आईआईटी प्रतिभा युद्ध तेज: स्टार्टअप रिकॉर्ड पैकेज दे रहे हैं, लेकिन बड़ी टेक कंपनियां शीर्ष इंजीनियरों को जीत रही हैं!
Overview
आईआईटी प्लेसमेंट में स्टार्टअप गूगल और एनवीडिया जैसी टेक दिग्गजों से आक्रामक तरीके से प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं, रिकॉर्ड वेतन, भारी बोनस और आकर्षक ESOPs की पेशकश कर रहे हैं। हालांकि, शीर्ष इंजीनियरिंग प्रतिभाएं स्थापित टेक दिग्गजों की स्थिरता और ब्रांड शक्ति को तेजी से पसंद कर रही हैं, भले ही AI कम, उच्च-गुणवत्ता वाले उम्मीदवारों को नियुक्त करने की दिशा में बदलाव ला रहा है। एनआईटी और आईआईआईटी में स्टार्टअप्स के लिए उत्साह अधिक है।
आईआईटी प्लेसमेंट में प्रतिभा के लिए कड़ा मुकाबला
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IITs) इस प्लेसमेंट सीज़न में शीर्ष इंजीनियरिंग प्रतिभाओं के लिए एक भयंकर लड़ाई के गवाह बन रहे हैं। वेंचर-समर्थित स्टार्टअप, स्नातक को आकर्षित करने के लिए काफी अधिक वेतन, बड़े बोनस और अधिक कर्मचारी स्टॉक विकल्प (ESOPs) की पेशकश करके अपना खेल बढ़ा रहे हैं। प्राइम फर्स्ट-डे स्लॉट सुरक्षित करने के बावजूद, कई शीर्ष-गुणवत्ता वाले उम्मीदवारों को सुरक्षित करने में संघर्ष कर रहे हैं, जो अक्सर वैश्विक तकनीकी दिग्गजों की ओर झुकते हैं।
स्टार्टअप का आक्रमण
रेजरपे, फ्रैक्चर एनालिटिक्स, बैटरी स्मार्ट, ओयो, नवी और स्पीकएक्स जैसी कंपनियां प्रतिभा के लिए आक्रामक तरीके से प्रतिस्पर्धा कर रही हैं। उन्हें गूगल, माइक्रोसॉफ्ट, अमेज़न और एनवीडिया जैसे स्थापित तकनीकी दिग्गजों, साथ ही हाई-फ्रीक्वेंसी ट्रेडिंग (HFT) फर्मों से कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ रहा है। इनमें से कई स्टार्टअप्स के आसन्न इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPOs) उनके ESOPs को त्वरित धन सृजन के लिए एक आकर्षक प्रलोभन बनाते हैं।
- नवी टेक्नोलॉजीज कथित तौर पर ₹38.2 लाख से ₹45.2 लाख के बीच वेतन, साथ में बोनस और ESOPs की पेशकश कर रही है।
- रेजरपे से लगभग ₹20 लाख का मुआवज़ा, ₹3 लाख का जॉइनिंग बोनस, और चार साल की वेस्टिंग अवधि के साथ ₹20 लाख के ESOPs की पेशकश की उम्मीद है।
- स्पीकएक्स, एक एडुटेक स्टार्टअप, ₹50 लाख सीटीसी से ऊपर की पेशकश कर रहा है, जिसमें ESOPs और ₹10 लाख का जॉइनिंग बोनस शामिल है, फिर भी यह स्वीकार करता है कि यह हमेशा पर्याप्त प्रतिस्पर्धी नहीं होता है।
- बैटरी स्मार्ट ₹25 लाख के आसपास पैकेज की पेशकश कर रही है, जिसमें बोनस और ₹7 लाख के ESOPs शामिल हैं।
- फ्रैक्चर एनालिटिक्स ₹35 लाख वेतन, रिटेंशन बोनस और ESOPs के साथ पेश कर सकता है।
- मीशो IPO से पहले टेक प्रतिभा की तलाश कर रही है, जिसमें मुआवजे की सीमा ₹37.25 लाख से ₹60 लाख तक हो सकती है।
हायरिंग के विकास में AI की भूमिका
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) हायरिंग परिदृश्य को नया आकार दे रहा है। कंपनियों को तेजी से कम लेकिन असाधारण कर्मचारियों की आवश्यकता है, क्योंकि AI कोडिंग कार्यों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा संभालने में सक्षम है। इस बदलाव का मतलब है कि बढ़े हुए मुआवजे के बावजूद, स्टार्टअप्स को शीर्ष स्तरीय प्रतिभाओं को आकर्षित करने में चुनौती मिल रही है।
- स्पीकएक्स ने नोट किया कि AI अब उनके आंतरिक कोड का लगभग 70% संभालता है, जिसके कारण कम, उच्च-कुशल व्यक्तियों को नियुक्त करने पर ध्यान केंद्रित करना आवश्यक है।
- स्टार्टअप्स के लिए लागत संरचना संतुलित हो जाती है क्योंकि वे कम लोगों को नियुक्त करते हैं लेकिन उन्हें असाधारण प्रतिभा के लिए प्रीमियम दरें चुकानी पड़ती हैं।
बिग टेक का स्थायी आकर्षण
