Transportation
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Updated on 05 Nov 2025, 01:40 am
Reviewed By
Simar Singh | Whalesbook News Team
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बिलासपुर, छत्तीसगढ़ के पास एक गंभीर ट्रेन दुर्घटना में 11 लोगों की जान चली गई है और कई अन्य घायल हुए हैं। यह घटना गेवरा से बिलासपुर जा रही एक मेमू (MEMU) यात्री ट्रेन के साथ हुई, जिसने गटोरा और बिलासपुर स्टेशनों के बीच हावड़ा-मुंबई मार्ग पर खड़ी मालगाड़ी को पीछे से टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि एक यात्री कोच मालगाड़ी के वैगन पर चढ़ गया, और आशंका है कि और भी लोग फंसे हो सकते हैं। अधिकारियों ने बताया कि यात्री ट्रेन 60-70 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही थी जब उसने रेड सिग्नल पार करने के बाद टक्कर मारी। ट्रेन के लोको पायलट, विद्या सागर, की दुर्घटना में मौत हो गई, जबकि सहायक लोको पायलट गंभीर रूप से घायल हो गया। मालगाड़ी के गार्ड ने कूदकर अपनी जान बचाई और उसे मामूली चोटें आईं। इस बात की जांच की जा रही है कि रेड सिग्नल क्यों पार किया गया और आपातकालीन ब्रेक क्यों नहीं लगाए गए। **प्रभाव (Impact):** यह दुर्घटना रेलवे नेटवर्क में महत्वपूर्ण सुरक्षा मुद्दों को उजागर करती है। इससे सुरक्षा प्रोटोकॉल की समीक्षा हो सकती है, ट्रैक प्रबंधन प्रणालियों पर खर्च बढ़ सकता है, और अल्पकालिक रूप से रेलवे-संबंधित बुनियादी ढांचे और परिचालन कंपनियों में निवेशकों के विश्वास को प्रभावित कर सकता है। वित्तीय निहितार्थों में मुआवजे का भुगतान और दुर्घटना जांच और बुनियादी ढांचे की मरम्मत से जुड़ी लागतें भी शामिल हैं। रेटिंग: 7/10. **कठिन शब्दों का स्पष्टीकरण:** * **मेमू (MEMU - Mainline Electric Multiple Unit):** एक प्रकार की इलेक्ट्रिक ट्रेन जिसमें स्व-चालित कोच होते हैं, जिनका उपयोग मुख्य रेलवे लाइनों पर यात्री परिवहन के लिए किया जाता है, आमतौर पर मध्यम दूरी के लिए। * **लोको पायलट:** ट्रेन का चालक या ऑपरेटर। * **रेड सिग्नल:** एक अनिवार्य संकेत जिसके लिए ट्रेन को तुरंत रुकना आवश्यक है और तब तक आगे नहीं बढ़ना जब तक कि अनुमति न मिल जाए। * **रेलवे सुरक्षा आयुक्त (CRS - Commissioner of Railway Safety):** एक स्वतंत्र निकाय जो रेलवे दुर्घटनाओं की जांच करता है और सुरक्षा मामलों पर सलाह देता है। * **अवकाश ग्रहण (Ex gratia):** एक भुगतान जो कानूनी आवश्यकता के बजाय, सद्भावना या नैतिक दायित्व की भावना से स्वेच्छा से किया जाता है।