुपो एंटोलिन इंडिया का ₹1,670 करोड़ में अधिग्रहण - निवेशकों के लिए अलर्ट!

श्रीराम पिस्टन्स का बड़ा सौदा: ग्रुपो एंटोलिन इंडिया का ₹1,670 करोड़ में अधिग्रहण - निवेशकों के लिए अलर्ट!

चौंकाने वाला अधिग्रहण! श्री राम पिस्टन्स एंड रिंग्स का स्टॉक बड़ी डील के बाद रिकॉर्ड ऊंचाई के करीब पहुंचा!

चौंकाने वाला अधिग्रहण! श्री राम पिस्टन्स एंड रिंग्स का स्टॉक बड़ी डील के बाद रिकॉर्ड ऊंचाई के करीब पहुंचा!

GET INSTANT STOCK ALERTS ON WHATSAPP FOR YOUR PORTFOLIO STOCKS
applegoogle
applegoogle

More from Economy

भारत की अर्थव्यवस्था में उछाल: विकास दर 7.3% पर पहुंची, मुद्रास्फीति ऐतिहासिक रूप से गिरकर 2% पर!

Economy

भारत की अर्थव्यवस्था में उछाल: विकास दर 7.3% पर पहुंची, मुद्रास्फीति ऐतिहासिक रूप से गिरकर 2% पर!

क्या बड़ी ग्रोथ आने वाली है? कंपनी FY26 तक इंडस्ट्री की गति से दोगुनी रफ्तार से बढ़ने को लेकर आश्वस्त - यह साहसिक भविष्यवाणी जिस पर निवेशकों की नज़र है!

Economy

क्या बड़ी ग्रोथ आने वाली है? कंपनी FY26 तक इंडस्ट्री की गति से दोगुनी रफ्तार से बढ़ने को लेकर आश्वस्त - यह साहसिक भविष्यवाणी जिस पर निवेशकों की नज़र है!

वैश्विक पूंजी के लिए भारत का प्रवेश द्वार? केमैन आइलैंड्स ने $15 अरब के निवेश के लिए SEBI के साथ समझौते का प्रस्ताव दिया!

Economy

वैश्विक पूंजी के लिए भारत का प्रवेश द्वार? केमैन आइलैंड्स ने $15 अरब के निवेश के लिए SEBI के साथ समझौते का प्रस्ताव दिया!

RBI की दर का सवाल: महंगाई कम, रुपया गिरा – भारतीय बाज़ारों के लिए आगे क्या?

Economy

RBI की दर का सवाल: महंगाई कम, रुपया गिरा – भारतीय बाज़ारों के लिए आगे क्या?

भारत का बाज़ार दहाड़ रहा है: जियो का रिकॉर्ड IPO, TCS और OpenAI के साथ AI बूम, जबकि EV दिग्गजों को चुनौतियों का सामना!

Economy

भारत का बाज़ार दहाड़ रहा है: जियो का रिकॉर्ड IPO, TCS और OpenAI के साथ AI बूम, जबकि EV दिग्गजों को चुनौतियों का सामना!

RBI का बड़ा झटका! रेपो रेट में कटौती! भारतीय अर्थव्यवस्था 'गोल्डीलॉक्स' ज़ोन में - GDP में उछाल, महंगाई में भारी गिरावट!

Economy

RBI का बड़ा झटका! रेपो रेट में कटौती! भारतीय अर्थव्यवस्था 'गोल्डीलॉक्स' ज़ोन में - GDP में उछाल, महंगाई में भारी गिरावट!


Latest News

अडानी, JSW, वेदांता भी हाइड्रो पावर एसेट के लिए कड़ी बोली में शामिल! बोलियां ₹3000 करोड़ के पार!

Energy

अडानी, JSW, वेदांता भी हाइड्रो पावर एसेट के लिए कड़ी बोली में शामिल! बोलियां ₹3000 करोड़ के पार!

कर्नाटक बैंक स्टॉक: क्या यह वाकई अंडरवैल्यूड है? नवीनतम मूल्यांकन और Q2 परिणाम देखें!

Banking/Finance

कर्नाटक बैंक स्टॉक: क्या यह वाकई अंडरवैल्यूड है? नवीनतम मूल्यांकन और Q2 परिणाम देखें!

यूरोप का ग्रीन टैक्स झटका: भारत के स्टील निर्यात पर संकट, मिल्स नए बाज़ारों की तलाश में!

Industrial Goods/Services

यूरोप का ग्रीन टैक्स झटका: भारत के स्टील निर्यात पर संकट, मिल्स नए बाज़ारों की तलाश में!

भारत के स्टार्टअप्स में 2025 का बड़ा झटका: प्रमुख संस्थापक क्यों छोड़ रहे हैं अपनी भूमिका!

Startups/VC

भारत के स्टार्टअप्स में 2025 का बड़ा झटका: प्रमुख संस्थापक क्यों छोड़ रहे हैं अपनी भूमिका!

रूस की स्बेरबैंक ने Nifty50 फंड के साथ भारतीय शेयर बाजार को खुदरा निवेशकों के लिए खोला!

Mutual Funds

रूस की स्बेरबैंक ने Nifty50 फंड के साथ भारतीय शेयर बाजार को खुदरा निवेशकों के लिए खोला!

RBI ने रेपो रेट घटाकर 5.25% किया! होम लोन ईएमआई में आएगी भारी कमी! कर्जदारों को मिलेगी भारी बचत और प्रॉपर्टी मार्केट को मिलेगा बूस्ट!

Real Estate

RBI ने रेपो रेट घटाकर 5.25% किया! होम लोन ईएमआई में आएगी भारी कमी! कर्जदारों को मिलेगी भारी बचत और प्रॉपर्टी मार्केट को मिलेगा बूस्ट!