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Updated on 15th November 2025, 10:16 AM
Author
Akshat Lakshkar | Whalesbook News Team
ग्लोबल डिज़ाइन सॉफ़्टवेयर लीडर फिग्मा ने बेंगलुरु, भारत में अपना पहला फिजिकल ऑफिस खोला है। भारत को अमेरिका के बाद उसका सबसे बड़ा बाज़ार माना जा रहा है। यह कदम भारत के विशाल इंजीनियरिंग ग्रेजुएट्स और मजबूत डिज़ाइन कम्युनिटी के टैलेंट पूल का फ़ायदा उठाने के लिए उठाया गया है। कंपनी का लक्ष्य सेल्स, मार्केटिंग और इंजीनियरिंग में हायरिंग बढ़ाना है। भारत, फिग्मा के यूजर बेस और इनोवेशन में एक महत्वपूर्ण योगदानकर्ता रहा है, जहाँ स्टार्टअप्स और बड़ी कंपनियों ने इसे खूब अपनाया है।
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प्रमुख डिज़ाइन सॉफ़्टवेयर कंपनी फिग्मा ने बेंगलुरु, भारत में अपना पहला फिजिकल ऑफिस खोला है। इस रणनीतिक विस्तार से भारत के महत्व को उजागर किया गया है, जो फिग्मा का दुनिया भर में दूसरा सबसे बड़ा बाज़ार है और तकनीकी प्रतिभा का एक महत्वपूर्ण स्रोत है। कंपनी भारत के विशाल कार्यबल का लाभ उठाना चाहती है, जिसमें सालाना 1.5 मिलियन से अधिक इंजीनियरिंग ग्रेजुएट्स शामिल हैं, ताकि 5 मिलियन का टैलेंट पूल बनाया जा सके। वर्तमान में, भारत में हर साल फिग्मा पर 35 मिलियन से अधिक डिज़ाइन फ़ाइलें बनती हैं, और BSE 100 इंडेक्स की 40% कंपनियाँ इसके प्लेटफ़ॉर्म का उपयोग करती हैं। फिग्मा सेल्स, मार्केटिंग और इंजीनियरिंग भूमिकाओं में बड़े पैमाने पर भर्ती करने का इरादा रखता है, जिसमें 2026 तक हायरिंग जारी रहेगी। भारत में यह एंट्री फिग्मा को एडोब (Adobe) और कैनवा (Canva) जैसे प्रतिस्पर्धियों से सीधे मुकाबले में खड़ा करेगी। सेल्स फॉर एशिया-पैसिफिक के वाइस प्रेसिडेंट स्कॉट पुघ (Scott Pugh) ने भारतीय डिज़ाइन और इंजीनियरिंग टीमों की उल्लेखनीय परिपक्वता पर प्रकाश डाला, जो कस्टम प्लगइन्स और अभिनव वर्कफ़्लो के माध्यम से फिग्मा प्लेटफ़ॉर्म को सक्रिय रूप से बेहतर बना रहे हैं। भारत की मजबूत ग्लोबल इनोवेशन रैंकिंग और युवा जनसांख्यिकी (demographic) फिग्मा की कम्युनिटी-केंद्रित विकास रणनीति के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर प्रदान करती है। Impact: इस विस्तार से भारत को वैश्विक टेक और डिज़ाइन हब के रूप में और मजबूत करने की उम्मीद है। यह भारतीय आईटी क्षेत्र में कुशल पेशेवरों के लिए प्रतिस्पर्धा बढ़ाएगा और डिज़ाइन और डेवलपमेंट वर्कफ़्लो में नवाचार को बढ़ावा देगा। निवेशकों के लिए, यह भारत की डिजिटल अर्थव्यवस्था में निरंतर विदेशी निवेश का संकेत है। भारतीय सूचीबद्ध कंपनियों पर प्रत्यक्ष वित्तीय प्रभाव सीमित हो सकता है, लेकिन व्यापक इकोसिस्टम लाभ काफी महत्वपूर्ण है। Rating: 7/10.