Logo
Whalesbook
HomeStocksNewsPremiumAbout UsContact Us

रुपया 90 के पार! क्या RBI का कदम भारत की मुद्रा को बचा पाएगा?

Other|5th December 2025, 12:24 AM
Logo
AuthorSatyam Jha | Whalesbook News Team

Overview

भारतीय रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 89.98 पर बंद हुआ, यह महत्वपूर्ण 90 के स्तर को पार करने के एक दिन बाद हुआ। विदेशी बैंकों द्वारा डॉलर की बिक्री ने गिरावट को रोकने में मदद की। चौड़े व्यापार घाटे और कमजोर निवेश प्रवाह जैसे कारक मुद्रा पर दबाव डाल रहे हैं, जबकि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के आगामी नीतिगत निर्णय पर बाजार की भावना टिकी है।

रुपया 90 के पार! क्या RBI का कदम भारत की मुद्रा को बचा पाएगा?

90 का स्तर पार करने के बाद रुपये में स्थिरता

भारतीय रुपये में मंगलवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 89.98 पर बंद होकर स्थिरता के संकेत दिखे, यह उस दिन के ठीक एक दिन बाद हुआ जब इसने डॉलर के मुकाबले 90 के महत्वपूर्ण मनोवैज्ञानिक स्तर को पार कर लिया था। मुद्रा में इससे पहले सुधार होने से पहले 90.42 का इंट्राडे निम्न स्तर छुआ था।

मुख्य विकास

  • मुद्रा में सुधार: घरेलू मुद्रा विदेशी बैंकों से पर्याप्त डॉलर की बिक्री के कारण दिन की गिरावट को पलटने में कामयाब रही।
  • एनडीएफ बाजार का प्रभाव: नॉन-डिलीवरेबल फॉरवर्ड्स (एनडीएफ) बाजार में बिकवाली की रुचि ने भी रुपये की इंट्राडे रिकवरी का समर्थन करने में भूमिका निभाई।
  • अंतर्निहित दबाव: संक्षिप्त राहत के बावजूद, रुपया दबाव में बना हुआ है, जिसका श्रेय बड़े पैमाने पर चौड़े व्यापार घाटे और देश में निवेश प्रवाह में कमी जैसी लगातार समस्याओं को दिया जा रहा है।
  • रुकी हुई व्यापार वार्ता: संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ चल रही व्यापार वार्ता का रुकना भी एक कारक बताया जा रहा है जिसने आवश्यक आवक (inflows) को धीमा कर दिया है।

RBI का रुख और बाजार की उम्मीदें

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) कथित तौर पर कमजोर विनिमय दर को सहन कर रहा है, जो विदेशी आवक में कमी की वर्तमान स्थिति को दर्शाता है। बाजार सहभागियों को शुक्रवार को निर्धारित RBI की मौद्रिक नीति निर्णय का बेसब्री से इंतजार है, क्योंकि इससे निकट भविष्य में मुद्रा की भावना पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ने की उम्मीद है।

भविष्य का दृष्टिकोण

हालांकि रुपये पर तत्काल दबाव जारी रहने की उम्मीद है, व्यापार वार्ताओं में प्रगति से एक संभावित सकारात्मक विकास उभर सकता है। विश्लेषकों का सुझाव है कि इन चर्चाओं में एक सफलता अगले साल तक रुपये की प्रवृत्ति में बदलाव का समर्थन कर सकती है।

प्रभाव

  • कमजोर रुपया आम तौर पर भारत के लिए आयात की लागत को बढ़ाता है, जिससे मुद्रास्फीति में योगदान हो सकता है। यह अल्पावधि में विदेशी निवेश को भी कम आकर्षक बनाता है।
  • इसके विपरीत, यह भारतीय निर्यात को सस्ता बना सकता है, जिससे निर्यात-उन्मुख उद्योगों को बढ़ावा मिल सकता है।
  • मुद्रा बाजारों में अस्थिरता समग्र निवेशक भावना को प्रभावित करती है और शेयर बाजार में पूंजी प्रवाह को प्रभावित कर सकती है।
  • प्रभाव रेटिंग: 8/10

कठिन शब्दों का स्पष्टीकरण

  • ग्रीनबैक: संयुक्त राज्य अमेरिका डॉलर के लिए एक आम उपनाम।
  • नॉन-डिलीवरेबल फॉरवर्ड्स (एनडीएफ): एक मुद्रा पर एक कैश-सेटल फॉरवर्ड अनुबंध, जिसका आमतौर पर उपयोग तब किया जाता है जब पूंजी नियंत्रण या प्रत्यक्ष मुद्रा व्यापार पर अन्य प्रतिबंध होते हैं। वे भौतिक डिलीवरी के बिना मुद्रा आंदोलनों पर सट्टा लगाने की अनुमति देते हैं।
  • व्यापार घाटा: तब होता है जब किसी देश के आयात का मूल्य उसके निर्यात के मूल्य से अधिक हो जाता है।
  • आवकों (Inflows): किसी देश के वित्तीय बाजारों में पैसा आना, जैसे कि प्रत्यक्ष विदेशी निवेश या पोर्टफोलियो निवेश।
  • मौद्रिक नीति: केंद्रीय बैंक, जैसे RBI, द्वारा आर्थिक गतिविधि को प्रोत्साहित या संयमित करने के लिए धन आपूर्ति और ऋण की स्थिति में हेरफेर करने के लिए की गई कार्रवाई।

No stocks found.


