Whalesbook Logo

Whalesbook

  • Home
  • About Us
  • Contact Us
  • News

पीयूष गोयल ने भारत की आत्मनिर्भरता और तकनीकी संप्रभुता के लिए 'स्वदेशी' पर जोर दिया

Tech

|

29th October 2025, 3:38 PM

पीयूष गोयल ने भारत की आत्मनिर्भरता और तकनीकी संप्रभुता के लिए 'स्वदेशी' पर जोर दिया

▶

Short Description :

वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने भारत के दीर्घकालिक विकास और संप्रभुता के लिए मजबूत आपूर्ति श्रृंखलाओं, प्रमुख प्रौद्योगिकियों पर नियंत्रण और विदेशी निर्भरता को कम करने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि 'स्वदेशी' को बढ़ावा देना केवल विनिर्माण से आगे बढ़कर डिजाइन और विकास तक फैला हुआ है, जिसका लक्ष्य भारत को सेवा प्रदाता से एक वैश्विक नवाचार इंजन में बदलना है। मंत्री ने एक समर्पित फंड के माध्यम से डीप टेक स्टार्टअप्स के लिए संभावित सरकारी सहायता का भी संकेत दिया, ताकि उन्हें स्वामित्व बनाए रखने और बढ़ने में मदद मिल सके।

Detailed Coverage :

वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने भारत के लिए लचीली आपूर्ति श्रृंखलाएँ (resilient supply chains) स्थापित करने, आवश्यक प्रौद्योगिकियों पर नियंत्रण सुरक्षित करने और विशिष्ट वैश्विक भौगोलिक क्षेत्रों पर अपनी अत्यधिक निर्भरता कम करने की महत्वपूर्ण आवश्यकता पर बल दिया है। उन्होंने समझाया कि 'स्वदेशी' आंदोलन केवल घरेलू विनिर्माण के बारे में नहीं है, बल्कि डिजाइन और विकास (design and development) के बारे में भी है, जो राष्ट्र के स्थायी विकास और संप्रभुता के लिए मौलिक हैं। हाल की वैश्विक घटनाओं, जैसे कि COVID-19 महामारी, ने महत्वपूर्ण क्षेत्रों जैसे विदेशी हथियार, ऊर्जा स्रोत और उन्नत प्रौद्योगिकियों में स्वदेशी क्षमताओं की आवश्यकता को उजागर करते हुए, महत्वपूर्ण वेक-अप कॉल के रूप में काम किया है। भारत की रणनीतिक दिशा "दुनिया के बैक ऑफिस" (back office of the world) होने से "वैश्विक नवाचार इंजन" (global engine of innovation) बनने की ओर स्थानांतरित हो रही है, जिसमें डीप टेक (deep tech) क्षेत्र पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। डीप टेक में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, क्वांटम कंप्यूटिंग, मशीन लर्निंग, रक्षा और अंतरिक्ष प्रौद्योगिकियों जैसे उन्नत क्षेत्र शामिल हैं। इसे बढ़ावा देने के लिए, सरकार डीप टेक निवेशों के लिए, विशेष रूप से शुरुआती चरणों में, एक 'फंड ऑफ फंड्स' (fund of funds) पर विचार कर रही है। इस पहल का उद्देश्य शुरुआती चरण के भारतीय स्टार्टअप्स को विदेशी वेंचर कैपिटल फर्मों (Venture Capital firms) को महत्वपूर्ण इक्विटी सौंपने से रोकना है, जिससे उन्हें अधिक स्वामित्व बनाए रखने और उनकी प्रौद्योगिकी परिपक्वता का समर्थन करने में सक्षम बनाया जा सके। प्रभाव: यह घोषणा अधिक आर्थिक और तकनीकी स्वतंत्रता की दिशा में एक महत्वपूर्ण धक्का का संकेत देती है, जिससे भारत की आर एंड डी (R&D) और विनिर्माण क्षमताओं में निवेश को बढ़ावा मिलने की संभावना है। यह रणनीतिक क्षेत्रों में आयात पर निर्भरता कम कर सकता है और एक मजबूत घरेलू नवाचार पारिस्थितिकी तंत्र (ecosystem) को बढ़ावा दे सकता है। डीप टेक और स्टार्टअप्स पर ध्यान केंद्रित करने से नए विकास के अवसर और रोजगार सृजन हो सकते हैं। प्रभाव रेटिंग: 7/10 कठिन शब्द: Supply Chains: आपूर्ति श्रृंखलाएँ Swadeshi: स्वदेशी Sovereignty: संप्रभुता Decouple: निर्भरता कम करना Deeptech: डीपटेक Fund of Funds: फंड ऑफ फंड्स VCs (Venture Capitalists): वीसी (वेंचर कैपिटलिस्ट)