Transportation
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31st October 2025, 3:20 PM
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एयर इंडिया ने 27 पुराने A320 नियो विमानों का रेट्रोफिट सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है, जिनमें अब प्रीमियम इकोनॉमी क्लास की सीटें शामिल हैं। यह अपग्रेड एयरलाइन की पूरी बेड़े को आधुनिक बनाने के लिए 400 मिलियन अमेरिकी डॉलर की पहल का एक हिस्सा है। रेट्रोफिट किए गए विमानों में अब कुल 4,428 नई सीटें हैं, जिनमें प्रीमियम इकोनॉमी में 648 सीटें शामिल हैं, साथ ही इकोनॉमी और बिजनेस क्लास की सीटें भी हैं। एयर इंडिया के सीईओ ने क्रमशः मिड-2027 तक बोइंग 787-8 और अर्ली 2028 तक 777 बेड़े को रिफर्बिश करने के लिए समय-सीमा बताई है। यह बेड़े की वृद्धि एयर इंडिया की महत्वाकांक्षी पांच-वर्षीय परिवर्तन योजना का एक प्रमुख घटक है, जिसका लक्ष्य यात्री अनुभव और परिचालन दक्षता को बढ़ावा देना है।
प्रभाव: बेड़े के आधुनिकीकरण और यात्री सुविधा में यह महत्वपूर्ण निवेश एयर इंडिया की प्रतिस्पर्धात्मकता को बढ़ा सकता है, जिससे राजस्व में वृद्धि हो सकती है और भारतीय विमानन क्षेत्र में उसकी बाजार स्थिति में सुधार हो सकता है। प्रीमियम इकोनॉमी की शुरुआत एक आकर्षक यात्रा खंड को लक्षित करती है, जो एक रणनीतिक विकास कदम को दर्शाती है। रेटिंग: 7/10.
कठिन शब्द: रेट्रोफिट: मौजूदा विमानों को नई सुविधाओं से अपग्रेड करना। लिगेसी फ्लीट: पुराने विमान मॉडल जो अभी भी संचालन में हैं। प्रीमियम इकोनॉमी क्लास: इकोनॉमी से अधिक आरामदायक, बिजनेस से कम महंगी यात्रा श्रेणी। A320 नियो: एयरबस A320 का ईंधन-कुशल संस्करण। A320 सीओएस: एयरबस A320 के पुराने मॉडल। ड्रीमलाइनर (बोइंग 787): बोइंग का लंबी दूरी का, कुशल जेटलाइनर। निजीकरण: स्वामित्व का सार्वजनिक से निजी क्षेत्र में हस्तांतरण। हेडविंड्स: प्रगति में बाधा डालने वाली चुनौतियाँ।