Logo
Whalesbook
HomeStocksNewsPremiumAbout UsContact Us

RBI ने किया अप्रत्याशित दर में कटौती! रियलटी और बैंक स्टॉक्स में उछाल – क्या यह आपके निवेश का संकेत है?

Economy|5th December 2025, 6:50 AM
Logo
AuthorSatyam Jha | Whalesbook News Team

Overview

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने रेपो रेट में 25 बेसिस पॉइंट्स की महत्वपूर्ण कटौती की घोषणा की है, जिससे यह 5.25% हो गया है। भारत की अर्थव्यवस्था की आठ तिमाही की सबसे बड़ी 8.2% वृद्धि दर्ज होने के बाद यह कदम उठाया गया है, जिसने निवेशकों की भावना को बढ़ावा दिया है। रियलटी, बैंकिंग, ऑटो और एनबीएफसी स्टॉक्स में तेजी देखी जा रही है, जिसमें निफ्टी रियलटी सबसे बड़ा सेक्टरल गेनर रहा। कम ब्याज दरों से घर के ऋण सस्ते होने और व्यवसायों के लिए उधार लेने की लागत कम होने की उम्मीद है।

RBI ने किया अप्रत्याशित दर में कटौती! रियलटी और बैंक स्टॉक्स में उछाल – क्या यह आपके निवेश का संकेत है?

Stocks Mentioned

Bajaj Finance LimitedState Bank of India

RBI ने रेपो रेट में कटौती की, प्रमुख क्षेत्रों को बढ़ावा

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने अपने प्रमुख नीतिगत दर, रेपो रेट में 25 बेसिस पॉइंट की कटौती कर उसे 5.25% कर दिया है। यह निर्णय चालू वित्तीय वर्ष की पांचवीं द्वि-मासिक मौद्रिक नीति समीक्षा के दौरान लिया गया। यह घोषणा मजबूत आर्थिक विकास के आंकड़ों के बाद आई है, जिसमें भारत की अर्थव्यवस्था ने दूसरी तिमाही में 8.2% की वृद्धि दर्ज की, जो छह तिमाहियों का उच्च स्तर है।

नीतिगत निर्णय का विवरण

  • आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा ने मौद्रिक नीति समिति (MPC) का सर्वसम्मति से लिया गया फैसला सुनाया कि अल्पावधि उधार दर कम की जाएगी।
  • भारतीय रुपये के अवमूल्यन की चिंताओं के बावजूद, केंद्रीय बैंक ने तटस्थ मौद्रिक नीति का रुख बनाए रखा।
  • इस दर कटौती से आर्थिक गतिविधि को बढ़ावा मिलने और विकास को समर्थन मिलने की उम्मीद है।

रियल एस्टेट पर प्रभाव

रियल एस्टेट क्षेत्र को इस दर कटौती से महत्वपूर्ण बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।

  • गृह ऋणों पर कम ब्याज दरों से संपत्ति खरीदना अधिक किफायती हो जाएगा, जिससे आवास की मांग बढ़ेगी।
  • डेवलपर्स को भी कम उधार लेने की लागत से लाभ होगा, और वे नए बाजारों में विस्तार कर सकते हैं।
  • प्रेस्टीज एस्टेट्स प्रोजेक्ट्स और डीएलएफ जैसे प्रमुख रियल एस्टेट स्टॉक्स में क्रमशः 2.25% और 2.07% की वृद्धि देखी गई। ओबेरॉय रियल्टी, मैक्रोटेक डेवलपर्स, गोदरेज प्रॉपर्टीज और शोभा जैसे अन्य डेवलपर्स में भी वृद्धि हुई।
  • पंकज जैन, संस्थापक और सीएमडी, एसपीजे ग्रुप ने कहा कि रेपो दर में कमी से इस क्षेत्र को काफी बढ़ावा मिलेगा, अधिक खरीदारों को प्रोत्साहित किया जाएगा और डेवलपर्स की विस्तार योजनाओं का समर्थन किया जाएगा।

बैंकिंग और वित्तीय सेवाओं को बढ़ावा

नीतिगत घोषणा के बाद वित्तीय सेवाओं और बैंकिंग शेयरों में भी सकारात्मक हलचल देखी गई।

  • निफ्टी फाइनेंशियल सर्विसेज इंडेक्स 0.8% बढ़ा, जबकि बैंक निफ्टी और पीएसयू बैंक इंडेक्स क्रमशः 0.5% और 0.8% बढ़े।
  • कम उधार लेने की लागत से ऋण की मांग बढ़ने और बैंकों व एनबीएफसी के लिए धन की कमी का दबाव कम होने की उम्मीद है।
  • वित्तीय सेवा क्षेत्र में, श्रीराम फाइनेंस और एसबीआई कार्ड्स 3% तक बढ़े।
  • पंजाब नेशनल बैंक और स्टेट बैंक ऑफ इंडिया बैंक निफ्टी में प्रमुख प्रदर्शन करने वालों में से थे।
  • बजाज फाइनेंस और मुथूट फाइनेंस ने एनबीएफसी सेगमेंट में 2% तक की बढ़त हासिल की।

