पार्क हॉस्पिटल IPO अलर्ट! ₹920 करोड़ का हेल्थकेयर दिग्गज 10 दिसंबर को खुलेगा – इस धन अवसर को हाथ से जाने न दें!
Overview
पार्क मेडी वर्ल्ड, जो उत्तरी भारत में पार्क हॉस्पिटल चेन का संचालन करता है, 10 दिसंबर से 12 दिसंबर तक अपना ₹920 करोड़ का IPO लॉन्च कर रहा है। प्राइस बैंड ₹154-₹162 प्रति शेयर तय किया गया है। IPO से प्राप्त राशि का उपयोग कर्ज चुकाने, नए अस्पताल विकसित करने और चिकित्सा उपकरण खरीदने के लिए किया जाएगा। कंपनी ने अपने नवीनतम वित्तीय में लाभ और राजस्व वृद्धि दर्ज की है।
पार्क मेडी वर्ल्ड, उत्तरी भारत में प्रसिद्ध पार्क हॉस्पिटल चेन का प्रमुख ऑपरेटर, अगले सप्ताह अपना इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) लॉन्च करने के लिए तैयार है, जो हेल्थकेयर सेक्टर में निवेशकों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है।
IPO लॉन्च विवरण
- पार्क मेडी वर्ल्ड का IPO सब्सक्रिप्शन के लिए 10 दिसंबर को खुलेगा और 12 दिसंबर को बंद होगा।
- एंकर बुक, जो संस्थागत निवेशकों को खुदरा सेगमेंट से पहले सब्सक्राइब करने की अनुमति देती है, 9 दिसंबर को खुलेगी।
- कुल इश्यू साइज ₹920 करोड़ है।
प्राइस बैंड और लॉट साइज
- कंपनी ने IPO के लिए प्राइस बैंड ₹154 से ₹162 प्रति शेयर तय किया है।
- प्रत्येक शेयर का फेस वैल्यू ₹2 है।
- रिटेल निवेशक न्यूनतम एक लॉट, जिसमें 92 शेयर होंगे, के लिए अप्लाई कर सकते हैं, जिसकी ऊपरी प्राइस बैंड पर लागत ₹14,904 होगी। इसके बाद के आवेदन 92 शेयरों के गुणक में होने चाहिए।
- स्मॉल हाई नेट-वर्थ इंडिविजुअल्स (HNIs) के लिए न्यूनतम बोली 1,288 शेयर (₹2,08,656) है, और लार्ज HNIs के लिए, यह 6,256 शेयर (₹10 लाख) है।
फंडरेज़िंग और इस्तेमाल
- कुल फंडरेज़िंग में ₹770 करोड़ का फ्रेश इश्यू ऑफ शेयर्स और प्रमोटर डॉ. अजीत गुप्ता द्वारा ₹150 करोड़ का ऑफर-फॉर-सेल (OFS) शामिल होगा।
- IPO साइज को पहले के ड्राफ्ट प्रस्ताव ₹1,260 करोड़ से घटाकर रिवाइज किया गया था।
- फ्रेश इश्यू से प्राप्त धनराशि मुख्य रूप से ऋण चुकाने (₹380 करोड़) के लिए आवंटित की जाएगी, जो अक्टूबर 2025 तक ₹624.3 करोड़ के समेकित उधार को ध्यान में रखते हुए है।
- आगे फंड नए अस्पताल के विकास (₹60.5 करोड़) और कंपनी व उसकी सहायक कंपनियों के लिए मेडिकल उपकरण की खरीद (₹27.4 करोड़) में सहायक होंगे।
- शेष राशि सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए उपयोग की जाएगी।
पार्क मेडी वर्ल्ड: संचालन और पहुंच
- पार्क मेडी वर्ल्ड प्रसिद्ध पार्क ब्रांड के तहत 14 NABH-मान्यता प्राप्त मल्टी-सुपर स्पेशियालिटी अस्पताल संचालित करता है।
- ये अस्पताल रणनीतिक रूप से उत्तर भारत में स्थित हैं, जिनमें हरियाणा में आठ, दिल्ली में एक, पंजाब में तीन और राजस्थान में दो हैं।
- अस्पताल श्रृंखला 30 से अधिक सुपर-स्पेशियलिटी और स्पेशियालिटी सेवाओं की एक व्यापक रेंज प्रदान करती है।
