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तकनीकी खराबी से दिल्ली एयरपोर्ट का संचालन रुका, 100 से ज़्यादा फ़्लाइट्स में देरी

Transportation

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Updated on 07 Nov 2025, 04:41 am

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Reviewed By

Aditi Singh | Whalesbook News Team

Short Description:

दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) सिस्टम में तकनीकी समस्या के कारण आज 100 से ज़्यादा फ़्लाइट्स में देरी हुई। ऑटोमैटिक मैसेज स्विचिंग सिस्टम (AMSS) में आई दिक्कत की वजह से फ़्लाइट प्लान ऑटोमैटिकली जेनरेट नहीं हो पा रहे थे, जिससे कंट्रोलर्स को उन्हें मैन्युअली तैयार करना पड़ा। इससे यात्रियों को काफी परेशानी हुई और स्पाइसजेट, इंडिगो और एयर इंडिया जैसी एयरलाइन्स प्रभावित हुईं। भारत के सबसे व्यस्त एयरपोर्ट पर इस हफ़्ते हुई एक और रुकावट के बाद इस समस्या से संचालन पर दबाव पड़ा है।
तकनीकी खराबी से दिल्ली एयरपोर्ट का संचालन रुका, 100 से ज़्यादा फ़्लाइट्स में देरी

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Stocks Mentioned:

SpiceJet Limited
InterGlobe Aviation Limited

Detailed Coverage:

दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट (IGIA) पर आज बड़े पैमाने पर व्यवधान देखा गया, जिसमें एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) सिस्टम में तकनीकी खराबी के कारण 100 से ज़्यादा फ़्लाइट्स में देरी हुई। आने-जाने वाली दोनों फ़्लाइट्स प्रभावित हुईं, जिससे उड़ानों में औसतन 50 मिनट की देरी हुई। इस घटना से हज़ारों यात्रियों को भारी असुविधा हुई।

समस्या का मुख्य कारण ऑटोमैटिक मैसेज स्विचिंग सिस्टम (AMSS) में आई खराबी थी। यह सिस्टम ऑटो ट्रैक सिस्टम (ATS) को फ़्लाइट डेटा फीड करने के लिए महत्वपूर्ण है, जो फ़्लाइट प्लान तैयार करता है। गुरुवार शाम से, एयर ट्रैफिक कंट्रोलर्स इन प्लान्स को ऑटोमैटिकली प्राप्त नहीं कर पा रहे थे और उन्हें मैन्युअल एंट्री का सहारा लेना पड़ रहा था, जो कि एक धीमी प्रक्रिया है और भीड़भाड़ का कारण बन सकती है।

इस देरी ने दिल्ली से ऑपरेट करने वाली सभी एयरलाइन्स को प्रभावित किया है, जिसमें स्पाइसजेट, इंडिगो और एयर इंडिया ने यात्रियों के लिए एडवाइजरी जारी की हैं। IGIA, जो प्रतिदिन 1,500 से ज़्यादा फ़्लाइट्स हैंडल करता है, पर यह व्यवधान एयरलाइन शेड्यूल और एयरपोर्ट संचालन पर दबाव डालता है। इस हफ़्ते यह दूसरा बड़ा व्यवधान है, जो GPS स्पूफिंग और विंड शिफ्ट के कारण हुई देरी के बाद आया है, जिससे एयर ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम की मज़बूती पर चिंताएं बढ़ गई हैं।

प्रभाव: इस घटना का सीधा असर एयरलाइन्स की ऑपरेशनल एफिशिएंसी और ग्राहक अनुभव पर पड़ता है, जिससे संभावित रूप से लागत बढ़ सकती है और यात्रियों में असंतोष पैदा हो सकता है। व्यापक भारतीय विमानन क्षेत्र के लिए, यह महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे में बार-बार आने वाली कमजोरियों को उजागर करता है। रेटिंग: 7/10

कठिन शब्द: एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC): वह सेवा जो हवाई यातायात का प्रबंधन करती है और विमानों के बीच टकराव को रोकती है। ऑटोमैटिक मैसेज स्विचिंग सिस्टम (AMSS): ATC सिस्टम का एक घटक जो फ़्लाइट डेटा से संबंधित संदेशों के स्वचालित ट्रांसमिशन और स्विचिंग को संभालता है। ऑटो ट्रैक सिस्टम (ATS): एयर ट्रैफिक कंट्रोल में विमानों को ट्रैक करने और फ़्लाइट प्लान जेनरेट करने के लिए उपयोग की जाने वाली प्रणाली। GPS स्पूफिंग: एक प्रकार का इलेक्ट्रॉनिक हमला जहाँ एक डिवाइस वैध GPS सिग्नल की नकल करने वाले सिग्नल प्रसारित करता है, जिससे नेविगेशन सिस्टम को विमान के वास्तविक स्थान के बारे में भ्रमित किया जाता है।


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