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Updated on 13 Nov 2025, 05:52 am
Reviewed By
Aditi Singh | Whalesbook News Team
फिजिक्स वाला (Physics Wallah) के Rs 3,480 करोड़ के इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) ने 13 नवंबर को बिडिंग के तीसरे और अंतिम दिन, धीमी प्रतिक्रिया देखी। सुबह 11 बजे तक, IPO केवल 16 प्रतिशत सब्सक्राइब हुआ था, जिसमें 18.62 करोड़ शेयरों के ऑफर साइज के मुकाबले लगभग 2.95 करोड़ शेयरों के लिए बोलियां आईं। खुदरा निवेशकों (Retail investors) ने मध्यम रुचि दिखाई, जिन्होंने अपने आवंटित हिस्से का 71 प्रतिशत बुक किया, जबकि गैर-संस्थागत निवेशकों (NIIs) ने केवल 8 प्रतिशत सब्सक्राइब किया। योग्य संस्थागत खरीदारों (QIBs) से बोलियों की महत्वपूर्ण अनुपस्थिति देखी गई। लिस्टिंग से पहले, फिजिक्स वाला के गैर-सूचीबद्ध शेयरों के लिए ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) में तेज गिरावट देखी गई है। यह IPO मूल्य पर 1 प्रतिशत से कम प्रीमियम पर कारोबार कर रहा था, जो पिछले हफ्तों की तुलना में काफी नीचे है। यह रुझान निवेशकों की सतर्क भावना को दर्शाता है। ब्रोकरेज फर्मों ने मिश्रित से तटस्थ (Neutral) दृष्टिकोण प्रदान किए। एसबीआई सिक्योरिटीज (SBI Securities) ने 'न्यूट्रल' रुख बनाए रखा, राजस्व के हिसाब से शीर्ष भारतीय एडटेक कंपनियों में फिजिक्स वाला की स्थिति को उजागर किया, लेकिन बढ़ी हुई मूल्यह्रास (depreciation) और हानि (impairment losses) के कारण Rs 81 करोड़ से Rs 216 करोड़ तक बढ़े नेट लॉस पर चिंता व्यक्त की। उन्हें अपर प्राइस बैंड पर मूल्यांकन "उचित मूल्य" पर लगा। एंजेल वन (Angel One) ने भी 'न्यूट्रल' रेटिंग दी, निवेशकों को लगातार घाटे, उच्च स्केलिंग लागत और तीव्र प्रतिस्पर्धा के कारण स्पष्ट आय दृश्यता (earnings visibility) की प्रतीक्षा करने की सलाह दी, यह ध्यान में रखते हुए कि यह एक घाटे वाली इकाई है जिसके कोई सीधे सूचीबद्ध समकक्ष नहीं हैं। इनक्रेड इक्विटीज (InCred Equities) ने हालांकि, ऑनलाइन और ऑफलाइन वर्टिकल्स में मजबूत वृद्धि से मध्यम से दीर्घकालिक लाभप्रदता की उम्मीद करते हुए, तनी हुई वैल्यूएशन को स्वीकार करने के बावजूद IPO को सब्सक्राइब करने की सिफारिश की। इस खबर का भारतीय शेयर बाजार, विशेष रूप से IPO सेगमेंट और एडटेक सेक्टर पर सीधा प्रभाव पड़ता है। यह नए लिस्टिंग के प्रति निवेशक भावना और एडटेक कंपनियों के वित्तीय स्वास्थ्य को दर्शाता है, जो समान कंपनियों में निवेश निर्णयों को प्रभावित कर सकता है। धीमा सब्सक्रिप्शन और गिरता GMP एक सुस्त लिस्टिंग प्रदर्शन का कारण बन सकता है, जो आगामी IPOs में निवेशकों के विश्वास को प्रभावित कर सकता है। रेटिंग: 6/10। कठिन शब्दों की व्याख्या: * IPO (Initial Public Offering): यह वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा एक निजी कंपनी पहली बार जनता को अपने शेयर पेश करती है, जिससे वह निवेशकों से पूंजी जुटा सके और एक सार्वजनिक रूप से कारोबार करने वाली कंपनी बन सके। * Subscription: यह वह प्रक्रिया है जहाँ निवेशक IPO में पेश किए गए शेयर खरीदने की अपनी इच्छा व्यक्त करते हैं। सब्सक्रिप्शन स्तर दर्शाता है कि IPO कितनी बार ओवरसब्सक्राइब या अंडरसब्सक्राइब हुआ है। * Retail Investors: व्यक्तिगत निवेशक जो अपने खाते के लिए प्रतिभूतियां खरीदते हैं, आमतौर पर छोटी निवेश राशि के साथ। * Non-Institutional Investors (NII): वे निवेशक जो रिटेल निवेशक सीमा से ऊपर के शेयरों के लिए आवेदन करते हैं लेकिन योग्य संस्थागत खरीदार नहीं होते। इसमें आमतौर पर उच्च-नेट-वर्थ व्यक्ति और कॉर्पोरेट शामिल होते हैं। * Qualified Institutional Buyers (QIBs): बड़े संस्थागत निवेशक जैसे म्यूचुअल फंड, विदेशी संस्थागत निवेशक, पेंशन फंड और बीमा कंपनियां, जिन्हें आमतौर पर परिष्कृत निवेशक माना जाता है। * Grey Market Premium (GMP): वह अनौपचारिक प्रीमियम जिस पर IPO के गैर-सूचीबद्ध शेयरों को स्टॉक एक्सचेंज पर सूचीबद्ध होने से पहले कारोबार किया जाता है। एक सकारात्मक GMP अपेक्षित लिस्टिंग लाभ का संकेत देता है, जबकि नकारात्मक GMP संभावित नुकसान का सुझाव देता है। * Net Loss: एक विशिष्ट अवधि के दौरान कंपनी के कुल व्यय का उसकी कुल आय से अधिक होना, जिसके परिणामस्वरूप वित्तीय हानि होती है। * Depreciation Expenses: एक मूर्त संपत्ति की लागत को उसके उपयोगी जीवन पर आवंटित करने की लेखांकन प्रक्रिया। * Impairment Losses: जब किसी संपत्ति का वहन मूल्य उसकी वसूली योग्य राशि से अधिक हो जाता है, जो मूल्य में स्थायी गिरावट का संकेत देता है। * Valuation: किसी संपत्ति या कंपनी के वर्तमान मूल्य का निर्धारण करने की प्रक्रिया। * EV/Sales Multiple: एक मूल्यांकन मीट्रिक जो कंपनी के एंटरप्राइज वैल्यू की उसके कुल राजस्व से तुलना करता है, जिसका उपयोग बाजार कंपनी की बिक्री का मूल्यांकन कैसे करता है यह जानने के लिए किया जाता है। * CAGR (Compound Annual Growth Rate): एक निर्दिष्ट अवधि (एक वर्ष से अधिक) में निवेश की औसत वार्षिक वृद्धि दर। * Brand Recall: वह हद तक जिस तक उपभोक्ता किसी ब्रांड को याद कर सकते हैं। * Profitability: व्यवसाय की अपनी गतिविधियों से लाभ उत्पन्न करने की क्षमता। * Scaling Costs: जब कंपनी अपने परिचालन और ग्राहक आधार का विस्तार करती है तो होने वाले व्यय। * Moat (Economic Moat): एक स्थायी प्रतिस्पर्धात्मक लाभ जो कंपनी को प्रतिस्पर्धियों से अपने दीर्घकालिक लाभ और बाजार हिस्सेदारी की रक्षा करने की अनुमति देता है।