वित्तीय मुख्य अंश
- सितंबर 2025 को समाप्त छह महीनों के लिए, पार्क मेडी वर्ल्ड ने ₹139.1 करोड़ का लाभ दर्ज किया, जो पिछले वर्ष से 23.3% अधिक है।
- इसी अवधि के लिए राजस्व 17% बढ़कर ₹808.7 करोड़ हो गया, जबकि पिछले वर्ष यह ₹691.5 करोड़ था।
निवेशक आवंटन
- IPO में रिटेल निवेशकों के लिए ऑफर साइज का 35% आरक्षित है।
- क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIBs) को 50% आवंटित किया गया है।
- नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NIIs) को 15% मिलेगा।
बाजार पूंजीकरण अनुमान
- प्राइस बैंड के ऊपरी छोर पर, पार्क मेडी वर्ल्ड का बाजार पूंजीकरण लगभग ₹6,997.28 करोड़ होने का अनुमान है।
लीड मैनेजर्स
- इश्यू का प्रबंधन करने वाले मर्चेंट बैंकर नुवामा वेल्थ मैनेजमेंट, सीएलएसए इंडिया, डीएएम कैपिटल एडवाइजर्स और इंटेंसिव फिकल सर्विसेज हैं।
प्रभाव
- यह IPO भारत के बढ़ते हेल्थकेयर सेक्टर में एक महत्वपूर्ण निवेश अवसर प्रदान करता है, जो स्टॉक मार्केट के हेल्थकेयर सेगमेंट को संभावित बढ़ावा दे सकता है।
- सफल फंडरेज़िंग पार्क मेडी वर्ल्ड को ऋण कम करके और बुनियादी ढांचे का विस्तार करके अपनी वित्तीय स्थिति को मजबूत करने में सक्षम बनाएगा, जो भविष्य में विकास और लाभप्रदता की ओर ले जा सकता है।
- निवेशकों के लिए, यह सिद्ध ट्रैक रिकॉर्ड वाले एक स्थापित अस्पताल श्रृंखला में निवेश का अवसर प्रदान करता है।
- प्रभाव रेटिंग: 8/10
कठिन शब्दों की व्याख्या
- इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO): यह वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा एक निजी कंपनी पहली बार जनता को अपने शेयर प्रदान करती है।
- एंकर बुक: इश्यू में विश्वास बनाने के लिए चुनिंदा संस्थागत निवेशकों को शेयरों का प्री-IPO आवंटन।
- प्राइस बैंड: वह सीमा जिसके भीतर IPO शेयरों को सब्सक्रिप्शन के लिए पेश किया जाता है।
- रिटेल इन्वेस्टर्स: व्यक्तिगत निवेशक जो ₹2 लाख तक के शेयरों के लिए आवेदन करते हैं।
- क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIBs): बड़े संस्थागत निवेशक जैसे म्यूचुअल फंड, विदेशी संस्थागत निवेशक और बैंक।
- नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NIIs): हाई नेट-वर्थ इंडिविजुअल्स (HNIs) और अन्य निवेशक जो खुदरा सीमा से ऊपर के शेयरों के लिए आवेदन करते हैं।
- ऑफर-फॉर-सेल (OFS): जब मौजूदा शेयरधारक कंपनी में अपनी हिस्सेदारी नए निवेशकों को बेचते हैं।
- NABH-मान्यता प्राप्त: नेशनल एक्रेडिटेशन बोर्ड फॉर हॉस्पिटल्स एंड हेल्थकेयर प्रोवाइडर्स द्वारा प्रमाणित, जो गुणवत्ता मानकों के अनुपालन को इंगित करता है।
- समेकित उधार (Consolidated Borrowings): कंपनी और उसकी सभी सहायक कंपनियों का कुल मिलाकर लिया गया कर्ज।
- सुपर-स्पेशियलिटी सेवाएं: अत्यधिक विशिष्ट चिकित्सा सेवाएं जो विशिष्ट रोगों या अंग प्रणालियों पर ध्यान केंद्रित करती हैं।

