Logo
Whalesbook
HomeStocksNewsPremiumAbout UsContact Us

RBI ने रेपो रेट घटाकर 5.25% किया! होम लोन ईएमआई में आएगी भारी कमी! कर्जदारों को मिलेगी भारी बचत और प्रॉपर्टी मार्केट को मिलेगा बूस्ट!

Real Estate|5th December 2025, 6:53 AM
Logo
AuthorAbhay Singh | Whalesbook News Team

Overview

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने रेपो रेट में 25 बेसिस पॉइंट की कटौती कर इसे 5.25% कर दिया है, जिससे होम लोन काफी सस्ते हो गए हैं। कर्जदार ईएमआई में कमी, लोन अवधि में ब्याज बचत और संभवतः छोटी अवधि की उम्मीद कर सकते हैं। इस कदम से 2026 की शुरुआत तक, खासकर मिड-इनकम और प्रीमियम सेगमेंट में, हाउसिंग डिमांड बढ़ने और रियल एस्टेट बाजार में विश्वास बढ़ने का अनुमान है।

RBI ने रेपो रेट घटाकर 5.25% किया! होम लोन ईएमआई में आएगी भारी कमी! कर्जदारों को मिलेगी भारी बचत और प्रॉपर्टी मार्केट को मिलेगा बूस्ट!

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने एक महत्वपूर्ण नीतिगत निर्णय की घोषणा की है, जिसमें प्रमुख रेपो रेट को 25 बेसिस पॉइंट घटाकर 5.25% कर दिया गया है। इस रणनीतिक कदम का मुख्य उद्देश्य होम लोन को कर्जदारों के लिए अधिक किफायती और सुलभ बनाना है, जिससे रियल एस्टेट बाजार को बढ़ावा मिले। 2025 में अब तक कुल 125 बेसिस पॉइंट की नरमी आ चुकी है, जो वर्तमान माहौल को होम फाइनेंसिंग चाहने वालों के लिए बेहद अनुकूल बनाती है।

मुख्य आंकड़े और कर्जदारों पर प्रभाव

  • पिछली दर से 5.25% तक की यह कटौती घर खरीदारों को बड़ी राहत देने की उम्मीद है।
  • 20 साल की अवधि के ₹50 लाख के लोन पर, जो पहले 8.5% पर था, मासिक ईएमआई में लगभग ₹3,872 की कमी आ सकती है।
  • ईएमआई में यह कमी लोन के पूरे जीवनकाल में लगभग ₹9.29 लाख की कुल ब्याज बचत में तब्दील हो सकती है।
  • वैकल्पिक रूप से, यदि कर्जदार अपनी वर्तमान ईएमआई का भुगतान जारी रखते हैं, तो वे अपनी लोन अवधि को 42 महीने तक कम कर सकते हैं, जिससे कुल ब्याज लागत पर महत्वपूर्ण बचत होगी।

हाउसिंग डिमांड और बाजार की भावना

  • बाजार के प्रतिभागियों को उम्मीद है कि 2025 की चौथी तिमाही से लेकर 2026 की शुरुआत तक हाउसिंग डिमांड मजबूत होगी।
  • मिड-इनकम और प्रीमियम सेगमेंट में सबसे अधिक लाभ दिखने की उम्मीद है, क्योंकि ब्याज दर में बदलाव का प्रभाव यहीं सबसे अधिक स्पष्ट होता है।
  • रियल एस्टेट विशेषज्ञों का मानना है कि यह दर कटौती संभावित घर खरीदारों के लिए विश्वास को बढ़ावा देती है, जो नई प्रॉपर्टी लॉन्च और मौजूदा बिक्री दोनों का समर्थन करती है।

रियल एस्टेट सेक्टर का दृष्टिकोण

  • डेवलपर्स इस दर कटौती को साल के अंत में बिक्री के मौसम के लिए एक सकारात्मक 'भावना गुणक' (sentiment multiplier) मानते हैं।
  • यह खरीदारों के लिए सामर्थ्य का एक महत्वपूर्ण कुशन प्रदान करता है, खासकर बढ़ती प्रॉपर्टी कीमतों की पृष्ठभूमि में।
  • इस कदम से बैंकों को पिछली दर में कटौती को और अधिक आक्रामक तरीके से प्रसारित करने के लिए प्रोत्साहित करने की उम्मीद है, जिससे फ्लोटिंग-रेट ईएमआई में तेजी से समायोजन होगा और बाजार की भावना में सामान्य सुधार होगा।

