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भारतीय कंपनियां AI का इस्तेमाल बढ़ा रही हैं, लेकिन बजट को लेकर सतर्क - EY-CII स्टडी का खुलासा

Tech

|

Updated on 16 Nov 2025, 01:42 pm

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Reviewed By

Simar Singh | Whalesbook News Team

Short Description:

एक नई EY-CII स्टडी दिखाती है कि भारतीय कंपनियां AI को प्रयोगों से निकालकर मुख्य वर्कफ़्लो में ला रही हैं, 47% अब कई जनरेटिव AI एप्लीकेशन चला रही हैं। लीडर्स को उम्मीद है कि AI व्यवसायों को महत्वपूर्ण रूप से बदल देगा, फिर भी 95% से अधिक अपने IT बजट का पांचवां हिस्सा भी AI/ML पर खर्च नहीं करतीं। यह महत्वाकांक्षा और वित्तीय प्रतिबद्धता के बीच एक खाई दर्शाता है। कंपनियां गति को प्राथमिकता देती हैं, संचालन, ग्राहक सेवा और विपणन में निवेश करती हैं, और बाहरी सहयोग बढ़ा रही हैं। प्रतिभा की कमी बनी हुई है, लेकिन एक नए "प्रदर्शन-संचालित चरण" में अपनाने का momentum favor कर रहा है।
भारतीय कंपनियां AI का इस्तेमाल बढ़ा रही हैं, लेकिन बजट को लेकर सतर्क - EY-CII स्टडी का खुलासा

Detailed Coverage:

भारतीय व्यवसाय आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का उपयोग करने में तेजी ला रहे हैं, प्रयोगों से आगे बढ़कर अपने दैनिक कार्यों में इसे अपना रहे हैं। EY और भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) की संयुक्त अध्ययन, "The AIdea of India: Outlook 2026," से पता चला है कि 47% कंपनियां अब अपने मुख्य वर्कफ़्लो में कई जनरेटिव AI एप्लीकेशन का उपयोग कर रही हैं, जो पिछले साल के पायलट-केंद्रित दृष्टिकोण से एक महत्वपूर्ण वृद्धि है।

हालांकि, यह तीव्र गति से तैनाती सतर्क खर्च के साथ आ रही है। इन संगठनों में 95% से अधिक कंपनियां अपने सूचना प्रौद्योगिकी (IT) बजट का 20% से कम AI और मशीन लर्निंग (ML) के लिए आवंटित कर रही हैं। यह उनकी महत्वाकांक्षी AI योजनाओं और वास्तविक वित्तीय निवेश के बीच एक स्पष्ट अंतर को उजागर करता है।

प्रभाव: यह खबर भारतीय शेयर बाजार के लिए अत्यधिक प्रासंगिक है। रिपोर्ट में विस्तार से बताया गया है कि भारतीय व्यवसाय कैसे काम कर रहे हैं और भविष्य की योजना बना रहे हैं। जो कंपनियां AI का सफलतापूर्वक दक्षता, ग्राहक सेवा और विपणन के लिए उपयोग कर पाएंगी, वे बेहतर वित्तीय प्रदर्शन देख सकती हैं, जिससे स्टॉक की कीमतों में वृद्धि हो सकती है। इसके विपरीत, जो कंपनियां अपनाने में धीमी हैं या प्रतिभा की कमी का सामना कर रही हैं, वे पिछड़ सकती हैं। AI को अपनाने की समग्र प्रवृत्ति भारत के कॉर्पोरेट परिदृश्य में एक दीर्घकालिक विकास का सुझाव देती है, जो विभिन्न क्षेत्रों में प्रतिस्पर्धा और निवेशक भावना को प्रभावित करेगी। प्रभाव रेटिंग: 7/10

व्यवसायों के लिए इसका क्या मतलब है: व्यापारिक नेता आशावादी हैं, 76% को उम्मीद है कि जनरेटिव AI उनकी कंपनियों को महत्वपूर्ण रूप से बदल देगा और 63% इसे भुनाने के लिए तैयार महसूस करते हैं। गति पर ध्यान केंद्रित है, कंपनियां अक्सर लंबी इन-हाउस विकास प्रक्रियाओं पर तीव्र कार्यान्वयन को प्राथमिकता देती हैं। भविष्य के निवेश सीधे प्रदर्शन से जुड़े प्रमुख व्यावसायिक कार्यों जैसे संचालन, ग्राहक सेवा और विपणन में लक्षित हैं।

AI के लिए सफलता की परिभाषा भी विकसित हो रही है। निवेश पर रिटर्न (ROI) अब केवल लागत कम करने के बारे में नहीं है; इसमें दक्षता में वृद्धि, समय का अनुकूलन, व्यावसायिक लाभ हासिल करना, प्रतिस्पर्धी बढ़त बनाना और दीर्घकालिक लचीलापन बनाना शामिल है।