Industrial Goods/Services Sector

भारत की रक्षा महत्वाकांक्षा भड़की: ₹3 ट्रिलियन का लक्ष्य, बड़े ऑर्डर और स्टॉक्स तेजी के लिए तैयार!

भारत की रक्षा महत्वाकांक्षा भड़की: ₹3 ट्रिलियन का लक्ष्य, बड़े ऑर्डर और स्टॉक्स तेजी के लिए तैयार!

बाजार के बड़े मूवर्स: HUL डीमर्जर से हलचल! टाटा पावर, HCLटेक, डायमंड पावर के कॉन्ट्रैक्ट्स और भी बहुत कुछ हुआ उजागर!

बाजार के बड़े मूवर्स: HUL डीमर्जर से हलचल! टाटा पावर, HCLटेक, डायमंड पावर के कॉन्ट्रैक्ट्स और भी बहुत कुछ हुआ उजागर!

अफ्रीका का मेगा रिफाइनरी सपना: डैंगोटे की $20 बिलियन की पावरहाउस के लिए भारतीय दिग्गजों की तलाश!

अफ्रीका का मेगा रिफाइनरी सपना: डैंगोटे की $20 बिलियन की पावरहाउस के लिए भारतीय दिग्गजों की तलाश!

भारत के निवेश गुरु ने चुने दो बिल्कुल विपरीत स्टॉक: एक गिरा, एक उछला! 2026 पर किसका राज चलेगा?

भारत के निवेश गुरु ने चुने दो बिल्कुल विपरीत स्टॉक: एक गिरा, एक उछला! 2026 पर किसका राज चलेगा?


IPO Sector

क्या भारत का सबसे बड़ा IPO? जियो प्लेटफॉर्म्स की महा-सूचीबद्धता की तैयारी - निवेशकों को क्या जानना ज़रूरी है!

क्या भारत का सबसे बड़ा IPO? जियो प्लेटफॉर्म्स की महा-सूचीबद्धता की तैयारी - निवेशकों को क्या जानना ज़रूरी है!

पार्क हॉस्पिटल IPO 10 दिसंबर को खुलेगा: 920 करोड़ रुपये का ड्रीम लॉन्च! क्या आप निवेश करेंगे?

पार्क हॉस्पिटल IPO 10 दिसंबर को खुलेगा: 920 करोड़ रुपये का ड्रीम लॉन्च! क्या आप निवेश करेंगे?

GET INSTANT STOCK ALERTS ON WHATSAPP FOR YOUR PORTFOLIO STOCKS
applegoogle
applegoogle

More from Other

रुपया 90 के पार! क्या RBI का कदम भारत की मुद्रा को बचा पाएगा?

Other

रुपया 90 के पार! क्या RBI का कदम भारत की मुद्रा को बचा पाएगा?


Latest News

HDFC सिक्योरिटीज ने CONCOR ऑप्शंस में किया बड़ा धमाका: ज़बरदस्त मुनाफे की संभावना खुली! जानिए स्ट्रैटेजी!

Brokerage Reports

HDFC सिक्योरिटीज ने CONCOR ऑप्शंस में किया बड़ा धमाका: ज़बरदस्त मुनाफे की संभावना खुली! जानिए स्ट्रैटेजी!

RBI नीतिगत फैसले का इंतज़ार! भारतीय बाज़ार फ्लैट खुलने की ओर, आज इन प्रमुख स्टॉक्स पर रखें नज़र

Economy

RBI नीतिगत फैसले का इंतज़ार! भारतीय बाज़ार फ्लैट खुलने की ओर, आज इन प्रमुख स्टॉक्स पर रखें नज़र

कुणाल कांबले के सीक्रेट स्टॉक पिक्स: 3 ब्रेकआउट जो उड़ान भरने के लिए तैयार! बोनांजा एनालिस्ट ने बताए खरीदने, स्टॉप-लॉस, टारगेट!

Stock Investment Ideas

कुणाल कांबले के सीक्रेट स्टॉक पिक्स: 3 ब्रेकआउट जो उड़ान भरने के लिए तैयार! बोनांजा एनालिस्ट ने बताए खरीदने, स्टॉप-लॉस, टारगेट!

भारत 7.1 अरब डॉलर की आईडीबीआई बैंक हिस्सेदारी बेचने को तैयार: अगला मालिक कौन होगा?

Banking/Finance

भारत 7.1 अरब डॉलर की आईडीबीआई बैंक हिस्सेदारी बेचने को तैयार: अगला मालिक कौन होगा?

चांदी की कीमत में बड़ा झटका: भारत में ₹1.8 लाख से नीचे! विशेषज्ञ ने अस्थिरता की चेतावनी दी, क्या $60 की रैली संभव?

Commodities

चांदी की कीमत में बड़ा झटका: भारत में ₹1.8 लाख से नीचे! विशेषज्ञ ने अस्थिरता की चेतावनी दी, क्या $60 की रैली संभव?

भारत की $7.1 अरब की बैंक बिक्री शुरू: IDBI स्टेक कौन हथियाएगा?

Banking/Finance

भारत की $7.1 अरब की बैंक बिक्री शुरू: IDBI स्टेक कौन हथियाएगा?