किफायती और मिड-मार्केट हाउसिंग के लिए समर्थन

  • दर कटौती के लाभों का विस्तार किफायती और मिड-मार्केट हाउसिंग सेगमेंट तक भी होने की उम्मीद है, जिन्हें पहले उच्च कीमतों के कारण मांग संबंधी बाधाओं का सामना करना पड़ा था।
  • यह उन खरीदारों को फिर से सक्रिय कर सकता है जिन्होंने सामर्थ्य संबंधी चिंताओं के कारण अपनी खरीद निर्णयों को टाल दिया था।
  • यह देखते हुए कि अधिकांश होम लोन बाहरी बेंचमार्क से जुड़े हैं, कम दरों का त्वरित प्रसारण अपेक्षित है।

भविष्य की उम्मीदें

  • बैंकों से त्वरित प्रसारण के साथ, कर्जदारों को कम ईएमआई या छोटी लोन अवधि का लाभ मिलेगा।
  • डेवलपर्स 2026 के करीब आते ही, मिड-इनकम, प्रीमियम मेट्रो और उभरते टियर 2 और टियर 3 शहरों सहित विभिन्न बाजार श्रेणियों में हाउसिंग डिमांड में एक स्थिर, व्यापक-आधारित वृद्धि की उम्मीद करते हैं।
  • कुल मिलाकर, आरबीआई का यह निर्णय घर खरीदारों को मापने योग्य राहत देने और आवासीय रियल एस्टेट क्षेत्र में सकारात्मक गति को बनाए रखने के लिए तैयार है।

प्रभाव

  • इस निर्णय से रियल एस्टेट क्षेत्र को सामर्थ्य बढ़ाकर और आवास की मांग बढ़ाकर काफी बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।
  • बैंकों को बेहतर कर्जदार पुनर्भुगतान क्षमता के कारण बंधक ऋण में वृद्धि और संभावित रूप से बेहतर परिसंपत्ति गुणवत्ता देखने को मिल सकती है।
  • निर्माण, भवन निर्माण सामग्री और गृह सज्जा जैसे संबंधित उद्योगों में भी सकारात्मक स्पिलओवर प्रभाव का अनुभव हो सकता है।
  • रियल एस्टेट और बैंकिंग शेयरों के प्रति निवेशक भावना में सुधार होने की संभावना है।
  • प्रभाव रेटिंग: 7

कठिन शब्दों की व्याख्या

  • रेपो रेट (Repo rate): वह ब्याज दर जिस पर भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) वाणिज्यिक बैंकों को पैसा उधार देता है।
  • बेस पॉइंट (bps - Basis point): वित्त में इस्तेमाल की जाने वाली माप की एक इकाई, जो एक प्रतिशत के सौवें हिस्से (0.01%) के बराबर होती है। उदाहरण के लिए, 25 बेस पॉइंट 0.25% के बराबर है।
  • ईएमआई (EMI - Equated Monthly Installment): उधारकर्ता द्वारा ऋणदाता को हर महीने निश्चित तिथि पर भुगतान की जाने वाली एक निश्चित राशि, जिसमें मूलधन और ब्याज दोनों शामिल होते हैं।
  • ट्रांसमिशन (दर कटौती का): वह प्रक्रिया जिसके द्वारा केंद्रीय बैंक की नीतिगत दरों (जैसे रेपो रेट) में किए गए परिवर्तनों को वाणिज्यिक बैंक अपने ग्राहकों तक पहुंचाते हैं, जिसके परिणामस्वरूप ऋण और जमा दरों में परिवर्तन होता है।
  • हेडलाइन इन्फ्लेशन (Headline inflation): किसी अर्थव्यवस्था के लिए समग्र मुद्रास्फीति दर, जिसमें सभी वस्तुएं और सेवाएं शामिल होती हैं।
  • मौद्रिक नीति समिति (MPC - Monetary Policy Committee): भारत में ब्याज दरों को निर्धारित करने और मौद्रिक नीति के प्रबंधन के लिए जिम्मेदार समिति।
  • एक्सटर्नल बेंचमार्क (External benchmark): बैंक के प्रत्यक्ष नियंत्रण से बाहर एक मानक या सूचकांक (जैसे रेपो रेट), जिससे ऋण ब्याज दरें जुड़ी होती हैं।

No stocks found.


Media and Entertainment Sector

प्रमोटर ने की बड़ी खरीदारी: डेल्टा कॉर्प के शेयर भारी इनसाइडर डील पर चढ़े!

