एनआईआईएफ (NIIF) अपनी IntelliSmart हिस्सेदारी 500 मिलियन डॉलर में बेचने की योजना बना रहा है: क्या भारत का स्मार्ट मीटर भविष्य नए हाथों में जाएगा?
Overview
नेशनल इन्वेस्टमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्चर फंड (NIIF) अपनी 51% IntelliSmart Infrastructure की हिस्सेदारी को 500 मिलियन डॉलर के मूल्यांकन पर बेचने पर विचार कर रहा है। IntelliSmart एक स्मार्ट बिजली मीटर कंपनी है। NIIF, जिसने 2019 से IntelliSmart में निवेश किया है, संभावित खरीदारों को खोजने के लिए एक सलाहकार के साथ काम कर रहा है। IntelliSmart, NIIF और एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज लिमिटेड का एक संयुक्त उद्यम है, जो भारतीय बिजली कंपनियों के लिए स्मार्ट मीटर तैनात करता है। यह विचार-विमर्श जारी है और बिक्री की गारंटी नहीं है।
नेशनल इन्वेस्टमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्चर फंड (NIIF) कथित तौर पर भारत के स्मार्ट मीटरिंग क्षेत्र में एक प्रमुख खिलाड़ी IntelliSmart Infrastructure में अपनी बहुमत हिस्सेदारी बेचने पर विचार कर रहा है। फंड कंपनी में अपनी 51% हिस्सेदारी बेचने पर विचार कर रहा है, जो उसके निवेश पोर्टफोलियो में संभावित बदलाव का संकेत देता है।
NIIF प्रमुख हिस्सेदारी बिक्री पर विचार कर रहा है
- मामले से जुड़े सूत्रों के अनुसार, NIIF, IntelliSmart Infrastructure में अपनी हिस्सेदारी के लिए संभावित खरीदारों की पहचान करने और उनसे संपर्क करने के लिए एक सलाहकार के साथ सक्रिय रूप से काम कर रहा है।
- फंड अपनी 51% हिस्सेदारी के लिए लगभग 500 मिलियन डॉलर का मूल्यांकन चाहता है, जो कंपनी के विकास और बाजार की स्थिति को दर्शाता है।
- ये चर्चाएं निजी हैं, और परिणाम अनिश्चित है, क्योंकि विचार-विमर्श जारी है और जरूरी नहीं कि बिक्री पूरी हो।
IntelliSmart: भारत के स्मार्ट ग्रिड को सशक्त बनाना
- IntelliSmart Infrastructure की स्थापना 2019 में NIIF और एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज लिमिटेड (EESL) के बीच एक संयुक्त उद्यम के रूप में हुई थी।
- कंपनी का मुख्य उद्देश्य पूरे भारत में बिजली उपयोगिताओं के लिए स्मार्ट मीटर कार्यक्रम तैनात करना है।
- ये उन्नत मीटर दूर से रीडिंग लेने की क्षमता प्रदान करते हैं, नेटवर्क विफलताओं की शीघ्र पहचान में मदद करते हैं, और उपभोक्ताओं को महत्वपूर्ण उपभोग डेटा प्रदान करते हैं, जिससे वे अपने ऊर्जा बिलों का प्रबंधन और उन्हें कम कर सकते हैं।
NIIF की निवेश रणनीति और विनिवेश
- NIIF, जो 2015 में भारतीय सरकार द्वारा बनाया गया एक अर्ध-संप्रभु धन कोष (quasi-sovereign wealth fund) है, भारत में बुनियादी ढांचे के विकास पर ध्यान केंद्रित करता है।
- यह पर्याप्त संपत्ति का प्रबंधन करता है, जिसकी रिपोर्ट 4.9 बिलियन डॉलर से अधिक है, और इसके 75 से अधिक प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष निवेशों का एक विस्तृत पोर्टफोलियो है।
- IntelliSmart की यह संभावित बिक्री इस वर्ष NIIF द्वारा की गई संपत्ति की बिक्री के पैटर्न का अनुसरण करती है, जिसमें अयाना रिन्यूएबल पावर, जम्मू और कश्मीर में राजमार्ग परियोजनाएं, और इलेक्ट्रिक-वाहन निर्माता एथर एनर्जी लिमिटेड की हिस्सेदारी शामिल है।
स्मार्ट मीटर तकनीक का महत्व
- स्मार्ट मीटर को व्यापक रूप से अपनाना भारत के बिजली वितरण नेटवर्क के आधुनिकीकरण का एक महत्वपूर्ण घटक है।
- लाभों में उपयोगिताओं के लिए परिचालन लागत में कमी, बिलिंग सटीकता में सुधार और उपभोक्ताओं के लिए उन्नत ऊर्जा प्रबंधन शामिल हैं।
- इस परिवर्तन में IntelliSmart की भूमिका इसे क्षेत्र के भविष्य के विकास में एक महत्वपूर्ण इकाई के रूप में स्थापित करती है।
प्रभाव
- यदि बिक्री सफल होती है, तो IntelliSmart नए स्वामित्व के तहत रणनीतिक दिशा में बदलाव देख सकता है, जिससे इसके विकास में तेजी आ सकती है या इसकी सेवाओं का विस्तार हो सकता है।
- NIIF के लिए, यह एक निवेश चक्र के समापन का प्रतिनिधित्व करता है, जिससे भविष्य की बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के लिए पूंजी मुक्त होती है।
- यह लेनदेन भारत के स्मार्ट ग्रिड और यूटिलिटी प्रौद्योगिकी क्षेत्र में निवेशकों की रुचि को और बढ़ा सकता है।
- प्रभाव रेटिंग: 7/10

