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30th October 2025, 9:58 AM

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दिल्ली हाई कोर्ट ने केंद्रीय सरकार से औपचारिक रूप से चीन में विकसित एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस चैटबॉट, डीपसीक (DeepSeek) के आसपास बढ़ती चिंताओं से निपटने की अपनी रणनीति का खाका पेश करने का अनुरोध किया है। यह निर्देश वकील भावना शर्मा द्वारा दायर एक जनहित याचिका (PIL) की प्रतिक्रिया में आया है, जिन्होंने तर्क दिया है कि डीपसीक जैसे प्लेटफ़ॉर्म उपयोगकर्ता की गोपनीयता का उल्लंघन करते हैं, डेटा सुरक्षा से समझौता करते हैं, और भारत की संप्रभुता और अखंडता के लिए महत्वपूर्ण खतरे पैदा करते हैं।
मुख्य न्यायाधीश देवेंद्र कुमार उपाध्याय और न्यायाधीश तुषार राव गेडेला की अध्यक्षता वाली एक डिवीजन बेंच ने मंत्रालय पर इन संभावित खतरों से सक्रिय रूप से निपटने की आवश्यकता पर जोर दिया। अदालत ने एक सरकारी वकील को संबंधित मंत्रालय से विशिष्ट निर्देश प्राप्त करने और अगली सुनवाई पर केंद्र की स्थिति प्रस्तुत करने का निर्देश दिया। PIL में भारत के भीतर ऐसे AI उपकरणों तक पहुंच को प्रतिबंधित या अवरुद्ध करने के लिए दिशानिर्देश तैयार करने की मांग की गई है।
अदालत ने नोट किया कि इस मुद्दे को शुरू में ही संबोधित करने की आवश्यकता है और कहा कि इस मामले की सुनवाई आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के विनियमन से संबंधित अन्य समान मामलों के साथ की जाएगी। यह इस वर्ष सरकार के समान चिंताओं की जांच के पहले के निर्देश को भी दोहराता है।
प्रभाव इस समाचार से भारत में विदेशी AI प्रौद्योगिकियों पर सख्त नियम लागू हो सकते हैं। यह सरकार को AI के लिए एक व्यापक नीतिगत ढांचा विकसित करने के लिए प्रेरित कर सकता है, जिससे भारत में काम करने वाली या भारतीय बाजार को लक्षित करने वाली AI विकास, डेटा प्रसंस्करण और डिजिटल सेवा कंपनियों पर असर पड़ सकता है। इसका प्रभाव रेटिंग 5/10 है।
कठिन शब्द: जनहित याचिका (PIL): 'जनहित' की सुरक्षा के लिए अदालत में दायर एक मुकदमा। डिवीजन बेंच: एक अदालत के दो या अधिक न्यायाधीशों की बेंच जो अपील या विशिष्ट प्रकार के मामलों की सुनवाई करती है। संप्रभुता: सर्वोच्च शक्ति या अधिकार; किसी राज्य का स्वयं या दूसरे राज्य पर शासन करने का अधिकार।