इंडिगो में पायलटों का विद्रोह! FIP के चौंकाने वाले आरोपों के बीच उड़ानों का रद्दीकरण
Overview
फेडरेशन ऑफ इंडियन पायलट्स (FIP) ने डीजीसीए को लिखा है, जिसमें इंडिगो पर खराब योजना, "hiring freeze", और "cartel-like behaviour" का आरोप लगाया है, जिससे व्यापक उड़ान रद्दीकरण हो रहा है। FIP का दावा है कि इंडिगो के पास नए फ्लाइट ड्यूटी नियमों के लिए दो साल का समय था, लेकिन उन्होंने तैयारी नहीं की, जिससे यात्रियों की यात्रा प्रभावित हुई। वे नियामक से इंडिगो के फ्लाइट स्लॉट को फिर से आवंटित करने का आग्रह करते हैं यदि एयरलाइन यात्रियों को विफल करती रहती है।
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इंडिगो पर उड़ान व्यवधानों के लिए खराब योजना बनाने का आरोप
फेडरेशन ऑफ इंडियन पायलट्स (FIP) ने डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) को एक औपचारिक पत्र लिखा है, जिसमें एअरलाइन इंडिगो पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पायलटों के निकाय का दावा है कि इंडिगो ने "hiring freeze" लागू किया और "short-sighted planning practices" अपनाईं, जबकि उनके पास अपने कॉकपिट क्रू के लिए नए फ्लाइट ड्यूटी और रेस्ट पीरियड (FDTL) मानदंडों को पूरी तरह से लागू करने के लिए दो साल का समय था।
FIP की शिकायतें और मांगें
FIP के अनुसार, इंडिगो का कथित कुप्रबंधन, जिसमें "non-poaching arrangements" और "cartel-like behaviour" के माध्यम से "pilot pay freeze" शामिल है, ने हालिया उड़ान रद्दीकरण को सीधे तौर पर बढ़ाया है। पायलट निकाय ने इस बात पर जोर दिया कि ये व्यवधान स्वयं दिल्ली उच्च न्यायालय द्वारा अनिवार्य FDTL विनियमों के कारण नहीं हैं, बल्कि इंडिगो की "avoidable staffing shortages" का परिणाम हैं जो उसकी "lean manpower strategy" से उत्पन्न हुई हैं।
FIP ने बताया कि अन्य एअरलाइन्स ने समय पर योजना बनाकर FDTL कार्यान्वयन को प्रभावी ढंग से प्रबंधित किया है। वे DGCA से आग्रह कर रहे हैं कि, यदि इंडिगो यात्रियों के प्रति अपनी प्रतिबद्धताओं को पूरा करने में लगातार विफल रहती है, तो यात्रियों के लिए महत्वपूर्ण छुट्टियों और "fog season" के दौरान बिना किसी व्यवधान के उडानें संचालित कर सकने वाले वाहकों को इंडिगो के फ्लाइट स्लॉट पुनः आवंटित करने पर विचार किया जाए।
परिचालन प्रभाव और समयरेखा
बुधवार को, इंडिगो ने 150 से अधिक उड़ानें रद्द कर दीं और कई हवाई अड्डों पर महत्वपूर्ण देरी देखी गई। एअरलाइन ने FDTL नियमों से संबंधित क्रू की कमी का उल्लेख किया। नागरिक उड्डयन मंत्रालय के आंकड़ों से पता चला कि छह प्रमुख हवाई अड्डों पर इंडिगो की "on-time performance" केवल 19.7% थी।
FIP के पत्र में विस्तार से बताया गया है कि कैसे इंडिगो ने FDTL मानदंडों के चरण 1 के लागू होने के बाद (1 जुलाई को) पायलट लीव कोटे कम कर दिए, और चरण 2 (1 नवंबर को) शुरू होने के बाद पायलट लीव "buy back" करने का प्रयास किया। इन उपायों को, कथित तौर पर कम प्रतिक्रिया मिली, जिससे पायलट और कर्मचारी दोनों का मनोबल और गिरा, खासकर तब जब एअरलाइन अधिकारियों को 100% या उससे अधिक "increments" मिलने की रिपोर्ट थी।
नए FDTL नियम
नवीनतम FDTL नियम, जिनका शुरू में इंडिगो और टाटा समूह के स्वामित्व वाली एयर इंडिया सहित एअरलाइन्स ने विरोध किया था, का उद्देश्य क्रू के कल्याण को बढ़ाना है। प्रमुख परिवर्तनों में साप्ताहिक "rest periods" को 48 घंटे तक बढ़ाना, "night duty hours" को बढ़ाना, और अनुमत रात की लैंडिंग की संख्या को छह से घटाकर दो करना शामिल है।
