भारत का टेलीकॉम उद्योग अगले तीन से पांच वर्षों में ₹2.5-3 लाख करोड़ का निवेश करने के लिए तैयार है। विश्लेषकों का कहना है कि 5G कवरेज विस्तार से नेटवर्क डेंसिफिकेशन, फाइबरिज़ेशन और AI-संचालित ऑप्टिमाइजेशन की ओर एक रणनीतिक बदलाव आया है, जिसका मुख्य कारण डेटा की बढ़ती खपत है। रिलायंस जियो और भारती एयरटेल जैसे प्रमुख खिलाड़ी आगे बढ़ रहे हैं, जबकि अन्य वित्तीय चुनौतियों का सामना कर रहे हैं, जो सेक्टर के लिए एक सूक्ष्म विकास चरण का संकेत देता है।