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Updated on 05 Nov 2025, 11:04 pm
Reviewed By
Simar Singh | Whalesbook News Team
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भारत के इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) को सुरक्षित, समावेशी और जिम्मेदार तरीके से अपनाने को बढ़ावा देने के लिए IndiaAI शासन दिशानिर्देश लॉन्च किए हैं। ये दिशानिर्देश नवाचार को बढ़ावा देने और AI-संबंधित जोखिमों को कम करने के उद्देश्य से एक शासन ढांचा स्थापित करते हैं।
यह ढांचा सात सिद्धांतों द्वारा निर्देशित है, जिन्हें "सूत्र" कहा जाता है, जिसमें विश्वास को आधार बनाना, निगरानी के साथ मानव-केंद्रित डिजाइन, जिम्मेदार नवाचार को प्राथमिकता देना, समावेशी विकास सुनिश्चित करना, स्पष्ट जवाबदेही, समझने योग्य प्रकटीकरण और सुरक्षित, विश्वसनीय और टिकाऊ प्रणालियों का निर्माण शामिल है।
**प्रभाव**: ये नियम भारत के AI पारिस्थितिकी तंत्र के लिए महत्वपूर्ण हैं, जो डेवलपर्स और निवेशकों के लिए स्पष्टता प्रदान करते हैं और जिम्मेदार AI विकास में विश्वास को बढ़ावा दे सकते हैं। सिफारिशों में डेटा और कंप्यूटिंग पावर जैसे मूलभूत संसाधनों तक पहुंच का विस्तार करना, घरेलू AI समाधानों के लिए निवेश आकर्षित करना और डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना (DPI) का लाभ उठाना शामिल है। दिशानिर्देश शैक्षिक पहलों का भी सुझाव देते हैं और नियामक अंतरालों को संबोधित करने के लिए मौजूदा कानूनों की समीक्षा करते हैं, जिसमें कार्यान्वयन की निगरानी के लिए एक प्रस्तावित AI शासन समूह (AIGG) भी शामिल है। रेटिंग: 8/10।
**कठिन शब्दों की व्याख्या**: * **सूत्र**: नैतिक AI विकास का मार्गदर्शन करने वाले सात मुख्य सिद्धांत। * **मानव-केंद्रित**: AI डिजाइन जो मानव की जरूरतों और कल्याण को प्राथमिकता देता है। * **DPI (डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर)**: मूलभूत डिजिटल सिस्टम जो सेवाओं और नवाचार को सक्षम बनाते हैं। * **आधारभूत संसाधन**: AI के लिए डेटा और कंप्यूटिंग पावर (GPUs) जैसे आवश्यक घटक। * **स्वदेशी**: भारत के भीतर विकसित। * **GPUs (ग्राफिक्स प्रोसेसिंग यूनिट्स)**: जटिल AI मॉडल को प्रशिक्षित करने के लिए महत्वपूर्ण प्रोसेसर। * **IndiaAI मिशन**: AI विकास के लिए सरकारी पहल, जिसमें महत्वपूर्ण धन और अवसंरचना योजनाएं शामिल हैं।