स्टार्टअप्स द्वारा पेश किए जाने वाले आकर्षक वित्तीय प्रोत्साहनों के बावजूद, प्रतिष्ठित IITs के शीर्ष छात्र अक्सर वैश्विक तकनीकी दिग्गजों द्वारा प्रदान की जाने वाली स्थिरता, ब्रांड मूल्य और स्थापित कैरियर पथों को पसंद करते हैं।
- IIT परिसरों के शीर्ष 20 छात्रों में से कई ने बताया कि उन्होंने या तो स्टार्टअप्स से ऑफर वापस ले लिए हैं या पहले ही बिग टेक फर्मों के साथ पद स्वीकार कर लिए हैं।
- यह प्राथमिकता इस बात पर प्रकाश डालती है कि केवल तत्काल वित्तीय लाभ से परे कारक, जैसे कि दीर्घकालिक कैरियर प्रक्षेपवक्र और नौकरी की सुरक्षा, कुलीन प्रतिभा के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लेने वाले बने हुए हैं।
बदलते कैंपस की गतिशीलता
विभिन्न संस्थानों के बीच स्टार्टअप्स के लिए उत्साह में एक उल्लेखनीय अंतर है। जबकि IIT छात्र कुछ आरक्षण दिखाते हैं, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (NITs) और इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (IIITs) में शुरुआती चरण के स्टार्टअप्स के लिए रुचि का स्तर काफी अधिक बताया गया है।
कार्यक्रम का महत्व
IITs में कैंपस प्लेसमेंट भारत के प्रौद्योगिकी और स्टार्टअप क्षेत्रों में हायरिंग रुझानों के लिए एक प्रमुख संकेतक के रूप में काम करते हैं। तीव्र प्रतिस्पर्धा कुशल इंजीनियरों के लिए उच्च मूल्य और कंपनी के विकास और भविष्य के IPOs के लिए आवश्यक रणनीतिक भर्ती प्रयासों को रेखांकित करती है।
भविष्य की अपेक्षाएँ
AI द्वारा संचालित, हायरिंग में गुणवत्ता पर मात्रा को प्राथमिकता देने की प्रवृत्ति जारी रहने की उम्मीद है। स्टार्टअप्स को मुआवजे से परे अपने प्रस्तावों को बढ़ाने की आवश्यकता होगी, नवाचार, कंपनी संस्कृति और नए हायरिंग जो प्रभाव डाल सकते हैं, उन पर ध्यान केंद्रित करते हुए। कई फर्मों की IPO आकांक्षाएं यह सुनिश्चित करेंगी कि ESOPs उनकी भर्ती रणनीतियों का एक महत्वपूर्ण घटक बने रहें।
प्रभाव
प्रतिभा के लिए यह तीव्र प्रतिस्पर्धा भारतीय तकनीकी पारिस्थितिकी तंत्र के लिए व्यापक निहितार्थ रखती है। यह क्षेत्र में वेतन बेंचमार्क बढ़ा सकती है, स्टार्टअप्स और स्थापित दोनों फर्मों के विकास की क्षमता को प्रभावित कर सकती है, और इंजीनियरिंग स्नातकों की कैरियर आकांक्षाओं को आकार दे सकती है। कंपनियों की शीर्ष प्रतिभा को सुरक्षित करने की क्षमता सीधे उनकी नवाचार और बाजार नेतृत्व की क्षमता से जुड़ी है।
- Impact rating: 8
कठिन शब्दों की व्याख्या
- ESOPs (Employee Stock Options): कर्मचारियों को भविष्य में निश्चित मूल्य पर कंपनी के शेयर खरीदने के लिए दिए जाने वाले विकल्प। ये स्टार्टअप कर्मचारियों के लिए एक लोकप्रिय प्रोत्साहन हैं, खासकर जब कंपनी IPO की योजना बना रही हो।
- HFT (High-Frequency Trading): स्वचालित ट्रेडिंग रणनीति का एक प्रकार जो शक्तिशाली कंप्यूटरों का उपयोग करके बहुत तेज गति से, अक्सर सेकंड के अंशों में, बड़ी संख्या में ऑर्डर निष्पादित करता है।
- IPO (Initial Public Offering): वह प्रक्रिया जिसके द्वारा एक निजी कंपनी पहली बार जनता को स्टॉक शेयर बेचती है, जिससे वह पूंजी जुटा सके और सार्वजनिक रूप से कारोबार करने वाली इकाई बन सके।
- CTC (Cost to Company): एक कर्मचारी के लिए नियोक्ता की कुल वार्षिक लागत। इसमें मूल वेतन, भत्ते, बोनस, सेवानिवृत्ति योगदान, बीमा और अन्य लाभ शामिल हैं।
- RSU (Restricted Stock Unit): इक्विटी मुआवजे का एक रूप जिसमें एक कंपनी कर्मचारी को स्टॉक के निर्दिष्ट संख्या में शेयर प्रदान करती है, जो आमतौर पर समय के साथ वेस्टिंग (vesting) होती है, कुछ शर्तों को पूरा करने पर।
- Clawback Period: एक समझौते में एक खंड जो कंपनी को मुआवजे (जैसे बोनस या स्टॉक विकल्प) को वसूल करने की अनुमति देता है जो पहले कर्मचारी को दिए गए थे यदि कुछ शर्तें पूरी नहीं होती हैं या यदि कर्मचारी समय से पहले छोड़ देता है।

