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वाटरवेज़ लीज़र लिमिटेड (कॉर्डेलिया क्रूज़) चेन्नई को होम पोर्ट बनाएगी, आईपीओ की तैयारी

Transportation

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29th October 2025, 1:32 PM

वाटरवेज़ लीज़र लिमिटेड (कॉर्डेलिया क्रूज़) चेन्नई को होम पोर्ट बनाएगी, आईपीओ की तैयारी

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Short Description :

आईपीओ लाने वाली वाटरवेज़ लीज़र लिमिटेड, जो कॉर्डेलिया क्रूज़ का संचालन करती है, चेन्नई को अपना नया होम पोर्ट बनाने की योजना बना रही है, जिससे क्रूज़ संचालन का विस्तार होगा। इस कदम का उद्देश्य क्षमता और गंतव्यों को बढ़ाना है, जिसमें 2028 तक दस जहाजों तक की योजनाएं शामिल हैं। कंपनी ने ₹727 करोड़ जुटाने के लिए अपने आगामी इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (आईपीओ) की भी घोषणा की है, जिसका लक्ष्य बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज पर जल्द सूचीबद्ध होने वाली पहली क्रूज़ कंपनी बनना है।

Detailed Coverage :

वाटरवेज़ लीज़र लिमिटेड, जो कॉर्डेलिया क्रूज़ का ऑपरेटर है, मुंबई के बाद चेन्नई को अपना दूसरा होम पोर्ट स्थापित करके अपने क्रूज़ संचालन का महत्वपूर्ण विस्तार करने जा रही है। इस रणनीतिक विस्तार का उद्देश्य भारतीय क्रूज़ बाज़ार की बढ़ती मांग को पूरा करना है, जहाँ अभी भी बड़ी संख्या में लोग क्रूज़ अवकाश का अनुभव नहीं कर पाए हैं।

कंपनी ने अपने सीईओ और प्रेसिडेंट जुर्गेन बेलॉम के माध्यम से इंडिया मैरीटाइम वीक 2025 में इस योजना की घोषणा की। चेन्नई पोर्ट अथॉरिटी के साथ एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए गए हैं, जिसमें क्रूज़ टर्मिनल का नवीनीकरण और पोर्ट एक्सेस को बेहतर बनाने की बात कही गई है। वर्तमान में तीन जहाजों का संचालन कर रही वाटरवेज़ लीज़र, 2028 तक अपने बेड़े को दस जहाजों तक बढ़ाने की योजना बना रही है, जिसमें हर साल एक नया जहाज जोड़ा जाएगा। 2027 तक, चेन्नई में दो जहाजों को होम-पोर्टेड करने की उम्मीद है, जो 2028 तक बढ़कर तीन हो जाएंगे, प्रत्येक में लगभग 2,500 यात्रियों की क्षमता होगी। कंपनी का लक्ष्य अगले पांच वर्षों में लगभग 2 मिलियन यात्रियों को सेवा प्रदान करना है।

चेन्नई का नया होम पोर्ट सिंगापुर, मलेशिया, थाईलैंड, अंडमान द्वीप समूह, और कोलकाता और पुडुचेरी जैसे विभिन्न भारतीय तटीय शहरों के लिए एक प्रवेश द्वार के रूप में काम करेगा, जिसमें भविष्य में और दक्षिण पूर्व एशियाई मार्गों को जोड़ने की योजनाएं हैं।

इसके अलावा, वाटरवेज़ लीज़र लिमिटेड ₹727 करोड़ के इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (आईपीओ) की तैयारी कर रही है, जो पूरी तरह से शेयरों का फ्रेश इश्यू है। कंपनी को दो सप्ताह के भीतर बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज पर सूचीबद्ध होने की उम्मीद है, जिससे यह भारत में सार्वजनिक रूप से कारोबार करने वाली पहली क्रूज़ कंपनी बन जाएगी।

प्रभाव (Impact) यह खबर भारतीय शेयर बाज़ार के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। वाटरवेज़ लीज़र लिमिटेड का आगामी आईपीओ बढ़ते पर्यटन और अवकाश क्षेत्र में एक नया निवेश अवसर प्रदान करता है। विस्तार योजनाएं कंपनी के लिए संभावित वृद्धि और लाभप्रदता का संकेत देती हैं, जो लिस्टिंग के बाद उसके स्टॉक प्रदर्शन को सकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकती हैं। क्रूज़ पर्यटन अवसंरचना का विकास भी संबंधित क्षेत्रों, जैसे चेन्नई, के लिए व्यापक आर्थिक निहितार्थ रखता है। प्रभाव रेटिंग: 8/10

शीर्षक: कठिन शब्दों के अर्थ होम पोर्ट: वह शहर या बंदरगाह जहाँ जहाज का आधार होता है। यात्री आम तौर पर अपने होम पोर्ट पर क्रूज़ जहाज पर सवार होते हैं और उतरते हैं। आईपीओ (इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग): यह तब होता है जब कोई निजी कंपनी पहली बार अपने शेयर जनता को बेचती है, और एक सार्वजनिक रूप से कारोबार करने वाली कंपनी बन जाती है। यह कंपनियों के लिए धन जुटाने का एक तरीका है। MoU (मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग): दो या दो से अधिक पक्षों के बीच एक प्रारंभिक समझौता जो औपचारिक अनुबंध पर हस्ताक्षर होने से पहले उनकी साझा समझ और इरादों की रूपरेखा तैयार करता है। SEBI (सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया): भारत का प्रतिभूति बाज़ार के लिए प्राथमिक नियामक, जो निष्पक्ष व्यापार प्रथाओं और निवेशक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जिम्मेदार है। टर्नअराउंड: क्रूज़ के संदर्भ में, यह अगले यात्रा के लिए जहाज को तैयार करने की जटिल प्रक्रिया को दर्शाता है जब यात्री उतर चुके होते हैं और नए यात्री सवार हो रहे होते हैं, जिसमें सफाई, पुनः आपूर्ति और चालक दल परिवर्तन शामिल हैं।