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भारत में पर्यटन की बहार: Q2 नतीजों से होटल स्टॉक्स में उछाल!

Tourism

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Updated on 12 Nov 2025, 12:29 am

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Reviewed By

Akshat Lakshkar | Whalesbook News Team

Short Description:

भारत का पीक टूरिज्म सीजन होटल स्टॉक्स में निवेशकों की रुचि बढ़ा रहा है। विदेशी पर्यटकों की वापसी और घरेलू लग्जरी खर्च में मजबूती के साथ, Leela Palaces Hotels & Resorts, Chalet Hotels, और Juniper Hotels जैसी मिड-कैप होटल चेन्स सितंबर 2025 तिमाही (Q2 FY26) में मजबूत रेवेन्यू और प्रॉफिट ग्रोथ दिखा रही हैं, जो अक्सर The Indian Hotels Company जैसे बड़े खिलाड़ियों से बेहतर प्रदर्शन कर रही हैं। कंपनियां अपने पोर्टफोलियो का तेजी से विस्तार भी कर रही हैं।
भारत में पर्यटन की बहार: Q2 नतीजों से होटल स्टॉक्स में उछाल!

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Stocks Mentioned:

The Indian Hotels Company Limited
Oriental Hotels Limited

Detailed Coverage:

भारत का पर्यटन क्षेत्र इस पीक सीजन में भारी उछाल देख रहा है, जिससे होटल स्टॉक्स में निवेशकों का काफी ध्यान आकर्षित हो रहा है। घरेलू यात्रियों के लग्जरी आवास पर खर्च और विदेशी पर्यटकों की आमद, दोनों में मजबूत रिकवरी दिख रही है। अनुमान है कि इस कैलेंडर वर्ष में विदेशी पर्यटकों की संख्या पूर्व-महामारी स्तर 10 से 10.5 मिलियन तक पहुंच सकती है।

मिड-कैप होटल चेन्स दलाल स्ट्रीट पर निवेशकों के लिए खास पसंद बनती जा रही हैं, क्योंकि वे सितंबर 2025 तिमाही (Q2 FY26) में अपने बड़े प्रतिद्वंद्वियों की तुलना में रेवेन्यू और नेट प्रॉफिट में मजबूत साल-दर-साल ग्रोथ दर्ज कर रही हैं।

**सितंबर 2025 तिमाही (Q2 FY26) में प्रदर्शन:** Leela Palaces Hotels & Resorts ने Q2 FY26 में अपने समेकित राजस्व (consolidated revenue) को 310.6 करोड़ रुपये तक बढ़ाया, जो पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 12% अधिक है। कंपनी ने 74.7 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ (net profit) कमाया, जो पिछले साल के घाटे से एक महत्वपूर्ण सुधार है। यह 69% की ऑक्यूपेंसी (occupancy) में 4% पॉइंट की वृद्धि और 19,290 रुपये के औसत दैनिक दर (ADR) में 7% की वृद्धि के कारण संभव हुआ।

Chalet Hotels के हॉस्पिटैलिटी सेगमेंट के रेवेन्यू में Q2 FY26 में 13.4% की साल-दर-साल वृद्धि हुई, जो 380.2 करोड़ रुपये रहा। इनकी औसत दैनिक दरें 15.8% बढ़कर 12,170 रुपये हो गईं, हालांकि ऑक्यूपेंसी 66.7% थी (पिछले वर्ष 73.6% की तुलना में), जिसका एक कारण 166 नए कमरे जोड़ना भी था। सेगमेंट प्रॉफिट मामूली बढ़कर 108.3 करोड़ रुपये हो गया।

Juniper Hotels ने 230.3 करोड़ रुपये का अपना अब तक का सबसे अधिक Q2 राजस्व दर्ज किया, जो पिछले वर्ष की तुलना में 7.5% अधिक है। यह 10,599 रुपये की औसत रूम रेट (ARR) में 7% की वृद्धि से संभव हुआ। कंपनी ने 16.4 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया, जो पिछले वर्ष के घाटे से उबर रहा है।

उद्योग की अग्रणी कंपनी, The Indian Hotels Company, ने Q2 FY26 में 2,040.9 करोड़ रुपये का समेकित राजस्व दर्ज किया, जो पिछले वर्ष से 11.7% अधिक है। उनकी ARR 8% बढ़ी। हालांकि, उनका शुद्ध लाभ लगभग 45% घटकर 318.3 करोड़ रुपये रह गया, जिसका मुख्य कारण पिछली तिमाही में एकमुश्त लाभ (one-time gain) था। असाधारण मदों को छोड़कर, कर-पूर्व लाभ (profit before tax) में 16.5% की वृद्धि हुई।

**विकास और विस्तार:** सभी प्रमुख होटल चेन्स महत्वपूर्ण विस्तार कर रही हैं। Leela Palaces Hotels & Resorts दुबई में एक रिसॉर्ट में 25% हिस्सेदारी के साथ पहली अंतर्राष्ट्रीय शुरुआत की योजना बना रही है और उसके पास 9 और होटल पाइपलाइन में हैं। Chalet Hotels के पास लगभग 1,200 कमरे विकास के अधीन हैं, और Juniper Hotels का लक्ष्य FY29 तक अपने कमरों की संख्या लगभग दोगुनी करना है। The Indian Hotels Company भी अपने व्यापक पोर्टफोलियो का विस्तार कर रही है।

**प्रभाव:** इस खबर का भारतीय शेयर बाजार पर महत्वपूर्ण सकारात्मक प्रभाव पड़ा है, विशेष रूप से हॉस्पिटैलिटी सेक्टर में निवेशक भावना और प्रदर्शन को बढ़ावा मिला है। मजबूत रिकवरी और विकास के संकेतक मजबूत उपभोक्ता खर्च और आर्थिक गतिविधि का संकेत देते हैं। Impact Rating: 8/10

**कठिन शब्द:** * ADR (Average Daily Rate): होटल उद्योग का एक प्रमुख प्रदर्शन संकेतक जो प्रति दिन प्रति अधिभोग (occupied) कमरे से अर्जित औसत राजस्व को मापता है। * ARR (Average Room Rate): ADR के समान, यह प्रति अधिभोग (occupied) कमरे से अर्जित औसत राजस्व का प्रतिनिधित्व करता है। * ROCE (Return on Capital Employed): एक लाभप्रदता अनुपात जो मापता है कि कंपनी लाभ उत्पन्न करने के लिए अपने पूंजी का कितनी कुशलता से उपयोग करती है। * P/E (Price-to-Earnings Ratio): एक मूल्यांकन अनुपात जो कंपनी के वर्तमान शेयर मूल्य की तुलना उसके प्रति शेयर आय (EPS) से करता है, यह दर्शाता है कि निवेशक प्रति रुपये कमाई के लिए कितना भुगतान करने को तैयार हैं।