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उबर ने भारत के EV और राइड-हेलिंग सेक्टर को बढ़ावा देने के लिए एवरेस्ट फ्लीट में $20 मिलियन का निवेश किया

Transportation

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Updated on 07 Nov 2025, 04:25 pm

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Reviewed By

Abhay Singh | Whalesbook News Team

Short Description:

राइड-हेलिंग दिग्गज उबर, अपने भारतीय फ्लीट मैनेजमेंट पार्टनर एवरेस्ट फ्लीट में $20 मिलियन (लगभग ₹177 करोड़) का निवेश कर रहा है। यह फंडिंग एवरेस्ट फ्लीट की परिचालन आवश्यकताओं, कार्यशील पूंजी, पूंजीगत व्यय और व्यावसायिक विस्तार का समर्थन करेगी। यह एक साल के भीतर एवरेस्ट फ्लीट में उबर का दूसरा निवेश है, जिससे कंपनी में उनकी हिस्सेदारी बढ़ गई है। एवरेस्ट फ्लीट 18,000 से अधिक सीएनजी (CNG) और इलेक्ट्रिक वाहनों का प्रबंधन करता है, जो उबर जैसे प्लेटफार्मों पर ड्राइवरों की सेवा करते हैं और राइड-हेलिंग कंपनियों को सीधे फ्लीट भी प्रदान करते हैं। यह निवेश भारत में इलेक्ट्रिक वाहन अपनाने और इसके राइड-हेलिंग बाजार के विकास के साथ संरेखित है।
उबर ने भारत के EV और राइड-हेलिंग सेक्टर को बढ़ावा देने के लिए एवरेस्ट फ्लीट में $20 मिलियन का निवेश किया

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Detailed Coverage:

उबर टेक्नोलॉजीज ने भारत में एक प्रमुख फ्लीट मैनेजमेंट प्लेटफॉर्म, एवरेस्ट फ्लीट में $20 मिलियन (लगभग ₹177 करोड़) के निवेश की घोषणा की है। स्टार्टअप के बोर्ड ने इस फंडिंग को सुरक्षित करने के लिए प्रति शेयर ₹1.8 लाख की दर से सीरीज सी सीसीपीएस (Series C CCPS) शेयर जारी करने को मंजूरी दी है। यह पूंजी निवेश (capital injection) सामान्य परिचालन आवश्यकताओं, कार्यशील पूंजी, पूंजीगत व्यय और व्यावसायिक संचालन के विस्तार के लिए है। यह रणनीतिक कदम सितंबर 2024 में एवरेस्ट फ्लीट के सीरीज सी राउंड में उबर के $30 मिलियन के पिछले निवेश के बाद आया है, जो साझेदारी को गहरा करता है। इस नवीनतम निवेश के साथ, उबर इंडिया एवरेस्ट फ्लीट का लगभग 15.62% हिस्सा रखेगा, जबकि संस्थापक सिद्धार्थ लाडसरिया के पास लगभग 49.54% हिस्सेदारी रहेगी। 2016 में स्थापित, एवरेस्ट फ्लीट एक लॉजिस्टिक्स टेक्नोलॉजी प्लेटफॉर्म संचालित करता है, जो 18,000 से अधिक सीएनजी और इलेक्ट्रिक वाहनों के फ्लीट का प्रबंधन करता है। यह उबर, ओला और रैपिडो जैसे प्रमुख राइड-हेलिंग प्लेटफार्मों पर काम करने वाले ड्राइवरों को किराए के वाहन (rented vehicles) सप्लाई करता है, और अपनी सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए सीधे इन प्लेटफार्मों को फ्लीट भी प्रदान करता है। एवरेस्ट फ्लीट को भारत में उबर का सबसे बड़ा फ्लीट पार्टनर और विश्व स्तर पर तीसरा सबसे बड़ा फ्लीट पार्टनर माना जाता है। निवेश का समय महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह भारतीय सरकार द्वारा ईवी अपनाने पर जोर देने के साथ मेल खा रहा है, जैसा कि पीएम ई-ड्राइव (PM E-DRIVE) पहल जैसी योजनाओं से पता चलता है, जिसका उद्देश्य डीजल बसों को ईवी में बदलना है। भारत का राइड-हेलिंग और टैक्सी बाजार 2033 तक $61.8 बिलियन का अवसर बनने का अनुमान है। प्रभाव इस निवेश से भारत के राइड-हेलिंग सेक्टर में इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनाने में काफी वृद्धि होने, उबर और उसके प्रतिस्पर्धियों की परिचालन क्षमताओं को बढ़ाने और इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के लिए बुनियादी ढांचे को और विकसित करने की उम्मीद है। यह फ्लीट मैनेजमेंट समाधानों के लिए इकोसिस्टम को मजबूत करता है और गिग इकोनॉमी के विकास का समर्थन करता है। यह फंडिंग एवरेस्ट फ्लीट की स्थिति को तेजी से बढ़ते बाजार में एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में मजबूत करती है। Impact Rating: 8/10