मीशो IPO दूसरा दिन: बोली 3 गुना से ज़्यादा बढ़ी, रिटेल निवेशकों का बोलबाला! क्या आपने निवेश किया?
Overview
मीशो का 5,421 करोड़ रुपये का IPO बोली के दूसरे दिन (4 दिसंबर) निवेशकों का भारी ध्यान आकर्षित कर रहा है, जो ऑफर साइज़ का 3 गुना से ज़्यादा सब्सक्राइब हो चुका है। रिटेल निवेशक विशेष रूप से उत्साहित हैं, जिन्होंने अपने हिस्से को 5 गुना से ज़्यादा बुक किया है। प्राइस बैंड 105-111 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है।
ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म मीशो के इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) ने निवेशकों का ध्यान खींचना जारी रखा है, और बोली के दूसरे दिन (4 दिसंबर) तक यह अपने ऑफर साइज़ का 3 गुना से ज़्यादा सब्सक्राइब होने में कामयाब रहा है। यह मज़बूत मांग ई-कॉमर्स सेक्टर में नई लिस्टिंग के लिए बाज़ार की दिलचस्पी को दर्शाती है।
4 दिसंबर को सुबह 11 बजे तक, सॉफ्टबैंक-समर्थित कंपनी के 5,421 करोड़ रुपये के IPO के लिए लगभग 83.97 करोड़ शेयरों के लिए बिड प्राप्त हुए थे, जो उपलब्ध ऑफर साइज़ 27.79 करोड़ शेयरों से कहीं ज़्यादा हैं। रिटेल निवेशकों ने सबसे ज़्यादा सक्रियता दिखाई है, जिन्होंने अपने आरक्षित हिस्से को 5 गुना से ज़्यादा (534 प्रतिशत) सब्सक्राइब किया है। नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NII) भी पीछे नहीं रहे, जिन्होंने अपनी कोटा लगभग 3 गुना (323 प्रतिशत) सब्सक्राइब की, जबकि क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) ने अपना हिस्सा 2 गुना से ज़्यादा (213 प्रतिशत) बुक किया।
ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म अपने पहले पब्लिक इश्यू के ज़रिए 5,421 करोड़ रुपये जुटाना चाहता है, जिसमें 4,250 करोड़ रुपये का फ्रेश इश्यू और मौजूदा शेयरधारकों द्वारा 10.55 करोड़ शेयरों का ऑफर फॉर सेल (OFS) शामिल है। कंपनी ने अपना प्राइस बैंड 105-111 रुपये प्रति शेयर तय किया है। इस बैंड के ऊपरी सिरे पर, कंपनी का मूल्यांकन लगभग 50,096 करोड़ रुपये है। निवेशक न्यूनतम 135 शेयरों के लिए बिड कर सकते हैं, जिसके लिए ऊपरी प्राइस बैंड पर 14,985 रुपये के निवेश की आवश्यकता होगी। IPO सार्वजनिक बोली के लिए 3 दिसंबर से 5 दिसंबर तक खुला है, शेयरों का आवंटन 8 दिसंबर तक और BSE और NSE पर लिस्टिंग 10 दिसंबर को अपेक्षित है।
आधिकारिक लिस्टिंग से पहले, मीशो के अनलिस्टेड शेयर ग्रे मार्केट में महत्वपूर्ण प्रीमियम पर ट्रेड कर रहे थे। Investorgain के डेटा ने IPO प्राइस पर 40.54% का GMP दर्शाया, जबकि IPO Watch ने 41.44% रिपोर्ट किया। हालांकि GMP पिछले दिनों से थोड़ा कम हुआ है, फिर भी यह मज़बूत बाज़ार की भावना और स्टॉक एक्सचेंजों पर सकारात्मक शुरुआत की उम्मीदों को दर्शाता है।
