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Updated on 12 Nov 2025, 08:27 am
Reviewed By
Satyam Jha | Whalesbook News Team

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पर्ल ग्लोबल इंडस्ट्रीज और इंडो काउंट इंडस्ट्रीज के शेयर बुधवार को इंट्रा-डे ट्रेडिंग के दौरान क्रमशः 14% और 12% तक काफी बढ़ गए, जो भारी ट्रेडिंग वॉल्यूम और Q2FY26 आय घोषणाओं के बाद प्रबंधन के आशावादी बयानों से प्रेरित थे। पर्ल ग्लोबल इंडस्ट्रीज ने ₹1,313 करोड़ का राजस्व और बेहतर लाभप्रदता (profitability) दर्ज की। इसका समायोजित EBITDA (ESOP लागत को छोड़कर) ₹122 करोड़ था, जिसमें 9.3% मार्जिन रहा, जो साल-दर-साल (Y-o-Y) 108 बेसिस पॉइंट्स (bps) का सुधार दर्शाता है। कंपनी रणनीतिक रूप से अमेरिकी बाजार पर अपनी निर्भरता कम कर रही है, जो अब FY21 में 86% से घटकर राजस्व का लगभग 50% योगदान देता है, और ऑस्ट्रेलिया, जापान, यूके और यूरोपीय संघ में अपनी उपस्थिति बढ़ा रही है। प्रबंधन अमेरिकी टैरिफ विकास पर बारीकी से नजर रख रहा है और अनुकूलन (adapt) करने की अपनी क्षमता पर विश्वास रखता है, साथ ही आने वाली तिमाहियों में सामान्यीकरण की उम्मीद कर रहा है। इंडो काउंट इंडस्ट्रीज ने तिमाही-दर-तिमाही (QoQ) आधार पर वॉल्यूम ग्रोथ दर्ज की। हालांकि, कंपनी ने अतिरिक्त टैरिफ लागत का एक हिस्सा ग्राहकों के साथ साझा किया, जिसने तिमाही के लिए उसके मार्जिन को प्रभावित किया। इसके EBITDA मार्जिन साल-दर-साल 544 बेसिस पॉइंट्स गिरकर 9.8% हो गए, जो नए व्यवसायों के स्केल-अप और कम सकल मार्जिन से प्रभावित हुआ। मुख्य निर्यात वॉल्यूम में साल-दर-साल 9% की गिरावट आई, और टैरिफ-जनित अनिश्चितताओं के कारण वास्तविकताओं (realizations) में लगभग 6% की कमी आई। प्रमुख निवेशक मुकुल महावीर अग्रवाल दोनों कंपनियों, पर्ल ग्लोबल इंडस्ट्रीज और इंडो काउंट इंडस्ट्रीज में 1% से अधिक हिस्सेदारी रखते हैं। ब्रोकरेज फर्म आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने उल्लेख किया कि इंडो काउंट का मुख्य निर्यात व्यवसाय मौजूदा टैरिफ अनिश्चितताओं के कारण दबाव में है, और ग्राहकों को दी गई मूल्य छूट (price discounts) ने समग्र प्राप्ति वृद्धि को प्रभावित किया। भारत-अमेरिका व्यापार सौदे पर संभावित हस्ताक्षर एक प्रमुख विकास है जिस पर नजर रखने की आवश्यकता है, क्योंकि अनुकूल टैरिफ संशोधन भारतीय कपड़ा क्षेत्र को महत्वपूर्ण लाभ पहुंचा सकते हैं और अमेरिका में उसकी बाजार हिस्सेदारी बढ़ा सकते हैं। प्रभाव: सकारात्मक तिमाही परिणामों ने, प्रबंधन की रणनीतिक आगे की सोच वाले कमेंटरी के साथ मिलकर, पर्ल ग्लोबल इंडस्ट्रीज और इंडो काउंट इंडस्ट्रीज के प्रति निवेशक भावना को काफी बढ़ाया है। यह खबर वैश्विक व्यापार की चुनौतियों, विशेषकर टैरिफ को प्रबंधित करने में क्षेत्र के लचीलेपन और अनुकूलन क्षमता को रेखांकित करती है। भविष्य का प्रदर्शन विकसित अंतरराष्ट्रीय व्यापार नीतियों और समझौतों से प्रभावित होने की संभावना है।