Tech
|
Updated on 07 Nov 2025, 04:00 pm
Reviewed By
Abhay Singh | Whalesbook News Team
▶
मनीष शर्मा ने 17 साल तक सेवा देने के बाद पैनासोनिक इंडिया के चेयरमैन और इंडिया हेड के पद से इस्तीफा दे दिया है। तादाशी चिबा, जो वर्तमान में पैनासोनिक लाइफ सॉल्यूशंस इंडिया के प्रबंध निदेशक हैं, उनकी जिम्मेदारियां संभालेंगे। यह भारत में नेतृत्व की भूमिका के लिए जापानी शीर्ष प्रबंधन की वापसी का प्रतीक है।
पैनासोनिक इंडिया एक बड़े परिवर्तन से गुजर रहा है, जो मुख्य रूप से एक कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी होने से हटकर एक टेक्नोलॉजी-केंद्रित इकाई बन रहा है। इसमें EV बैटरी और स्मार्ट फैक्ट्री समाधान जैसे नए बिजनेस-टू-बिजनेस (B2B) सेगमेंट का निर्माण शामिल है।
कंपनी ने घाटे वाले कंज्यूमर उत्पाद जैसे रेफ्रिजरेटर और वाशिंग मशीन की श्रेणियों से बाहर निकलने का फैसला किया है, जहां उसे LG, Samsung, Haier और Godrej जैसे ब्रांडों से कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ा। अब कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र में विशेष रूप से टेलीविजन और एयर कंडीशनर पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। भारत इस साल एयर कंडीशनर के लिए पैनासोनिक का दूसरा सबसे बड़ा बाजार बन गया है।
शर्मा ने औद्योगिक उपकरणों, स्मार्ट फैक्ट्री समाधानों और स्वचालन (automation) में आक्रामक विस्तार पर प्रकाश डाला, जिनमें से इन व्यवसायों ने पहले ही 1000 करोड़ रुपये से अधिक का राजस्व प्राप्त कर लिया है और 'मेक इन इंडिया', विद्युतीकरण और गतिशीलता (mobility) कार्यक्रमों जैसी सरकारी पहलों के समर्थन से तेजी से विकास के लिए तैयार हैं।
पैनासोनिक इंडिया समूह ने वित्त वर्ष 2024-25 में लगभग 11,100 करोड़ रुपये का राजस्व और 1100 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया।
प्रभाव: यह नेतृत्व परिवर्तन और रणनीतिक पुन: अभिविन्यास भारत में उच्च-विकास वाले टेक्नोलॉजी और B2B क्षेत्रों में पैनासोनिक की स्थिति को मजबूत करने के इरादे का संकेत देते हैं, जो इन क्षेत्रों में बाजार की गतिशीलता को प्रभावित कर सकता है और कंपनी की भविष्य की विकास गति (growth trajectory) के बारे में निवेशक की धारणा को प्रभावित कर सकता है।
प्रभाव: 7/10। यह रणनीतिक बदलाव और नेतृत्व परिवर्तन भारत में पैनासोनिक के भविष्य के संचालन के लिए महत्वपूर्ण हैं और इसके चुने हुए क्षेत्रों में बाजार हिस्सेदारी को प्रभावित कर सकते हैं।
कठिन शब्द: * B2B (बिजनेस-टू-बिजनेस): यह दो कंपनियों के बीच होने वाले लेनदेन या व्यवसाय को संदर्भित करता है, न कि एक कंपनी और एक व्यक्तिगत उपभोक्ता के बीच। * EV बैटरी: इलेक्ट्रिक वाहनों (EVs) को पावर देने के लिए उपयोग की जाने वाली बैटरियां। * स्मार्ट फैक्ट्री समाधान: कारखानों के भीतर विनिर्माण प्रक्रियाओं को स्वचालित और अनुकूलित करने के लिए डिज़ाइन की गई एकीकृत प्रणालियाँ और प्रौद्योगिकियाँ, जिनमें अक्सर IoT, AI, और रोबोटिक्स शामिल होते हैं। * मेक इन इंडिया: भारत में उत्पादों के निर्माण को प्रोत्साहित करने के लिए शुरू की गई एक सरकारी पहल, जो घरेलू उत्पादन और रोजगार सृजन को बढ़ावा देती है।