Transportation
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Updated on 05 Nov 2025, 09:43 am
Reviewed By
Abhay Singh | Whalesbook News Team
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भारतीय लॉजिस्टिक्स क्षेत्र के एक प्रमुख खिलाड़ी, ब्लैकबक ने वित्तीय वर्ष 2026 (Q2 FY26) की अपनी दूसरी तिमाही में एक महत्वपूर्ण वित्तीय सुधार की सूचना दी है। कंपनी ने 29.2 करोड़ रुपये का मुनाफा दर्ज किया, जो पिछले साल की इसी तिमाही में दर्ज 308.4 करोड़ रुपये के घाटे से एक बड़ी बढ़ोतरी है। यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि पिछले साल के नतीजे 320.7 करोड़ रुपये के एकमुश्त शेयर-आधारित भुगतान व्यय से काफी प्रभावित हुए थे। इसे छोड़कर, पिछले साल का मुनाफा 12 करोड़ रुपये होता। कंपनी की टॉप लाइन ने भी मजबूत वृद्धि दिखाई, जिसमें परिचालन राजस्व 151.1 करोड़ रुपये तक पहुंच गया, जो साल-दर-साल 53% की वृद्धि और तिमाही-दर-तिमाही 5% की वृद्धि दर्शाता है। अन्य आय सहित, कुल आय 167.2 करोड़ रुपये रही, जबकि कुल व्यय साल-दर-साल 40% बढ़कर 128.3 करोड़ रुपये हो गया। यह प्रदर्शन बेहतर परिचालन दक्षता और बाजार स्थिति का संकेत देता है।
**प्रभाव** यह खबर लॉजिस्टिक्स क्षेत्र में निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण है, जो कंपनी की घाटे से उबरने और लाभप्रदता हासिल करने की क्षमता को दर्शाती है। यह उद्योग में सकारात्मक रुझानों और अच्छा प्रदर्शन करने वाली लॉजिस्टिक्स कंपनियों के लिए संभावित रूप से उच्च मूल्यांकन का सुझाव देता है। रेटिंग: 7/10।
**परिभाषाएँ**: शेयर-आधारित भुगतान व्यय: यह एक गैर-नकद व्यय है जिसे तब मान्यता दी जाती है जब कोई कंपनी अपने कर्मचारियों या अन्य सेवा प्रदाताओं को मुआवजे के हिस्से के रूप में इक्विटी उपकरण (जैसे स्टॉक विकल्प या प्रतिबंधित स्टॉक यूनिट) प्रदान करती है। यह इन इक्विटी पुरस्कारों की लागत को दर्शाता है।