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Updated on 07 Nov 2025, 07:00 am
Reviewed By
Satyam Jha | Whalesbook News Team
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लीगल रिसर्च प्लेटफॉर्म केसमीन को OpenAI ने 'टोकन्स ऑफ एप्रिसिएशन' पुरस्कार से सम्मानित किया है क्योंकि उन्होंने 10 बिलियन टोकन की सीमा पार कर ली है। इससे केसमीन भारत की एकमात्र लीगल टेक्नोलॉजी कंपनी बन गई है जिसने यह वैश्विक उपलब्धि हासिल की है, साथ ही दुनिया भर के 141 अन्य संगठन भी हैं जिन्होंने समान टोकन वॉल्यूम मानदंड पूरे किए हैं।\n\nअनिरुद्ध यादव, केसमीन के संस्थापक और सीईओ ने कहा कि कंपनी का दृष्टिकोण कानूनी समझ को सरल और सुलभ बनाना है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि यह मान्यता न केवल जानकारी को संसाधित करने के लिए, बल्कि कानूनी भाषा को वास्तव में समझने के लिए AI का उपयोग करने की उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाती है। यादव एक ऐसे भविष्य की कल्पना करते हैं जहाँ प्रौद्योगिकी कानूनी तर्क को बढ़ाती है, जिससे एक अधिक सूचित और समावेशी न्याय प्रणाली में योगदान होता है।\n\nकेसमीन का उन्नत AI टूल, AMICUS AI, जून 2023 में लॉन्च होने के बाद से भारत में कानूनी पेशेवरों के लिए अनिवार्य हो गया है, जिसने सफलतापूर्वक एक मिलियन से अधिक कानूनी प्रश्नों को संबोधित किया है। AMICUS AI केसमीन के विशाल क्यूरेटेड लीगल डेटाबेस पर बनाया गया है और OpenAI, Anthropic, और Google जैसे प्रमुख AI प्रदाताओं के फाइन-ट्यून्ड मॉडल का लाभ उठाता है। इसका उद्देश्य स्ट्रक्चर्ड लीगल डेटा की सटीकता को जनरेटिव AI की उन्नत तर्क क्षमताओं के साथ जोड़ना है, जिससे वकील अधिक तेज़ी से और सहजता से कानूनी अनुसंधान और व्याख्या कर सकें।\n\nप्रभाव\nयह मान्यता केसमीन की वैश्विक और भारतीय प्रोफाइल को बढ़ाती है, जो लीगल टेक क्षेत्र में मजबूत नवाचार का संकेत देती है। यह कंपनी के AI-संचालित दृष्टिकोण और विकास की क्षमता को मान्य करता है, जो भारतीय कानूनी उद्योग में उन्नत AI उपकरणों में और निवेश और अपनाने को प्रोत्साहित करता है। यह विकास पूरे भारत में कानूनी सेवाओं में दक्षता और पहुंच को बढ़ा सकता है। रेटिंग: 7/10