विशेषज्ञों की राय बंटी हुई है। Bonanza के रिसर्च एनालिस्ट अभिनव तिवारी ने सावधानी बरतने की सलाह दी है, यह कहते हुए कि महत्वपूर्ण ट्रांज़ैक्शन वॉल्यूम के बावजूद फंडामेंटल्स कमजोर हैं। उन्होंने H1 FY26 में 5,518 करोड़ रुपये के एडजस्टेड EBITDA नुकसान, घटते कॉन्ट्रिब्यूशन मार्जिन, और Amazon और Flipkart जैसे खिलाड़ियों से कड़ी प्रतिस्पर्धा का उल्लेख किया। उन्होंने नोट किया कि फ्री कैश फ्लो हाल ही में पॉजिटिव हुए हैं, लेकिन सस्टेनेबल प्रॉफिटेबिलिटी अनिश्चित बनी हुई है, जिससे यह मुख्य रूप से उच्च-जोखिम क्षमता वाले निवेशकों के लिए उपयुक्त है।
इसके विपरीत, Master Capital Services के चीफ रिसर्च ऑफिसर रवि सिंह ने मीशो के मजबूत कैश-फ्लो अनुशासन और स्थिर विकास पर प्रकाश डाला, जो कम सेवा वाले बाजारों में पैठ से प्रेरित है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि मीशो पहली बार ऑनलाइन खरीदारी करने वाले छोटे शहरों के उपभोक्ताओं की ज़रूरतों को पूरा करता है, जो प्राइस-सेंसिटिव होते हैं और चयन को महत्व देते हैं, यह एक विशिष्ट विकास खंड का प्रतिनिधित्व करता है। सिंह इस IPO को त्वरित-लाभ वाले बिज़नेस के बजाय एक "लॉन्ग-टर्म एक्ज़िक्यूशन स्टोरी" के रूप में देखते हैं।
एंजेल वन ने 'सब्सक्राइब फॉर लॉन्ग टर्म' रेटिंग दी है। कंपनी के घाटे में चलने की बात स्वीकार करते हुए, उन्होंने FY25 में लगभग 5.3x के प्राइस-टू-सेल्स रेशियो को नोट किया, जो मजबूत GMV रन-रेट और बेहतर मार्केटप्लेस कॉन्ट्रिब्यूशन मार्जिन से समर्थित है। उन्होंने इस बात को दोहराया कि यह पेशकश उच्च जोखिम लेने वाले और दीर्घकालिक विकास चाहने वाले निवेशकों के लिए सबसे उपयुक्त है।
प्रभाव:
- बाज़ार की भावना: मज़बूत सब्सक्रिप्शन नंबर और उच्च GMP भारतीय IPO बाज़ार में निवेशक का आत्मविश्वास बढ़ा सकते हैं, जिससे संभावित रूप से और अधिक लिस्टिंग को प्रोत्साहन मिल सकता है।
- कंपनी का विकास: एक सफल IPO मीशो को अपने विस्तार, तकनीकी प्रगति और मार्केटिंग प्रयासों को गति देने के लिए पर्याप्त पूंजी प्रदान करेगा, जिससे उसकी प्रतिस्पर्धी स्थिति मज़बूत हो सकती है।
- निवेशक रिटर्न: IPO को सफलतापूर्वक सब्सक्राइब करने वाले निवेशकों को लिस्टिंग दिवस पर लाभ दिख सकता है, जो बाज़ार के प्रदर्शन और निवेशक की मांग पर निर्भर करेगा। हालांकि, दीर्घकालिक रिटर्न मीशो की सस्टेनेबल प्रॉफिटेबिलिटी हासिल करने की क्षमता पर निर्भर करेगा।
- ई-कॉमर्स सेक्टर: मीशो के अपनी बाज़ार उपस्थिति को मज़बूत करने के साथ प्रतिस्पर्धा और नवाचार में वृद्धि की संभावना है, जिससे उपभोक्ताओं को बेहतर मूल्य निर्धारण और व्यापक विकल्प मिलेंगे।
- प्रभाव रेटिंग: 8/10

