बड़ी खबर: Mirae Asset ने पेश किए 2 नए ETF - निवेशकों को बड़े मुनाफे का मौका! डिविडेंड स्टार्स और टॉप 20 दिग्गज - मौका हाथ से जाने न दें!
Overview
मिरे एसेट इन्वेस्टमेंट मैनेजर्स (इंडिया) ने दो नए पैसिव एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETFs) लॉन्च किए हैं: मिरे एसेट बीएसई 500 डिविडेंड लीडर्स 50 ETF और मिरे एसेट निफ्टी टॉप 20 इक्वल वेट ETF। न्यू फंड ऑफर्स (NFOs) 2 दिसंबर से 10 दिसंबर तक खुले हैं, और 16 दिसंबर को फिर से खुलेंगे। डिविडेंड लीडर्स ETF, बीएसई 500 की उन कंपनियों पर केंद्रित है जो लगातार डिविडेंड देती हैं, जबकि निफ्टी टॉप 20 ETF भारत की 20 सबसे बड़ी कंपनियों में समान एक्सपोजर प्रदान करता है।
मिरे एसेट इन्वेस्टमेंट मैनेजर्स (इंडिया) ने दो नए पैसिव एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETFs) लॉन्च करके अपने निवेश विकल्पों का विस्तार किया है। ये नई योजनाएं निवेशकों को विशिष्ट बाजार खंडों में लक्षित एक्सपोजर प्रदान करने का लक्ष्य रखती हैं।
दोनों न्यू फंड ऑफर्स (NFOs) मिरे एसेट बीएसई 500 डिविडेंड लीडर्स 50 ETF और मिरे एसेट निफ्टी टॉप 20 इक्वल वेट ETF हैं। दोनों NFOs सब्सक्रिप्शन के लिए 2 दिसंबर को खुले थे और 10 दिसंबर तक खुले रहेंगे। ये योजनाएं 16 दिसंबर को फिर से खुलने वाली हैं, जिससे निवेशकों को निवेश के और अवसर मिलेंगे।
मिरे एसेट बीएसई 500 डिविडेंड लीडर्स 50 ETF
- यह ETF, बीएसई 500 डिविडेंड लीडर्स 50 टोटल रिटर्न इंडेक्स के प्रदर्शन को ट्रैक करेगा।
- इस इंडेक्स में बीएसई 500 यूनिवर्स की वे कंपनियां शामिल हैं जिनका लगातार डिविडेंड भुगतान का मजबूत ट्रैक रिकॉर्ड है।
- इंडेक्स में शामिल होने के लिए पात्रता मानदंड में न्यूनतम पांच साल की लिस्टिंग हिस्ट्री और पिछले दस वर्षों में से कम से कम 80% वर्षों में डिविडेंड का भुगतान या लिस्टिंग की तारीख से शामिल है।
मिरे एसेट निफ्टी टॉप 20 इक्वल वेट ETF
- यह ETF, निफ्टी टॉप 20 इक्वल वेट टोटल रिटर्न इंडेक्स को दोहराने का लक्ष्य रखता है।
- यह भारत की 20 सबसे बड़ी लिस्टेड कंपनियों में समान निवेश एक्सपोजर प्रदान करता है।
- ये 20 कंपनियां सामूहिक रूप से भारत की कुल मार्केट कैपिटलाइजेशन का लगभग 46.5% प्रतिनिधित्व करती हैं।
- ये वित्तीय सेवाओं, सूचना प्रौद्योगिकी, उपभोक्ता वस्तुओं, ऑटोमोबाइल, दूरसंचार और बुनियादी ढांचे जैसे प्रमुख क्षेत्रों में फैली हुई हैं।
- इक्वल-वेट पद्धति यह सुनिश्चित करती है कि पोर्टफोलियो में प्रत्येक घटक का समान वेटेज हो, जो पारंपरिक मार्केट-कैप-आधारित इंडेक्स से भिन्न है जहाँ बड़ी कंपनियां हावी होती हैं।
निवेश का औचित्य
- लार्ज-कैप स्टॉक, जो अक्सर ऐसे इंडेक्स के घटक होते हैं, आम तौर पर व्यापक बाजार की तुलना में अधिक स्थिर वित्तीय फंडामेंटल्स और कम अस्थिरता प्रदर्शित करते हैं।
- इक्वल-वेट दृष्टिकोण कुछ मार्केट लीडर्स में एकाग्रता के बजाय, सभी 20 कंपनियों में जोखिम को समान रूप से वितरित करके विविधीकरण लाभ प्रदान करता है।
- मिरे एसेट के आंतरिक शोध और एनएसई इंडेक्स के आंकड़ों के अनुसार (30 नवंबर, 2025 तक), चुने गए खंड भारत के इक्विटी बाजारों में दीर्घकालिक कॉर्पोरेट स्थिरता और नेतृत्व को दर्शाते हैं।
- दोनों योजनाएं ओपन-एंडेड फंड के रूप में संरचित हैं, जो निवेशकों को लचीलापन प्रदान करती हैं।