सहयोग और कार्यबल परिवर्तन: भारतीय फर्में नवाचार के लिए बाहरी स्रोतों की ओर तेजी से देख रही हैं। लगभग 60% कंपनियां स्टार्टअप्स या मूल उपकरण निर्माताओं (OEMs) के साथ AI समाधानों का सह-विकास कर रही हैं, जो पूरी तरह से आंतरिक प्रयासों से अलग है। अधिकांश (78%) हाइब्रिड मॉडल का उपयोग करते हैं, जिसमें विकास और तैनाती में तेजी लाने के लिए आंतरिक टीमों को बाहरी विशेषज्ञों के साथ जोड़ा जाता है।

AI का उदय नौकरियों को भी बदल रहा है। 64% कंपनियां मानकीकृत कार्यों के लिए भूमिकाओं में बदलाव की रिपोर्ट करती हैं, जबकि 59% नेताओं को प्रतिभा की कमी की चिंता है, जो AI-तैयार पेशेवरों की कमी का हवाला देते हैं। कंपनियां अपने ढांचों को AI-प्रथम भविष्य के लिए फिर से डिजाइन कर रही हैं, मिड-ऑफिस और नवाचार विभागों में नई भूमिकाएं उभर रही हैं।

बजट की बाधाओं के बावजूद, AI अपनाने की प्रवृत्ति मजबूत है। जिन कंपनियों ने जल्दी शुरुआत की थी, वे अब अपने विभागों में AI का विस्तार कर रही हैं, जिससे भारत में एंटरप्राइज AI के लिए एक "प्रदर्शन-संचालित चरण" (performance-led phase) शुरू हुआ है।

कठिन शब्दों की व्याख्या: * **जनरेटिव AI (Generative AI)**: यह एक प्रकार की कृत्रिम बुद्धिमत्ता है जो अपने प्रशिक्षित डेटा के आधार पर नया कंटेंट, जैसे टेक्स्ट, चित्र, संगीत या कोड बना सकती है। * **AI/ML**: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) मशीनों द्वारा ऐसे कार्य करने का एक व्यापक विचार है जिनके लिए आमतौर पर मानव बुद्धि की आवश्यकता होती है। मशीन लर्निंग (ML) AI का एक उपसमुच्चय है जो सिस्टम को स्पष्ट प्रोग्रामिंग के बिना डेटा से सीखने की अनुमति देता है। * **IT बजट (IT Budgets)**: ये संगठनों द्वारा अपने सूचना प्रौद्योगिकी संसाधनों, जिसमें हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर, सेवाएं और कार्मिक शामिल हैं, के लिए आवंटित वित्तीय योजनाएं हैं। * **ROI (Return on Investment)**: निवेश पर रिटर्न। यह एक प्रदर्शन माप है जिसका उपयोग निवेश की दक्षता का मूल्यांकन करने के लिए किया जाता है। इसकी गणना निवेश की लागत से शुद्ध लाभ को विभाजित करके की जाती है। * **OEMs (Original Equipment Manufacturers)**: मूल उपकरण निर्माता। ये वे कंपनियां हैं जो ऐसे पुर्जे और उपकरण बनाती हैं जिन्हें किसी अन्य निर्माता द्वारा विपणन किया जा सकता है। इस संदर्भ में, यह AI कंपोनेंट्स या प्लेटफॉर्म बनाने वाली कंपनियों को संदर्भित करता है। * **PSUs (Public Sector Undertakings)**: सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम। ये भारत में सरकारी स्वामित्व वाली निगम हैं। * **हाइब्रिड मॉडल (Hybrid Models)**: इस संदर्भ में, यह विकास और तैनाती के लिए आंतरिक कंपनी संसाधनों को बाहरी विशेषज्ञता या समाधानों के साथ संयोजित करने की एक रणनीति है। * **कार्यबल संरचनाएं (Workforce Structures)**: किसी कंपनी के भीतर नौकरियों और कर्मचारियों का संगठन और व्यवस्था। * **प्रतिभा की कमी (Talent Crunch)**: एक ऐसी स्थिति जब किए जाने वाले कार्यों को पूरा करने के लिए पर्याप्त कुशल कर्मचारी उपलब्ध नहीं होते हैं। * **प्रदर्शन-संचालित चरण (Performance-led Phase)**: एक ऐसा चरण जहां AI अपनाने का प्राथमिक चालक केवल अन्वेषण या प्रारंभिक कार्यान्वयन के बजाय मूर्त व्यावसायिक परिणाम और मापने योग्य सुधार प्राप्त करना है।


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