Transportation
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Updated on 08 Nov 2025, 03:03 pm
Reviewed By
Simar Singh | Whalesbook News Team
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चाइना ईस्टर्न एयरलाइंस रविवार से दिल्ली-शंघाई उड़ान सेवा शुरू करने जा रही है, जो पांच साल के अंतराल के बाद भारत और चीन के बीच सीधी उड़ान संचालन की आधिकारिक बहाली का संकेत देती है। ये सेवाएं मूल रूप से COVID-19 महामारी के कारण 2020 में निलंबित कर दी गई थीं और सीमा विवादों, विशेष रूप से 2020 में गलवान घाटी झड़पों के कारण और देरी हुई थी। राजनयिक और सैन्य वार्ता, और सीमा पर तनाव वाले बिंदुओं से सैनिकों को पीछे हटाने के समझौते के बाद, संबंधों में सुधार हुआ है, जिसने उड़ानों की बहाली का मार्ग प्रशस्त किया है। इंडिगो ने भी अपनी सेवाएं फिर से शुरू कर दी हैं, जिसमें कोलकाता से ग्वांगझू तक की उड़ानें शामिल हैं। प्रभाव: इन उड़ान मार्गों की पुनः स्थापना से अधिक कनेक्टिविटी का दौर शुरू होने की उम्मीद है। इससे भारत, जो कि एक तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है, और चीन के प्रमुख आर्थिक क्षेत्रों, जैसे शंघाई, हांग्जो, यिवू और केकियाओ के बीच लोगों के आपसी संबंध मजबूत होंगे और व्यापार व व्यावसायिक बातचीत को बढ़ावा मिलेगा। चाइना ईस्टर्न एकांतर दिनों में संचालन करेगी, जबकि इंडिगो ग्वांगझू के लिए दैनिक उड़ानें चलाने की योजना बना रही है। इम्पैक्ट रेटिंग: 6/10। हालांकि यह खबर सीधे स्टॉक मूल्य की चाल से संबंधित नहीं है, यह द्विपक्षीय संबंधों में एक सकारात्मक बदलाव का संकेत देती है, जो यात्रा, पर्यटन और व्यापार जैसे क्षेत्रों को अप्रत्यक्ष रूप से लाभ पहुंचा सकती है, जिससे भारतीय बाजार पर एक सकारात्मक भावना का प्रभाव पड़ सकता है।