क्वेस कॉर्प का चौंकाने वाला फैसला: लोहित भाटिया बने नए CEO! क्या वो वैश्विक विस्तार का नेतृत्व करेंगे?
Overview
क्वेस कॉर्प ने लोहित भाटिया को मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) और प्रमुख प्रबंधकीय कार्मिक (KMP) के पद पर पदोन्नत करने की घोषणा की है, जो 1 जनवरी 2026 से प्रभावी होगा। भाटिया, जो वर्तमान में भारत और वैश्विक संचालन के अध्यक्ष हैं, 28 वर्षों से अधिक का अनुभव और क्वेस के स्टाफिंग व्यवसाय को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ाने का सिद्ध ट्रैक रिकॉर्ड लाते हैं। उनकी नियुक्ति स्टाफिंग समाधान कंपनी के लिए औपचारिकता (formalisation) और वैश्विक नेतृत्व पर रणनीतिक फोकस का संकेत देती है।
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स्टाफिंग समाधान प्रमुख क्वेस कॉर्प ने लोहित भाटिया को अपना नया मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) और प्रमुख प्रबंधकीय कार्मिक (KMP) नियुक्त करने की घोषणा की है। यह महत्वपूर्ण नियुक्ति 1 जनवरी 2026 से प्रभावी होगी, जो कंपनी के लिए एक नए अध्याय की शुरुआत करेगी।
लोहित भाटिया, जो वर्तमान में क्वेस कॉर्प के भारत और वैश्विक संचालन के अध्यक्ष के रूप में कार्यरत हैं, टेक्सटाइल, ऑटो कंपोनेंट्स और सर्विसेज जैसे विविध क्षेत्रों में 28 वर्षों से अधिक का व्यापक अनुभव रखते हैं। उनके पास बिक्री, व्यवसाय विकास और बड़े पैमाने पर मानव संसाधन आउटसोर्सिंग (manpower outsourcing) में गहरी विशेषज्ञता है।
उन्होंने 2011 में क्वेस कॉर्प ज्वाइन किया था और अपनी नेतृत्व क्षमता का प्रदर्शन करते हुए धीरे-धीरे रैंकों में ऊपर उठे हैं। भाटिया के नेतृत्व में, क्वेस कॉर्प के स्टाफिंग व्यवसाय ने अभूतपूर्व वृद्धि देखी है, जो लगभग 13,000 सहयोगियों से बढ़कर 480,000 से अधिक हो गया है। वह प्रोफेशनल स्टाफिंग टीमों के भीतर दोहरे अंकों के मार्जिन (double-digit margins) को बढ़ाने में सहायक रहे हैं और उन्होंने ₹100 करोड़ की अर्निंग्स बिफोर इंटरेस्ट, टैक्सेस, डेप्रिसिएशन और एमोर्टाइजेशन (EBITDA) की रन-रेट वाला व्यवसाय सफलतापूर्वक बनाया है। इसके अलावा, मध्य पूर्व, सिंगापुर और श्रीलंका जैसे क्षेत्रों में विलय और अधिग्रहण (M&A) के माध्यम से उनके रणनीतिक अंतरराष्ट्रीय विस्तार के दृष्टिकोण ने लाभ पहुंचाया है, जिससे ये बाजार अब कंपनी के कुल EBITDA का लगभग 20 प्रतिशत योगदान करते हैं।
क्वेस कॉर्प के कार्यकारी निदेशक, गुरुप्रसाद श्रीनिवासन ने नए CEO में विश्वास व्यक्त करते हुए कहा, “लोहित ने क्वेस की विकास यात्रा को 4.8 लाख सहयोगियों तक बढ़ाने और भारत के स्टाफिंग उद्योग में हमारी नेतृत्व स्थिति को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।” लोहित भाटिया ने अपने बयान में क्वेस के लिए अवसर के क्षण पर प्रकाश डाला, कहा, “भारत के नए श्रम संहिताओं (labour codes) द्वारा औपचारिकता (formalisation) को तेज करने के साथ, क्वेस वैश्विक नेतृत्व की ओर अपनी यात्रा में एक शक्तिशाली महत्वपूर्ण बिंदु पर खड़ा है। मैं राष्ट्रीय और संगठनात्मक परिवर्तन के इस क्षण में CEO की भूमिका निभाने के लिए सम्मानित महसूस कर रहा हूँ।” यह घोषणा 5 दिसंबर, 2025 को की गई थी।
यह नेतृत्व परिवर्तन क्वेस कॉर्प के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह भारत के विकसित हो रहे आर्थिक परिदृश्य का लाभ उठाना चाहता है। भाटिया के संचालन को बढ़ाने और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में व्यापक अनुभव कंपनी को भविष्य के विकास और वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए अच्छी स्थिति में रखता है।
निवेशक इस बात पर बारीकी से नजर रखेंगे कि भाटिया भारत के औपचारिकता अभियान और नए श्रम संहिताओं द्वारा प्रस्तुत अवसरों का लाभ कैसे उठाते हैं ताकि क्वेस कॉर्प को अपनी वैश्विक नेतृत्व महत्वाकांक्षाओं को आगे बढ़ाया जा सके।
इस घोषणा से संबंधित कोई विशिष्ट स्टॉक मूल्य आंदोलन डेटा स्रोत पाठ में प्रदान नहीं किया गया था।
यह खबर मुख्य रूप से क्वेस कॉर्प की रणनीतिक दिशा और निवेशक भावना को प्रभावित करती है। इससे परिचालन दक्षता, अंतरराष्ट्रीय विस्तार और बाजार समेकन पर फिर से ध्यान केंद्रित हो सकता है। इंपैक्ट रेटिंग: 6/10।
CEO (मुख्य कार्यकारी अधिकारी), KMP (प्रमुख प्रबंधकीय कार्मिक), EBITDA (ब्याज, कर, मूल्यह्रास और परिशोधन से पहले की कमाई), M&A (विलय और अधिग्रहण), Formalisation (औपचारिकता), Labour Codes (श्रम संहिताएँ)।