प्रमोटर ने की बड़ी खरीदारी: डेल्टा कॉर्प के शेयर भारी इनसाइडर डील पर चढ़े!


Crypto Sector

भारत का क्रिप्टो बाज़ार बूम पर: निवेशक रख रहे हैं 5 टोकन, गैर-मेट्रो शहरों में सबसे ज़्यादा उछाल!

भारत का क्रिप्टो बाज़ार बूम पर: निवेशक रख रहे हैं 5 टोकन, गैर-मेट्रो शहरों में सबसे ज़्यादा उछाल!

GET INSTANT STOCK ALERTS ON WHATSAPP FOR YOUR PORTFOLIO STOCKS
applegoogle
applegoogle

More from Real Estate

प्रेस्टीज एस्टेट्स स्टॉक में उछाल: ब्रोकरेज ने बताया 38% का बड़ा अपसाइड पोटेंशियल!

Real Estate

प्रेस्टीज एस्टेट्स स्टॉक में उछाल: ब्रोकरेज ने बताया 38% का बड़ा अपसाइड पोटेंशियल!

RBI ने रेपो रेट घटाकर 5.25% किया! होम लोन ईएमआई में आएगी भारी कमी! कर्जदारों को मिलेगी भारी बचत और प्रॉपर्टी मार्केट को मिलेगा बूस्ट!

Real Estate

RBI ने रेपो रेट घटाकर 5.25% किया! होम लोन ईएमआई में आएगी भारी कमी! कर्जदारों को मिलेगी भारी बचत और प्रॉपर्टी मार्केट को मिलेगा बूस्ट!

प्रेस्टीज एस्टेट्स में ज़बरदस्त ग्रोथ की उम्मीद: मोतीलाल ओसवाल ने दिया सॉलिड 'BUY' रेटिंग, बड़ा टारगेट!

Real Estate

प्रेस्टीज एस्टेट्स में ज़बरदस्त ग्रोथ की उम्मीद: मोतीलाल ओसवाल ने दिया सॉलिड 'BUY' रेटिंग, बड़ा टारगेट!


Latest News

भारत के गोल्ड ईटीएफ ने रिकॉर्ड इनफ्लो के बीच ₹1 लाख करोड़ का माइलस्टोन पार किया!

Commodities

भारत के गोल्ड ईटीएफ ने रिकॉर्ड इनफ्लो के बीच ₹1 लाख करोड़ का माइलस्टोन पार किया!

जबरदस्त यूपीआई उछाल! नवंबर में 19 अरब+ ट्रांज़ैक्शन ने डिजिटल इंडिया की विस्फोटक वृद्धि का किया खुलासा!

Tech

जबरदस्त यूपीआई उछाल! नवंबर में 19 अरब+ ट्रांज़ैक्शन ने डिजिटल इंडिया की विस्फोटक वृद्धि का किया खुलासा!

कोयंबटूर का टेक सरचार्ज: कोवाई.को AI से SaaS में क्रांति लाने के लिए ₹220 करोड़ निवेश करेगा!

Tech

कोयंबटूर का टेक सरचार्ज: कोवाई.को AI से SaaS में क्रांति लाने के लिए ₹220 करोड़ निवेश करेगा!

BEML भारत के बंदरगाहों को शक्ति देगा: एडवांस्ड क्रेन बनाने के लिए कोरियाई दिग्गजों के साथ ऐतिहासिक सौदा!

Industrial Goods/Services

BEML भारत के बंदरगाहों को शक्ति देगा: एडवांस्ड क्रेन बनाने के लिए कोरियाई दिग्गजों के साथ ऐतिहासिक सौदा!

यूरोपियन मंजूरी से बूस्ट! IOL केमिकल्स को मिला महत्वपूर्ण API सर्टिफिकेशन, ग्लोबल विस्तार के लिए तैयार

Healthcare/Biotech

यूरोपियन मंजूरी से बूस्ट! IOL केमिकल्स को मिला महत्वपूर्ण API सर्टिफिकेशन, ग्लोबल विस्तार के लिए तैयार

राइट्स इश्यू के झटके के बाद एचसीसी स्टॉक में 23% की गिरावट! क्या आपका निवेश सुरक्षित है?

Industrial Goods/Services

राइट्स इश्यू के झटके के बाद एचसीसी स्टॉक में 23% की गिरावट! क्या आपका निवेश सुरक्षित है?