Transportation
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28th October 2025, 9:42 AM

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निदेशक सामान्य नागरिक उड्डयन (DGCA) ने विंटर शेड्यूल 2025 (26 अक्टूबर 2025 - 28 मार्च 2026) के लिए भारत की घरेलू एयरलाइनों के कुल साप्ताहिक प्रस्थानों (departures) में 6% साल-दर-साल (YoY) वृद्धि को मंजूरी दी है। इसका मतलब है कि 126 हवाई अड्डों पर कुल 26,495 साप्ताहिक उड़ानें संचालित होंगी।
**इंडिगो का प्रभुत्व:** इंटरग्लोब एविएशन लिमिटेड (इंडिगो) अपने परिचालन का काफी विस्तार कर रहा है, साप्ताहिक उड़ानों में 10% YoY वृद्धि के साथ 15,014 हो गई हैं। इस वृद्धि ने, मजबूत विश्वसनीयता के साथ मिलकर, कुल साप्ताहिक प्रस्थानों में इसकी बाजार हिस्सेदारी को 57% तक बढ़ा दिया है। जेफरीज इंडिया ने इंडिगो पर 'खरीदें' (Buy) रेटिंग और 6,925 रुपये का मूल्य लक्ष्य (price target) बरकरार रखा है, जो कि उद्योग-व्यापी आपूर्ति श्रृंखला व्यवधानों (supply chain disruptions) के बावजूद, निरंतर कमाई वृद्धि (sustained earnings growth) के लिए इसकी निरंतर क्षमता विस्तार, मजबूत निष्पादन और बाजार प्रभुत्व को मुख्य चालक के रूप में उजागर करता है। ब्रोकरेज का मानना है कि इंडिगो अपने बेड़े के लाभ (fleet advantage) और अनुशासित मार्ग रणनीति (disciplined route strategy) के कारण अच्छी स्थिति में है।
**एयर इंडिया समूह की चुनौतियां:** एयर इंडिया समूह, जिसमें विस्तारा और एयर इंडिया एक्सप्रेस शामिल हैं, क्षमता में गिरावट का अनुभव कर रहा है, साप्ताहिक उड़ानों में 2% YoY की गिरावट के साथ 7,448 हो गई हैं। अकेले एयर इंडिया-विस्तारा नेटवर्क में प्रस्थान 11% कम होंगे। यह कमी विमान उपलब्धता की बाधाओं (aircraft availability constraints), विलय एकीकरण की जटिलताओं (merger integration complexities) और विमान रखरखाव के कारण है। नतीजतन, टाटा समूह की समेकित बाजार हिस्सेदारी (consolidated market share) घटकर 28% रह गई है।
**अन्य खिलाड़ी:** स्पाइसजेट में साप्ताहिक प्रस्थानों में 21% की वृद्धि के साथ सुधार के शुरुआती संकेत दिख रहे हैं। वहीं, अकासा एयर, तेज वृद्धि की बजाय यील्ड मैनेजमेंट (yield management) को प्राथमिकता देते हुए अपने विस्तार को धीमा कर रहा है।
**प्रभाव:** इस खबर का भारतीय विमानन क्षेत्र और इसके निवेशकों पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है। इंडिगो का मजबूत प्रदर्शन और विश्लेषक अपग्रेड्स निरंतर वृद्धि और बाजार नेतृत्व का सुझाव देते हैं, जिससे इसके स्टॉक मूल्य में वृद्धि हो सकती है। इसके विपरीत, एयर इंडिया की क्षमता बाधाएं चल रही परिचालन चुनौतियों (operational challenges) को उजागर करती हैं, जो निवेशक भावना को प्रभावित कर सकती हैं। समग्र क्षमता वृद्धि अर्थव्यवस्था के लिए सकारात्मक है, जो यात्रा और पर्यटन का समर्थन करती है।