Tech
|
Updated on 06 Nov 2025, 04:14 am
Reviewed By
Akshat Lakshkar | Whalesbook News Team
▶
साइंट के डिजिटल, इंजीनियरिंग और टेक्नोलॉजी (DET) सेगमेंट के सीईओ बने सुकुमार बनर्जी ने फरवरी में पदभार संभाला था। उन्होंने कर्मचारियों में ग्रोथ की मजबूत इच्छा की पहचान की है। इंजीनियरिंग में साइंट की विरासत के बावजूद, बनर्जी ने प्रदर्शन संस्कृति को उन्नत करने और बाजार प्रासंगिकता (market relevance) को पुनः प्राप्त करने की आवश्यकता बताई, यह कहते हुए कि कंपनी \"बाजार से संपर्क खो चुकी थी\". DET व्यवसाय ने वित्तीय वर्ष 25 में 3% राजस्व गिरावट और EBIT मार्जिन में 261 बेसिस पॉइंट की साल-दर-साल कमी देखी, जिसका कारण राजस्व में बदलाव और निवेश था। वित्त वर्ष 27 के लिए, बनर्जी का लक्ष्य उच्च सिंगल से निम्न डबल अंकों की साल-दर-साल ग्रोथ हासिल करना और लाभप्रदता मार्जिन (profitability margins) को 15% तक बहाल करना है। लागत पुनर्गठन (cost restructuring) उपायों से इस वित्तीय वर्ष में परिणाम मिलने की उम्मीद है, और कंपनी सक्रिय रूप से अधिग्रहणों पर विचार कर रही है, विशेष रूप से डेटा इंजीनियरिंग और प्लेटफॉर्म इंजीनियरिंग कंपनियों में। ये अधिग्रहण क्षमता (competency) जोड़ने और पोर्टफोलियो में विविधता लाने के लिए लगभग 100 मिलियन डॉलर के राजस्व के होंगे। प्रमुख विकास क्षेत्रों में AI अनुप्रयोगों के लिए डेटा इंजीनियरिंग का लाभ उठाना और अमेरिका में ITAR क्लीयरेंस प्राप्त करके रक्षा क्षेत्र में विस्तार करना शामिल है। मध्य पूर्व को भी एक उच्च-विकास अवसर के रूप में देखा जा रहा है क्योंकि साइंट के मुख्य क्षेत्रों में खर्च बढ़ रहा है। ब्रोकरेज रिपोर्ट DET व्यवसाय में स्थिरीकरण (stabilization) और सुधार के शुरुआती संकेत दिखा रही हैं, हालांकि मार्जिन विस्तार एक फोकस बना हुआ है। इस खबर का सीधा असर साइंट लिमिटेड और उसकी सहायक कंपनी साइंट डीएलएम के निवेशकों पर पड़ेगा, जो उनके स्टॉक प्रदर्शन और निवेश निर्णयों को प्रभावित करेगा। यह भविष्य की कमाई और बाजार की स्थिति को प्रभावित करने वाले रणनीतिक बदलावों का संकेत देता है।