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1st November 2025, 7:23 AM
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भारत में यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) ट्रांजैक्शंस ने अक्टूबर में एक नया रिकॉर्ड बनाया है, जो 20.7 बिलियन तक पहुँच गया है। यह सितंबर की तुलना में 5.6% और पिछले साल की तुलना में 25% की महत्वपूर्ण वृद्धि है। इस उछाल में त्योहारी सीजन का बड़ा योगदान रहा। इन ट्रांजैक्शंस का कुल मूल्य भी सितंबर से लगभग 10% बढ़कर INR 27.3 लाख करोड़ हो गया। नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) के आंकड़ों से पता चलता है कि अक्टूबर में औसत दैनिक ट्रांजैक्शन काउंट और मूल्य में भी वृद्धि हुई है।
सितंबर में मार्केट लीडर्स PhonePe और GooglePay ने अपनी प्रमुखता बनाए रखी, जिनका बाजार हिस्सा क्रमशः 46.5% और 35.4% रहा।
डिजिटल भुगतान क्षेत्र में नवाचार ग्लोबल फिनटेक फेस्ट 2025 में उजागर हुआ, जहाँ NPCI ने कई नए फीचर्स का अनावरण किया। इनमें UPI के लिए एक एजेंटिक AI फ्रेमवर्क का पायलट शामिल है, जिसे 'इंटेलिजेंट कॉमर्स' नाम दिया गया है, साथ ही UPI रिजर्व पे, UPI हेल्प, IoT पेमेंट्स विद UPI, और बैंकिंग कनेक्ट फीचर्स भी। फिनटेक कंपनियों ने भी अपनी प्रगति पेश की; Amazon Pay ने पारिवारिक भुगतानों के प्रबंधन के लिए UPI सर्किल लॉन्च किया, जबकि BharatPe ने व्यवसायों के लिए ऑनलाइन भुगतान एकत्रीकरण और गेटवे को सरल बनाने के उद्देश्य से BharatPeX प्लेटफॉर्म पेश किया।
Impact यह खबर भारतीय शेयर बाजार के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह डिजिटल भुगतान क्षेत्र में तेजी से वृद्धि और नवाचार को उजागर करती है। बढ़ी हुई UPI अपनाना और नई सुविधाएँ फिनटेक कंपनियों और संबंधित प्रौद्योगिकी प्रदाताओं के प्रदर्शन को बढ़ावा दे सकती हैं। डिजिटल भुगतान बुनियादी ढांचे का निरंतर विकास आर्थिक डिजिटलीकरण और उपभोक्ता व्यवहार में बदलाव का एक प्रमुख संकेतक है, जिससे यह व्यापक भारतीय अर्थव्यवस्था और प्रौद्योगिकी क्षेत्रों पर नज़र रखने वाले निवेशकों के लिए प्रासंगिक है।