Tech
|
Updated on 15th November 2025, 9:08 AM
Author
Aditi Singh | Whalesbook News Team
यूनिकॉमर्स, भारत का पहला लगातार मुनाफे वाला ई-कॉमर्स SaaS प्लेयर, अगस्त 2024 में शानदार IPO लाया। कंपनी ने FY25 के लिए मजबूत राजस्व और लाभ वृद्धि दर्ज की, साथ ही प्रभावशाली 80% का ग्रॉस मार्जिन बनाए रखा। ऑटोमेशन, एनालिटिक्स और AI पर ध्यान केंद्रित करने के साथ, यूनिकॉमर्स भारत के बढ़ते ई-कॉमर्स बाजार का लाभ उठाने और विश्व स्तर पर विस्तार करने के लिए अच्छी स्थिति में है।
▶
यूनिकॉमर्स, एक अग्रणी ई-कॉमर्स इनेबलमेंट सॉफ्टवेयर एज़ अ सर्विस (SaaS) प्रदाता, ने अगस्त 2024 में अपनी पब्लिक लिस्टिंग के बाद मजबूत प्रदर्शन दिखाया है। यह कंपनी, जो भारत की पहली सार्वजनिक रूप से सूचीबद्ध और लगातार मुनाफे वाली ई-कॉमर्स SaaS प्लेयर है, ने FY25 में स्टैंडअलोन राजस्व में 9.74% की वृद्धि के साथ 113.7 करोड़ रुपये और कर-पश्चात लाभ (PAT) में 65.64% की छलांग के साथ 21.6 करोड़ रुपये दर्ज किए। FY25 के लिए समेकित (consolidated) आंकड़े, जिसमें हाल ही में अधिग्रहित शिपवे टेक्नोलॉजी भी शामिल है, 30.1% राजस्व वृद्धि के साथ 134.8 करोड़ रुपये और 34.3% PAT वृद्धि के साथ 17.6 करोड़ रुपये दिखाते हैं। यूनिकॉमर्स उल्लेखनीय 80% ग्रॉस मार्जिन के साथ काम करता है, जो मजबूत ऑपरेटिंग लीवरेज और इसके SaaS मॉडल की मार्जिन-संचयकारी (margin-accretive) अर्थशास्त्र को प्रदर्शित करता है। कंपनी अब ऑटोमेशन, एनालिटिक्स और AI द्वारा संचालित अपने अगले विकास चरण पर ध्यान केंद्रित कर रही है, जिसका लक्ष्य भारत के ई-कॉमर्स बाजार की अनुमानित महत्वपूर्ण वृद्धि का लाभ उठाना है। शिपवे टेक्नोलॉजी का अधिग्रहण शिपिंग ऑटोमेशन और ग्राहक जुड़ाव में इसकी क्षमताओं को और बढ़ाता है। यूनिकॉमर्स का धैर्यपूर्ण, वित्तीय रूप से अनुशासित दृष्टिकोण, रक्षात्मक तकनीक (defensible technology) और गहन एकीकरण (deep integrations) के निर्माण पर ध्यान केंद्रित करना, बदलते बाजार की गतिशीलता के बीच इसे प्रासंगिक और लाभदायक बनाए रखता है। Impact: यह खबर यूनिकॉमर्स के लिए अत्यंत सकारात्मक है, जो इसके बाजार की स्थिति और निवेशकों के विश्वास को मजबूत करती है। यह भारत के ई-कॉमर्स इनेबलमेंट क्षेत्र में विकास क्षमता को उजागर करता है, और संभावित रूप से आगे के निवेश और नवाचार को बढ़ावा दे सकता है। Rating: 7/10। Difficult Terms: SaaS (Software as a Service - सॉफ्टवेयर एज़ अ सर्विस): एक व्यावसायिक मॉडल जहाँ सॉफ्टवेयर को सब्सक्रिप्शन आधार पर लाइसेंस दिया जाता है और इंटरनेट के माध्यम से एक्सेस किया जाता है। YoY (Year-over-Year - वर्ष-दर-वर्ष): पिछले वर्ष की इसी अवधि के वित्तीय मेट्रिक्स की तुलना। PAT (Profit After Tax - कर-पश्चात लाभ): राजस्व से सभी करों की कटौती के बाद बचा हुआ लाभ। Consolidated Revenue (समेकित राजस्व): एक मूल कंपनी और उसकी सहायक कंपनियों का कुल राजस्व, जिसे एक एकल वित्तीय विवरण में संयोजित किया जाता है। Standalone Revenue (स्टैंडअलोन राजस्व): केवल मूल कंपनी द्वारा उत्पन्न राजस्व, सहायक कंपनियों को छोड़कर। Gross Margin (ग्रॉस मार्जिन): राजस्व और बेचे गए माल की लागत के बीच का अंतर, जो मुख्य संचालन से लाभप्रदता को दर्शाता है। CAGR (Compound Annual Growth Rate - चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर): एक निर्दिष्ट अवधि में निवेश की औसत वार्षिक वृद्धि दर, यह मानते हुए कि लाभों को प्रत्येक वर्ष पुनर्निवेश किया गया था। EBITDA (Earnings Before Interest, Taxes, Depreciation, and Amortization - ब्याज, कर, मूल्यह्रास और परिशोधन से पहले की कमाई): कंपनी के समग्र वित्तीय प्रदर्शन का एक माप जो शुद्ध आय के विकल्प के रूप में उपयोग किया जाता है। SKU (Stock Keeping Unit - स्टॉक कीपिंग यूनिट): प्रत्येक विशिष्ट उत्पाद और सेवा के लिए एक अनूठी पहचानकर्ता जिसे खरीदा जा सकता है। TAM (Total Addressable Market - कुल पता योग्य बाज़ार): किसी उत्पाद या सेवा की कुल बाज़ार मांग। RTOs (Returns to Origin - मूल स्थान पर वापसी): जब कोई ई-कॉमर्स ऑर्डर ग्राहक तक डिलीवर नहीं हो पाता और विक्रेता को वापस भेज दिया जाता है। Omnichannel (ओमनीचैनल): एक खुदरा रणनीति जो ग्राहकों को ऑनलाइन और ऑफलाइन चैनलों पर एक एकीकृत खरीदारी अनुभव प्रदान करती है।