ऑटो सेक्टर को लाभ

ऑटो सेक्टर भी ब्याज दरों के प्रति संवेदनशील है और आसानी से उपलब्ध क्रेडिट से लाभान्वित होगा।

  • अधिक किफायती क्रेडिट उपभोक्ताओं को वाहन खरीदने के लिए प्रोत्साहित करेगा, जिससे ऑटो कंपनियों को लाभ होगा।
  • ऑटो इंडेक्स में 0.5% की मामूली वृद्धि देखी गई।

प्रभाव

RBI की इस नीतिगत कदम से उधार लेने की लागत कम करके रियल एस्टेट और बैंकिंग जैसे ब्याज-संवेदनशील क्षेत्रों को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है, जिससे संभावित रूप से उपभोक्ता खर्च और व्यावसायिक निवेश में वृद्धि हो सकती है। इससे व्यापक बाजार लाभ और आर्थिक तेजी आ सकती है। प्रभाव रेटिंग: 8/10।

कठिन शब्दों की व्याख्या

  • रेपो रेट: वह ब्याज दर जिस पर भारतीय रिजर्व बैंक वाणिज्यिक बैंकों को पैसा उधार देता है।
  • बेसिस पॉइंट्स (bps): वित्त में उपयोग की जाने वाली माप की एक इकाई, जो किसी वित्तीय साधन में प्रतिशत परिवर्तन को दर्शाती है। एक बेसिस पॉइंट 0.01% (1/100वां प्रतिशत) के बराबर होता है।
  • मौद्रिक नीति समिति (MPC): भारत में बेंचमार्क ब्याज दर (रेपो दर) निर्धारित करने के लिए जिम्मेदार समिति।
  • तटस्थ रुख: एक मौद्रिक नीति रुख जहां केंद्रीय बैंक अत्यधिक उदार या सख्त हुए बिना मुद्रास्फीति को लक्षित स्तर पर बनाए रखने का लक्ष्य रखता है।
  • अवमूल्यन: जब किसी मुद्रा का मूल्य दूसरी मुद्रा की तुलना में कम हो जाता है।
  • NBFC (गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी): एक वित्तीय संस्थान जो बैंकिंग जैसी सेवाएं प्रदान करता है, लेकिन उसके पास बैंकिंग लाइसेंस नहीं होता है।

No stocks found.


Transportation Sector

इंडिगो स्टॉक में भारी गिरावट! विश्लेषक ने 5000 रुपये तक गिरने की चेतावनी दी - क्या यह खरीदने का अवसर है या खतरे का संकेत?

इंडिगो स्टॉक में भारी गिरावट! विश्लेषक ने 5000 रुपये तक गिरने की चेतावनी दी - क्या यह खरीदने का अवसर है या खतरे का संकेत?

भारत का EV बैटरी स्वैपिंग बाज़ार: एक संस्थापक ने किया खुलासा, $2 बिलियन+ अवसर का अनुमान गलत!

भारत का EV बैटरी स्वैपिंग बाज़ार: एक संस्थापक ने किया खुलासा, $2 बिलियन+ अवसर का अनुमान गलत!

इंडिगो में अफरातफरी: सीईओ ने सरकारी जांच के बीच दिसंबर मध्य तक पूरी सामान्य स्थिति का वादा किया!

इंडिगो में अफरातफरी: सीईओ ने सरकारी जांच के बीच दिसंबर मध्य तक पूरी सामान्य स्थिति का वादा किया!

इंडिगो की अव्यवस्था से आसमान छूते किराए! 1000+ उड़ानें रद्द, हवाई किराया 15 गुना बढ़ा!

इंडिगो की अव्यवस्था से आसमान छूते किराए! 1000+ उड़ानें रद्द, हवाई किराया 15 गुना बढ़ा!

इंडिगो की फ्लाइट्स में हंगामे से शेयर 7% गिरे, पायलट नियमों का संकट!

इंडिगो की फ्लाइट्स में हंगामे से शेयर 7% गिरे, पायलट नियमों का संकट!

इंडिगो फ्लाइट्स में गड़बड़ी: रद्दीकरण के बीच शेयर की कीमतों में गिरावट - क्या यह एंट्री का सुनहरा मौका है?

इंडिगो फ्लाइट्स में गड़बड़ी: रद्दीकरण के बीच शेयर की कीमतों में गिरावट - क्या यह एंट्री का सुनहरा मौका है?


