Transportation
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Updated on 05 Nov 2025, 12:36 pm
Reviewed By
Aditi Singh | Whalesbook News Team
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एयर इंडिया के चेक-इन सिस्टम में बुधवार को एक बड़ी गड़बड़ी का सामना करना पड़ा, जिससे दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे और अन्य स्थानों पर परिचालन प्रभावित हुआ। तीसरे पक्ष के नेटवर्क प्रदाता के साथ कनेक्टिविटी की समस्या के कारण यह आउटेज हुआ, जो दिल्ली के टी2 और टी3 टर्मिनलों पर दोपहर 3:40 बजे से शाम 4:50 बजे तक लगभग 70 मिनट तक चला। इस तकनीकी गड़बड़ी के कारण एयर इंडिया सहित कई एयरलाइनों की उड़ानों के प्रस्थान में देरी हुई। एयर इंडिया ने समस्या को स्वीकार किया और बताया कि सिस्टम को बहाल कर दिया गया है। हालांकि, एयरलाइन ने यात्रियों को आगाह किया कि संचालन धीरे-धीरे सामान्य होने पर कुछ उड़ानों में देरी जारी रह सकती है। यात्रियों को एयर इंडिया की वेबसाइट पर अपनी उड़ान की स्थिति सत्यापित करने और संभावित देरी को ध्यान में रखते हुए सामान्य से पहले हवाई अड्डे पर पहुंचने की सलाह दी गई। प्रभाव यह व्यवधान तीसरे पक्ष के आईटी बुनियादी ढांचे के प्रति एयरलाइन संचालन की भेद्यता को उजागर करता है। इस तरह के आउटेज से परिचालन अक्षमताओं और संभावित मुआवजे के दावों के कारण यात्रियों को असुविधा, प्रतिष्ठा को नुकसान और वित्तीय नुकसान हो सकता है। निवेशकों के लिए, बार-बार या लंबे समय तक व्यवधान अंतर्निहित परिचालन कमजोरियों का संकेत दे सकते हैं। रेटिंग: 5/10। कठिन शब्द: थर्ड-पार्टी कनेक्टिविटी नेटवर्क इश्यू: किसी बाहरी कंपनी द्वारा प्रदान की जाने वाली इंटरनेट या संचार सेवाओं में एक समस्या जिस पर एयर इंडिया निर्भर करता है। टर्मिनल्स: हवाई अड्डे के भीतर विशिष्ट क्षेत्र जो यात्री चेक-इन, सुरक्षा जांच और बोर्डिंग गेट के लिए नामित हैं। प्रोग्रेसिवली: धीरे-धीरे या कदम दर कदम।