Transportation
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2nd November 2025, 7:47 AM
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भारतीय रेलवे ने अक्टूबर में ₹14,216.4 करोड़ का अपना अब तक का सबसे अधिक मासिक माल ढुलाई राजस्व दर्ज करके एक महत्वपूर्ण वित्तीय उपलब्धि हासिल की है। इस रिकॉर्ड प्रदर्शन को माल की मात्रा में वृद्धि और परिवहन किए गए माल के व्यापक विविधीकरण से बल मिला। अक्टूबर के लिए माल ढुलाई 133.9 मिलियन टन (mt) तक पहुँच गई, जो पिछले साल के इसी महीने की तुलना में 2.3% की वृद्धि दर्शाती है। यह वृद्धि विशेष रूप से गैर-कोयला वस्तुओं से प्रेरित थी। पिग आयरन और तैयार स्टील की शिपमेंट में 18.4% की वृद्धि देखी गई, लौह अयस्क 4.8% बढ़ा, उर्वरक 27.8% बढ़े, कंटेनर 5.7% बढ़े, और "अन्य माल" (Balance Other Goods) 10.8% बढ़े। जबकि अक्टूबर में कोयले की मात्रा में 2.5% की मामूली कमी आई और यह 65.9 मिलियन टन रहा, वहीं इस वित्तीय वर्ष में अब तक यह वस्तु स्थिर रही है, जिसमें संचयी मात्रा 0.2% बढ़कर 462.8 मिलियन टन हो गई है। संचयी रूप से, अप्रैल-अक्टूबर के लिए माल ढुलाई 935.1 मिलियन टन रही, जो साल-दर-साल 3.1% की वृद्धि है, और इसने इस अवधि के लिए ₹1,00,920 करोड़ की कुल कमाई में योगदान दिया। एक वरिष्ठ अधिकारी ने परिवहन किए गए माल के मिश्रण में एक स्पष्ट बदलाव पर प्रकाश डाला, जिसमें कंटेनर और "अन्य माल" में वृद्धि रेलवे माल यातायात के स्वस्थ विविधीकरण का संकेत देती है। यह प्रदर्शन सितंबर में शुरू की गई निर्धारित, वस्तु-केंद्रित कार्गो सेवाओं के हालिया रोलआउट के अनुरूप है। ये सेवाएं निश्चित समय-सारणी पर संचालित होती हैं, जो प्रमुख उत्पादन केंद्रों को उपभोग केंद्रों से जोड़ती हैं, और माल पारगमन की दक्षता में सुधार करने का लक्ष्य रखती हैं। उदाहरणों में खाद्य अनाजों के लिए अन्नपूर्णा सेवा, ऑटोमोबाइल के लिए गति-वाहन सेवा (पारगमन समय को 70 से 28 घंटे तक काफी कम करते हुए), कंटेनरों के लिए निर्यातक कार्गो सेवा, और अनंतनाग सीमेंट कार्गो सेवा शामिल हैं। ये नई सेवाएं विभिन्न हितधारकों, जिनमें भारतीय खाद्य निगम और ऑटोमोबाइल फर्म शामिल हैं, के साथ परामर्श के बाद विकसित की गई हैं। भारतीय रेलवे निजी ऑपरेटरों के साथ भी सहयोग कर रही है, जैसे कि कंटेनर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (CONCOR) और निर्यात-आयात सेवाओं के लिए संभावित रूप से अडानी मुंद्रा पोर्ट, ताकि कार्गो की समय पर आवाजाही, विशेष रूप से कंटेनरीकृत और निर्यात-आयात यातायात को बढ़ाया जा सके। प्रभाव: यह खबर भारतीय अर्थव्यवस्था और शेयर बाजार के लिए अत्यंत सकारात्मक है। यह मजबूत औद्योगिक गतिविधि, कुशल लॉजिस्टिक्स और भारतीय रेलवे द्वारा सफल नीति कार्यान्वयन को इंगित करती है। लॉजिस्टिक्स, परिवहन, विनिर्माण (स्टील, ऑटोमोबाइल, सीमेंट, खाद्य अनाज), और बंदरगाह संचालन में शामिल कंपनियां बेहतर दक्षता और कम लागत से लाभान्वित होने की संभावना रखती हैं। कार्गो का विविधीकरण भी व्यापक आर्थिक विकास का संकेत देता है। रेटिंग: 9/10।