Transportation
|
29th October 2025, 3:11 PM

▶
भारत की तीसरी सबसे बड़ी एयरलाइन अकासा एयर, सीईओ विनय दुबे के अनुसार, अगले दो से पांच वर्षों में इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) के माध्यम से सार्वजनिक होने की योजना बना रही है। एयरलाइन का लक्ष्य अगले साल की दूसरी छमाही में पायलट भर्ती फिर से शुरू करना भी है। दुबे ने कहा कि सभी पायलट 60 दिनों के भीतर फ्लाइट घंटे जमा करना शुरू कर देंगे, जो परिचालन में तेजी का संकेत देता है। बोइंग से विमानों की डिलीवरी में देरी का सामना करने के बावजूद, अकासा एयर के पास वर्तमान में 30 विमानों का बेड़ा है और सीईओ ने इस संख्या पर संतोष व्यक्त किया है जो उनकी वर्तमान योजनाओं के अनुरूप है। उन्होंने आगे कहा कि इस साल की शुरुआत में जुटाई गई एक अनिर्दिष्ट राशि के बाद, आईपीओ से पहले पूंजी जुटाने की कोई तत्काल आवश्यकता नहीं है। दुबे ने इस सुझावों को खारिज कर दिया कि विस्तार में देरी हो रही है, यह कहते हुए कि एयरलाइन ठीक वहीं है जहां वह पहुंचना चाहती थी। अकासा एयर के अधिकारियों ने पहले अक्टूबर 2026 तक लगभग 54 विमान होने का अनुमान लगाया था, जो मार्च 2027 तक 72 के शुरुआती अनुमानों से संशोधित था। Impact यह खबर अकासा एयर के लिए महत्वपूर्ण भविष्य की वृद्धि का सुझाव देती है, जिससे भारतीय विमानन क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा बढ़ सकती है और निवेशकों के लिए अवसर पैदा हो सकते हैं। भारतीय शेयर बाजार पर इसका प्रभाव मध्यम है, विमानन क्षेत्र के लिए संभावित सकारात्मक भावना के साथ। Impact Rating: 7/10 Difficult Terms IPO (इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग): वह प्रक्रिया जिसके द्वारा एक निजी कंपनी पहली बार जनता को अपने शेयर बेचती है, जिससे वह पूंजी जुटा सके और एक सार्वजनिक रूप से कारोबार करने वाली इकाई बन सके। फ्लाइट घंटे जमा करना (Accruing Hours): पायलटों द्वारा उड़ान समय का संचय, जो उनके अनुभव, योग्यता और परिचालन तत्परता के लिए आवश्यक है। पूंजी (Capital): कंपनी के संचालन, विस्तार या निवेश के लिए उपलब्ध धन या वित्तीय संपत्ति। विमान डिलीवरी (Aircraft Deliveries): वह प्रक्रिया जब एक विमान निर्माता खरीदार एयरलाइन को पूरे किए गए विमानों को औपचारिक रूप से सौंपता है।