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पेटीएम ने दूसरी तिमाही में मजबूत मुनाफा और राजस्व वृद्धि दर्ज की

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Updated on 05 Nov 2025, 05:01 am

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Reviewed By

Aditi Singh | Whalesbook News Team

Short Description:

भारत की अग्रणी भुगतान और वित्तीय सेवा फर्म पेटीएम ने सितंबर 2025 को समाप्त दूसरी तिमाही के लिए अपने वित्तीय परिणाम घोषित किए। कंपनी ने ₹21 करोड़ का कर-पश्चात लाभ (एकमुश्त शुल्क से पहले ₹211 करोड़) दर्ज किया। भुगतान और वित्तीय सेवाओं में मजबूत प्रदर्शन के कारण परिचालन राजस्व 24% बढ़कर ₹2,061 करोड़ हो गया। EBITDA ₹142 करोड़ तक सुधर गया, और योगदान लाभ (contribution profit) में 35% की वृद्धि देखी गई, जो स्थायी लाभप्रदता की ओर एक सकारात्मक दिशा का संकेत देता है।
पेटीएम ने दूसरी तिमाही में मजबूत मुनाफा और राजस्व वृद्धि दर्ज की

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Stocks Mentioned:

One97 Communications Limited

Detailed Coverage:

प्रमुख भारतीय फिनटेक कंपनी पेटीएम ने सितंबर 2025 को समाप्त दूसरी तिमाही के वित्तीय परिणाम घोषित किए। कंपनी ने मजबूत वृद्धि दर्ज की, जिसमें परिचालन राजस्व (operating revenue) 24% बढ़कर ₹2,061 करोड़ हो गया। इस वृद्धि का मुख्य कारण इसके भुगतान और वित्तीय सेवा खंड रहे।

पेटीएम ने ₹21 करोड़ का कर-पश्चात लाभ (PAT) दर्ज किया। इस आंकड़े में ₹190 करोड़ का एकमुश्त शुल्क शामिल है, जो इसके संयुक्त उद्यम, फर्स्ट गेम्स टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड को दिए गए ऋण के पूर्ण राइट-ऑफ (impairment) के लिए था। इस शुल्क से पहले, PAT ₹211 करोड़ था। यह लाभप्रदता में एक उल्लेखनीय सुधार दर्शाता है, जो टिकाऊ आय (sustainable earnings) की ओर एक कदम है। ब्याज, कर, मूल्यह्रास और परिशोधन से पहले की कमाई (EBITDA) ₹142 करोड़ हो गई, जो 7% मार्जिन प्राप्त करता है, राजस्व विस्तार और परिचालन दक्षता से लाभ उठाते हुए।

योगदान लाभ (contribution profit) 35% बढ़कर ₹1,207 करोड़ हो गया, जिसमें 59% का मार्जिन रहा, जो बेहतर शुद्ध भुगतान मार्जिन (net payment margins) और वित्तीय सेवाओं से अधिक योगदान के कारण हुआ। भुगतान सेवाओं का राजस्व 25% बढ़कर ₹1,223 करोड़ हो गया, जिसमें शुद्ध भुगतान राजस्व (net payment revenue) 28% बढ़कर ₹594 करोड़ रहा। सकल व्यापार मूल्य (GMV) में 27% की उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई, जो ₹5.67 लाख करोड़ हो गया, जिसे UPI पर क्रेडिट कार्ड के बढ़ते उपयोग और EMI जैसे सामर्थ्य समाधानों (affordability solutions) से मदद मिली।

कंपनी के व्यापारी पारिस्थितिकी तंत्र (merchant ecosystem) का विस्तार जारी रहा, जिसमें सब्सक्रिप्शन की संख्या रिकॉर्ड 1.37 करोड़ हो गई, जो पिछले वर्ष की तुलना में 25 लाख अधिक है। वित्तीय सेवाओं के वितरण से राजस्व 63% बढ़कर ₹611 करोड़ हो गया, जो मजबूत व्यापारी ऋण वितरण (merchant loan disbursements) और ऋण भागीदारों (lending partners) के लिए प्रभावी संग्रह प्रदर्शन के कारण हुआ। इस तिमाही में 6.5 लाख से अधिक उपभोक्ताओं ने पेटीएम की वित्तीय सेवाओं का उपयोग किया।

अप्रत्यक्ष व्यय (indirect expenses) 18% साल-दर-साल और 1% तिमाही-दर-तिमाही घटकर ₹1,064 करोड़ रह गए। ग्राहक अधिग्रहण (customer acquisition) के लिए विपणन लागत (marketing costs) 42% कम हुई, जो बेहतर ग्राहक प्रतिधारण (customer retention) और मुद्रीकरण रणनीतियों (monetization strategies) को दर्शाता है। पेटीएम बाजार हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए रणनीतिक निवेश जारी रखेगा, साथ ही अनुशासित खर्च भी बनाए रखेगा।

प्रभाव यह खबर पेटीएम और भारतीय फिनटेक क्षेत्र के लिए अत्यंत सकारात्मक है। मजबूत राजस्व वृद्धि, PAT और EBITDA जैसे लाभप्रदता मेट्रिक्स में महत्वपूर्ण सुधार वित्तीय स्वास्थ्य और परिचालन दक्षता का संकेत देते हैं। निवेशकों के लिए, यह एक संभावित रूप से अच्छी तरह से प्रबंधित कंपनी को दर्शाता है जो स्थायी लाभप्रदता के मार्ग पर है, जिससे निवेशक विश्वास बढ़ सकता है और संभावित रूप से इसके शेयर मूल्य पर सकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। इसके व्यापारी पारिस्थितिकी तंत्र और वित्तीय सेवाओं के वितरण का निरंतर विस्तार इसके बाजार नेतृत्व को मजबूत करता है।


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