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Updated on 07 Nov 2025, 06:30 am
Reviewed By
Simar Singh | Whalesbook News Team
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प्रमुख फिनटेक कंपनी पाइन लैब्स का 3,900 करोड़ रुपये का इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) 7 नवंबर को शुरू हुआ। इस इश्यू में 2,080 करोड़ रुपये का फ्रेश इश्यू और पीक XV पार्टनर्स, मैक्रिटची इन्वेस्टमेंट्स, मैडिसन इंडिया, मास्टरकार्ड और पेपैल सहित मौजूदा निवेशकों द्वारा इक्विटी शेयरों की ऑफर-फॉर-सेल (OFS) शामिल है। IPO का उद्देश्य पूंजी जुटाना और इन शुरुआती निवेशकों को लिक्विडिटी प्रदान करना है। पाइन लैब्स व्यापारियों और उपभोक्ताओं के लिए डिजिटल भुगतान समाधान, पॉइंट-ऑफ-सेल टर्मिनलों और गिफ्ट कार्ड्स के क्षेत्र में काम करता है।
IPO प्राइस बैंड 210 रुपये से 221 रुपये प्रति शेयर के बीच तय किया गया है, जो उच्च स्तर पर कंपनी का मूल्यांकन लगभग 25,377 करोड़ रुपये है। निवेशक न्यूनतम 67 शेयरों के लिए आवेदन कर सकते हैं।
पहले दिन के लिए शुरुआती सब्सक्रिप्शन के आंकड़े बताते हैं कि कुल इश्यू 7% सब्सक्राइब हुआ। रिटेल निवेशकों के हिस्से 30% सब्सक्राइब हुए, जबकि नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NII) ने 3% बुक किया। क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIBs) ने अभी तक महत्वपूर्ण बोलियां नहीं लगाई हैं।
बाजार की भावनाओं से जुड़ी चिंताओं को बढ़ाते हुए, पाइन लैब्स के लिए ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) में तेज गिरावट देखी गई है। इन्वेस्टorgain के अनुसार, अनलिस्टेड शेयर केवल 2 प्रतिशत से थोड़ा अधिक के GMP पर कारोबार कर रहे थे, जो इस महीने की शुरुआत में देखे गए 5-16 प्रतिशत की दरों से एक उल्लेखनीय गिरावट है। यह गिरता हुआ GMP लिस्टिंग से पहले निवेशक उत्साह में कमी का संकेत देता है।
विश्लेषकों की राय मिश्रित है। HDFC सिक्योरिटीज ने डिजिटाइजिंग कॉमर्स में पाइन लैब्स की मजबूत स्थिति पर प्रकाश डाला है। हालांकि, एंजेल वन ने 'Neutral' रेटिंग दी है, जिसमें मूल्यांकन संबंधी असुविधाओं का उल्लेख किया गया है क्योंकि कंपनी घाटे में चल रही है और सकारात्मक सेक्टर आउटलुक के बावजूद EV/EBITDA आधार पर लिस्टेड साथियों की तुलना में प्रीमियम पर कारोबार कर रही है।
प्रभाव: यह IPO सार्वजनिक बाजारों में एक महत्वपूर्ण फिनटेक खिलाड़ी को पेश करता है। निवेशक की मांग, जो सब्सक्रिप्शन स्तरों और GMP में परिलक्षित होती है, पर बारीकी से नजर रखी जाएगी। विश्लेषकों द्वारा उठाई गई मूल्यांकन संबंधी चिंताएं लिस्टिंग के बाद संभावित अस्थिरता का सुझाव देती हैं। गिरता हुआ GMP बाजार सहभागियों के बीच सावधानी का संकेत देता है, जो शुरुआती ट्रेडिंग प्रदर्शन को प्रभावित कर सकता है। रेटिंग: 6/10
कठिन शब्दों की व्याख्या: IPO (इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग): पहली बार जब कोई निजी कंपनी पूंजी जुटाने के लिए जनता को अपने शेयर पेश करती है। ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP): वह मूल्य जिस पर अनलिस्टेड शेयर स्टॉक एक्सचेंजों पर सूचीबद्ध होने से पहले अनौपचारिक रूप से कारोबार करते हैं। बढ़ता GMP आमतौर पर मजबूत मांग का संकेत देता है, जबकि गिरता हुआ GMP घटती रुचि का सुझाव देता है। फ्रेश इश्यू: कंपनी द्वारा नया पूंजी जुटाने के लिए जारी किए गए शेयर। पैसा सीधे कंपनी को जाता है। ऑफर-फॉर-सेल (OFS): मौजूदा शेयरधारक अपने शेयर नए निवेशकों को बेचते हैं। पैसा बेचने वाले शेयरधारकों को जाता है, कंपनी को नहीं। रिटेल इन्वेस्टर्स: व्यक्तिगत निवेशक जो छोटी राशि का निवेश करते हैं। नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NII): हाई नेट वर्थ इंडिविजुअल्स (HNIs) और कॉर्पोरेट निकाय जो रिटेल निवेशकों से बड़ी लेकिन QIBs से कम राशि का निवेश करते हैं। क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB): बड़े संस्थागत निवेशक जैसे म्यूचुअल फंड, FIIs, बीमा कंपनियां, आदि, जो महत्वपूर्ण राशि का निवेश करते हैं। EV/EBITDA: Enterprise Value to Earnings Before Interest, Taxes, Depreciation, and Amortization. कंपनियों की तुलना करने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला मूल्यांकन मीट्रिक।