Tourism Sector

BAT की ITC होटल्स में ₹3,800 करोड़ की बड़ी हिस्सेदारी बिक्री: निवेशकों को अब क्या जानना ज़रूरी है!

BAT की ITC होटल्स में ₹3,800 करोड़ की बड़ी हिस्सेदारी बिक्री: निवेशकों को अब क्या जानना ज़रूरी है!

GET INSTANT STOCK ALERTS ON WHATSAPP FOR YOUR PORTFOLIO STOCKS
applegoogle
applegoogle

More from Economy

चौंकाने वाली खबर: भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में अरबों की गिरावट! आपकी जेब पर इसका क्या असर पड़ेगा?

Economy

चौंकाने वाली खबर: भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में अरबों की गिरावट! आपकी जेब पर इसका क्या असर पड़ेगा?

भारत और रूस ने 5 साल का बड़ा समझौता किया: $100 अरब व्यापार लक्ष्य और ऊर्जा सुरक्षा को बढ़ावा!

Economy

भारत और रूस ने 5 साल का बड़ा समझौता किया: $100 अरब व्यापार लक्ष्य और ऊर्जा सुरक्षा को बढ़ावा!

क्या बड़ी ग्रोथ आने वाली है? कंपनी FY26 तक इंडस्ट्री की गति से दोगुनी रफ्तार से बढ़ने को लेकर आश्वस्त - यह साहसिक भविष्यवाणी जिस पर निवेशकों की नज़र है!

Economy

क्या बड़ी ग्रोथ आने वाली है? कंपनी FY26 तक इंडस्ट्री की गति से दोगुनी रफ्तार से बढ़ने को लेकर आश्वस्त - यह साहसिक भविष्यवाणी जिस पर निवेशकों की नज़र है!

RBI ने गिराया महंगाई का बम! पूर्वानुमान घटा, दरें कम – आपके निवेश की रणनीति बदली!

Economy

RBI ने गिराया महंगाई का बम! पूर्वानुमान घटा, दरें कम – आपके निवेश की रणनीति बदली!

रुपया 90 के पार! RBI के बड़े कदम से करेंसी में आई लहर - निवेशकों को अभी क्या जानना ज़रूरी है!

Economy

रुपया 90 के पार! RBI के बड़े कदम से करेंसी में आई लहर - निवेशकों को अभी क्या जानना ज़रूरी है!

भारत के वेतन कानून में क्रांति: नया वैधानिक न्यूनतम वेतन बेहतर भुगतान और कम पलायन का वादा करता है!

Economy

भारत के वेतन कानून में क्रांति: नया वैधानिक न्यूनतम वेतन बेहतर भुगतान और कम पलायन का वादा करता है!


Latest News

Zepto की स्टॉक मार्केट में एंट्री की तैयारी! यूनिकॉर्न बोर्ड ने पब्लिक कन्वर्जन को मंजूरी दी - क्या अब IPO आएगा?

Startups/VC

Zepto की स्टॉक मार्केट में एंट्री की तैयारी! यूनिकॉर्न बोर्ड ने पब्लिक कन्वर्जन को मंजूरी दी - क्या अब IPO आएगा?

महिंद्रा लॉजिस्टिक्स का विस्तार: तेलंगाना डील से टियर-II/III ग्रोथ को मिली गति!

Industrial Goods/Services

महिंद्रा लॉजिस्टिक्स का विस्तार: तेलंगाना डील से टियर-II/III ग्रोथ को मिली गति!

वनकार्ड रुका! डेटा मानदंडों पर RBI ने जारी करने पर लगाई रोक – फिनटेक का आगे क्या?

Banking/Finance

वनकार्ड रुका! डेटा मानदंडों पर RBI ने जारी करने पर लगाई रोक – फिनटेक का आगे क्या?

सरकार ने सरकारी बैंकों को निर्देश दिया: अगले वित्त वर्ष में स्टॉक मार्केट आईपीओ के लिए तैयार हों रीजनल रूरल बैंक्स!

Banking/Finance

सरकार ने सरकारी बैंकों को निर्देश दिया: अगले वित्त वर्ष में स्टॉक मार्केट आईपीओ के लिए तैयार हों रीजनल रूरल बैंक्स!

स्क्वायर यार्ड्स $1B यूनिकॉर्न बनने के करीब: $35 मिलियन जुटाए, IPO की तैयारी!

Real Estate

स्क्वायर यार्ड्स $1B यूनिकॉर्न बनने के करीब: $35 मिलियन जुटाए, IPO की तैयारी!

₹2,000 SIP बढ़कर ₹5 करोड़ हुई! जानिए वह कौन सा फंड है जिसने यह संभव बनाया

Mutual Funds

₹2,000 SIP बढ़कर ₹5 करोड़ हुई! जानिए वह कौन सा फंड है जिसने यह संभव बनाया