हेल्थिफाई ने नोवो नॉर्डिस्क के साथ किया समझौता, ग्लोबल वेट-लॉस ड्रग मार्केट में विस्तार!
Overview
भारतीय हेल्थ-टेक स्टार्टअप हेल्थिफाई, नोवो नॉर्डिस्क जैसी फार्मा कंपनियों के साथ साझेदारी करके वेट-लॉस ड्रग मार्केट में आक्रामक विस्तार कर रही है। सीईओ तुषार वशिष्ठ का लक्ष्य ऐसे दवाओं के लिए पेशेंट सपोर्ट में वैश्विक लीडर बनना है। 45 मिलियन उपयोगकर्ताओं वाले हेल्थिफाई के लिए वेट-लॉस पहलें भारत में मोटापे के इलाज के क्षेत्र में भारी प्रतिस्पर्धा के बीच एक प्रमुख राजस्व स्रोत हैं।
भारतीय हेल्थ-टेक स्टार्टअप हेल्थिफाई, प्रमुख दवा कंपनियों के साथ साझेदारी करके तेजी से बढ़ते वैश्विक वेट-लॉस ड्रग मार्केट में अपनी सेवाएं बढ़ा रही है। नोवो नॉर्डिस्क इंडिया के साथ अपनी पहली डील के बाद, कंपनी व्यापक स्वास्थ्य, पोषण और जीवनशैली कोचिंग की पेशकश करेगी, जिसे सीईओ तुषार वशिष्ठ का मानना है कि इससे उसके पेड सब्सक्राइबर बेस और वैश्विक पहुंच में काफी वृद्धि होगी।
हेल्थिफाई की फार्मा पार्टनरशिप की ओर रणनीतिक छलांग
- हेल्थिफाई ने नोवो नॉर्डिस्क इंडिया के साथ पहली बड़ी साझेदारी की है, जो वेट-लॉस थेरेपी के लिए रोगी सहायता पर केंद्रित है।
- इस सहयोग में उन उपयोगकर्ताओं को महत्वपूर्ण कोचिंग सेवाएं प्रदान करना शामिल है जिन्हें नोवो की वेट-लॉस दवाओं की सलाह दी गई है।
- कंपनी विकास को गति देने के लिए अन्य दवा निर्माताओं के साथ भी समान समझौते कर रही है।
बढ़ते वेट-लॉस मार्केट का फायदा उठाना
- मोटापे के उपचार का वैश्विक बाजार तेजी से बढ़ रहा है, और भारत में भी कड़ी प्रतिस्पर्धा है।
- नोवो नॉर्डिस्क और एली लिली जैसी कंपनियां इस लाभदायक क्षेत्र में बाजार हिस्सेदारी के लिए प्रतिस्पर्धा कर रही हैं।
- इस दशक के अंत तक इस बाजार से महत्वपूर्ण वार्षिक आंकड़े प्राप्त होने का अनुमान है, जिससे निवेश और नवाचार आकर्षित होगा।
- जब 2026 में सेमाग्लूटाइड जैसे पेटेंट समाप्त हो जाएंगे, तो स्थानीय जेनेरिक दवा निर्माता भी बाजार में प्रवेश करने की उम्मीद है।
वैश्विक महत्वाकांक्षाएं और भारतीय जड़ें
- हेल्थिफाई के सीईओ, तुषार वशिष्ठ, ने एक स्पष्ट दृष्टिकोण व्यक्त किया: सभी वैश्विक बाजारों में सभी GLP-1 रिसेप्टर एगोनिस्ट कंपनियों के लिए दुनिया का प्रमुख रोगी सहायता प्रदाता बनना।
- कंपनी पहले से ही दुनिया भर में लगभग 45 मिलियन उपयोगकर्ताओं को सेवा प्रदान करती है, और इसका पेड सब्सक्राइबर बेस सिक्स-डिजिट फिगर में है।
- वर्तमान वेट-लॉस पहल, जिसमें नोवो नॉर्डिस्क साझेदारी भी शामिल है, पहले से ही हेल्थिफाई के राजस्व का एक महत्वपूर्ण डबल-डिजिट प्रतिशत है।
भविष्य की विकास की उम्मीदें
- हेल्थिफाई का GLP-1 वेट-लॉस प्रोग्राम इसका सबसे तेजी से बढ़ने वाला प्रस्ताव बन गया है।
- कंपनी को उम्मीद है कि अगले साल तक यह कार्यक्रम उसके पेड सब्सक्रिप्शन का एक तिहाई से अधिक योगदान देगा।
- इस वृद्धि के नए उपयोगकर्ताओं (लगभग आधे) और मौजूदा ग्राहकों (15%) दोनों से आने की उम्मीद है।
- हेल्थिफाई अन्य अंतरराष्ट्रीय भौगोलिक क्षेत्रों में भी अपने नोवो-लिंक्ड सपोर्ट प्रोग्राम को लॉन्च करने की योजना बना रही है, जो इसकी वैश्विक विस्तार रणनीति को दर्शाता है।
प्रभाव
- इस रणनीतिक कदम से हेल्थिफाई की राजस्व धाराओं में काफी वृद्धि हो सकती है और उसके पेड सब्सक्राइबर बेस का विस्तार हो सकता है, जिससे डिजिटल स्वास्थ्य और क्रॉनिक रोग प्रबंधन क्षेत्र में उसकी स्थिति मजबूत होगी।
- यह अन्य भारतीय हेल्थ-टेक स्टार्टअप्स के लिए एक मिसाल कायम कर सकता है कि वे वैश्विक दवा फर्मों के साथ सहयोग करें, प्रौद्योगिकी का उपयोग रोगी सहायता सेवाओं के लिए करें।
- वेट-लॉस थेरेपी के लिए एकीकृत समाधानों पर बढ़ा हुआ ध्यान हेल्थ-टेक और फार्मास्युटिकल क्षेत्रों में अधिक प्रतिस्पर्धा और नवाचार को बढ़ावा देगा।
- क्रॉनिक स्थितियों के लिए डिजिटल स्वास्थ्य समाधानों पर ध्यान केंद्रित करने वाली कंपनियों के लिए सकारात्मक निवेशक भावना उत्पन्न हो सकती है।
- प्रभाव रेटिंग: 7
कठिन शब्दों की व्याख्या
- GLP-1 रिसेप्टर एगोनिस्ट: दवाओं का एक वर्ग जो प्राकृतिक आंत हार्मोन (GLP-1) के कार्य की नकल करते हैं ताकि रक्त शर्करा और भूख को नियंत्रित करने में मदद मिल सके, जो आमतौर पर टाइप 2 मधुमेह के इलाज और वजन घटाने में सहायता के लिए उपयोग किए जाते हैं।
- सेमाग्लूटाइड: नोवो नॉर्डिस्क के वेगोवी जैसे लोकप्रिय वेट-लॉस दवाओं और ओज़ेम्पिक जैसे मधुमेह उपचारों में सक्रिय फार्मास्युटिकल घटक।

