भारतीय बाजारों में वापसी! अमेरिकी दर कटौती की उम्मीदों पर IT स्टॉक्स चमके, RBI पॉलिसी का इंतज़ार - निवेशकों को क्या जानना चाहिए!
Overview
गुरुवार को भारतीय शेयर बाजारों में रिकवरी देखी गई, प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी50 ने शुरुआती नुकसान के बाद तेजी के साथ क्लोजिंग की। इस रिकवरी का नेतृत्व सूचना प्रौद्योगिकी (IT) स्टॉक्स में मजबूत बढ़त ने किया, जो अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा संभावित ब्याज दर कटौती की नवीनीकृत आशाओं से प्रेरित थी। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की नीतिगत घोषणा से पहले निवेशक सतर्क रहे, जबकि मुद्रा की चाल और एफआईआई प्रवाह भी भावना को प्रभावित कर रहे थे।
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भारतीय बाजार में वापसी, IT स्टॉक्स ने अमेरिकी फेड की अटकलों पर बढ़त हासिल की
भारतीय शेयर बाजारों ने गुरुवार को ट्रेडिंग सत्र सकारात्मक नोट पर समाप्त किया, शुरुआती नुकसान को पलटते हुए तेजी के साथ बंद हुए। बेंचमार्क एसएंडपी बीएसई सेंसेक्स 158.51 अंक बढ़कर 85,265.32 पर बंद हुआ, जबकि एनएसई निफ्टी50 ने 47.75 अंक की बढ़त हासिल की और दिन की क्लोजिंग 26,033.75 पर हुई। यह रिकवरी मुख्य रूप से सूचना प्रौद्योगिकी (IT) क्षेत्र में उछाल के कारण हुई, जो अमेरिकी फेडरल रिजर्व से ब्याज दरों में कटौती की नई उम्मीदों से प्रेरित थी।
बाजार प्रदर्शन
- एसएंडपी बीएसई सेंसेक्स 158.51 अंक बढ़कर 85,265.32 पर बंद हुआ।
- एनएसई निफ्टी50 47.75 अंक बढ़कर 26,033.75 पर बंद हुआ।
- मिश्रित वैश्विक संकेतों और मुद्रा दबावों के कारण शुरुआती कमजोरी से बाजारों में सुधार हुआ।
मुख्य चालक
- अमेरिकी फेड रेट कट की उम्मीदें: अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा इस साल के अंत में ब्याज दरों में कटौती की संभावना को लेकर नवीनीकृत आशाओं ने विशेष रूप से IT जैसे निर्यात-उन्मुख क्षेत्रों के लिए निवेशक भावना को काफी बढ़ावा दिया।
- मुद्रा में उतार-चढ़ाव: हालांकि रुपया शुरू में कमजोर हुआ था, लेकिन RBI की तत्काल दर कटौती की उम्मीदें कम होने के बाद इसमें आई मामूली रिकवरी ने मुद्रा को और नतीजतन बाजारों को कुछ समर्थन प्रदान किया।
- एफआईआई बहिर्वाह: विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) से लगातार बहिर्वाह (outflows) भावना पर दबाव बने रहे, हालांकि इससे बाजार की रिकवरी नहीं रुकी।
- RBI पॉलिसी पर सतर्कता: निवेशक रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की मौद्रिक नीति समिति (MPC) के निर्णय का इंतजार करते हुए सतर्क रहे, जबकि व्यापक रूप से अनुमानित दर कटौती से अधिक महत्वपूर्ण नीतिगत टिप्पणियाँ थीं।
सेक्टर स्पॉटलाइट: सूचना प्रौद्योगिकी (IT)
- IT क्षेत्र आज का स्टार परफॉर्मर रहा। टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज ने 1.54% की बढ़त के साथ इस क्षेत्र का नेतृत्व किया।
- अन्य प्रमुख IT कंपनियों में भी ऊपर की ओर रुझान देखा गया: टेक महिंद्रा 1.28% चढ़ा, इंफोसिस 1.24% बढ़ा, और एचसीएलटेक में 0.89% की वृद्धि हुई।
- इस आउटपरफॉर्मेंस का श्रेय अमेरिकी ब्याज दरों पर सकारात्मक दृष्टिकोण और अनुकूल मुद्रा आंदोलनों को दिया गया।
शीर्ष गेनर और लूजर
- भारती एयरटेल शीर्ष पांच गेनर में से एक था, जिसने 0.83% की बढ़त के साथ बाजार की भावना को समर्थन दिया।
- गिरावट की ओर, मारुति सुजुकी दिन का सबसे खराब प्रदर्शन करने वाला स्टॉक रहा, जिसमें 0.71% की गिरावट आई।
- अन्य उल्लेखनीय गिरावट वाले शेयरों में एटरना (0.69% नीचे), कोटक महिंद्रा बैंक (0.53% नीचे), टाइटन (0.44% नीचे), और आईसीआईसीआई बैंक (0.35% नीचे) शामिल थे।
विश्लेषक का दृष्टिकोण
- जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के रिसर्च हेड विनोद नायर ने नोट किया कि शुरुआती बढ़त को रुपये की कमजोरी और एफआईआई बहिर्वाह ने सीमित कर दिया था, लेकिन IT स्टॉक्स फेड रेट कट की उम्मीदों पर चढ़े।
- रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के रिसर्च के एसवीपी अजीत मिश्रा ने रेखांकित किया कि रुपये की कमजोरी और एमपीसी नीति के परिणाम से पहले की सतर्कता से भावना पर दबाव पड़ रहा है। उन्होंने आगे कहा कि 25 आधार अंकों की दर कटौती को काफी हद तक मूल्य में शामिल (priced in) कर लिया गया है, इसलिए RBI समिति की टिप्पणियाँ बाजार की दिशा के लिए महत्वपूर्ण होंगी।
भविष्य की उम्मीदें
- अब ध्यान पूरी तरह से RBI की MPC के परिणाम और इसके आगे के मार्गदर्शन पर है।
- किसी भी अप्रत्याशित टिप्पणी या बाजार की उम्मीदों से विचलन महत्वपूर्ण बाजार चालें शुरू कर सकता है।
प्रभाव
- आज की रिकवरी, जिसका नेतृत्व IT स्टॉक्स ने किया, ने निवेशकों के विश्वास को अस्थायी बढ़ावा दिया।
- हालांकि, रुपये में गिरावट, एफआईआई बहिर्वाह और आगामी RBI नीति परिणाम जैसी मौजूदा चिंताएं निरंतर अस्थिरता का सुझाव देती हैं।
- संभावित अमेरिकी दर कटौती से सकारात्मक भावना IT और अन्य निर्यात-उन्मुख क्षेत्रों के लिए एक सहायक पृष्ठभूमि प्रदान कर सकती है।
- प्रभाव रेटिंग: 7/10