हालांकि ये नियम मूल रूप से मार्च 2024 के लिए निर्धारित थे, कैरियर्स ने अतिरिक्त क्रू की भर्ती और प्रशिक्षण के लिए समय देने हेतु "phased rollout" का अनुरोध किया था। FIP अब नियामक से किसी भी एअरलाइन के लिए "seasonal schedules" को तब तक मंजूरी न देने का आग्रह कर रहा है, जब तक कि वे नए मानदंडों के तहत उड़ानों को सुरक्षित और विश्वसनीय रूप से संचालित करने के लिए "adequate staffing" प्रदर्शित न करें। पायलट निकाय ने चिंता जताई है कि इंडिगो ने पर्याप्त भर्ती के बिना व्यस्त "winter fog season" के दौरान अपने "winter schedule" का विस्तार किया, जिससे इसकी "operational responsibility" पर सवाल उठ रहा है।
प्रभाव
यह स्थिति सीधे तौर पर हजारों यात्रियों को प्रभावित कर रही है जो रद्दीकरण और देरी का सामना कर रहे हैं, और यह छुट्टियों की यात्रा और व्यावसायिक योजनाओं को प्रभावित कर सकती है। यह इंडिगो के "operational management" और "regulatory requirements" को पूरा करने की उसकी क्षमता पर सवाल उठाती है। इंडिगो में "investor confidence" डगमगा सकती है, जिससे "stock price volatility" आ सकती है। DGCA की प्रतिक्रिया हवाई यात्रा की "reliability" और "safety" को सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण होगी। उद्योग में सभी एअरलाइन्स पर "staffing" और "compliance" पर अधिक जांच हो सकती है।
Impact Rating: 8/10
कठिन शब्दों का स्पष्टीकरण
- "Federation of Indian Pilots (FIP)": फेडरेशन ऑफ इंडियन पायलट्स (FIP): भारत के पायलटों का एक संगठन, जो उनके अधिकारों और कल्याण की वकालत करता है।
- "Directorate General of Civil Aviation (DGCA)": डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA): भारत का विमानन नियामक, जो नागरिक उड्डयन में सुरक्षा, मानकों और लाइसेंसिंग के लिए जिम्मेदार है।
- "Flight Duty and Rest Period (FDTL) norms": फ्लाइट ड्यूटी और रेस्ट पीरियड (FDTL) नॉर्म्स: ये नियम उड़ान दल के लिए अधिकतम उड़ान घंटे और न्यूनतम आराम अवधि निर्धारित करते हैं ताकि सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके और थकान को रोका जा सके।
- "Hiring freeze": हायरिंग फ्रीज: एक नीति जहां एक कंपनी अस्थायी रूप से नए कर्मचारियों की भर्ती रोक देती है।
- "Non-poaching arrangements": नॉन-पोचिंग अरेंजमेंट्स: कंपनियों के बीच समझौते जहां वे एक-दूसरे के कर्मचारियों को काम पर नहीं रखती हैं, जिसे अक्सर प्रतिस्पर्धा-विरोधी माना जाता है।
- "Cartel-like behaviour": कार्टेल-जैसा व्यवहार: प्रतिस्पर्धी कंपनियों द्वारा की जाने वाली कार्रवाइयां जो अवैध रूप से प्रतिस्पर्धा को प्रतिबंधित करती हैं, जैसे कि मूल्य-निर्धारण या बाजार आवंटन।
- "Pilot migration": पायलट माइग्रेशन: एक एयरलाइन से दूसरी एयरलाइन में पायलटों का स्थानांतरण, जो अक्सर बेहतर वेतन या काम करने की स्थिति के कारण होता है।
- "Phased rollout": फेस्ड रोलआउट: नए नियमों या प्रणालियों को एक साथ लागू करने के बजाय चरणों में लागू करना।
- "Winter fog season": विंटर फॉग सीजन: उत्तर भारत में आमतौर पर दिसंबर से फरवरी तक की अवधि, जो घने कोहरे की विशेषता है, जिससे उड़ान कार्यक्रम बाधित हो सकते हैं।

