Groww के सीईओ और सह-संस्थापक ललित केशर, फिनटेक कंपनी के शानदार बाजार डेब्यू के बाद भारत के अरबपति क्लब में शामिल हो गए हैं, जिसने उसके शेयर की कीमत में काफी वृद्धि की है। केशर, जिनके पास 9.06% हिस्सेदारी है, अब लगभग 9,448 करोड़ रुपये की संपत्ति रखते हैं। Groww का बाजार मूल्य 1 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो गया है, जिससे यह हाल के वर्षों में सबसे मजबूत लिस्टिंग में से एक बन गया है और भारत में खुदरा निवेश की तीव्र वृद्धि को दर्शाता है।
Groww के सह-संस्थापक और सीईओ, ललित केशर, फिनटेक कंपनी के अत्यधिक सफल बाजार डेब्यू के कारण आधिकारिक तौर पर भारत के अरबपतियों की श्रेणी में शामिल हो गए हैं। Groww के शेयर की कीमत में आई तेजी ने केशर की व्यक्तिगत संपत्ति को अनुमानित 9,448 करोड़ रुपये तक पहुंचा दिया है, जो उनकी 9.06% स्वामित्व हिस्सेदारी से हासिल हुआ है। Groww का मूल्यांकन 1 लाख करोड़ रुपये के पार चला गया है, जिससे इसकी लिस्टिंग हाल के समय में सबसे प्रभावशाली लिस्टिंग में से एक बन गई है। कंपनी के स्टॉक ने अपने प्रारंभिक प्रस्ताव (initial offering) 100 रुपये प्रति शेयर पर होने के बाद केवल चार ट्रेडिंग सत्रों में 70% से अधिक की प्रभावशाली वृद्धि देखी है। 2016 में पूर्व फ्लिपकार्ट कर्मचारियों ललित केशर, हर्ष जैन, ईशान बंसल और नीरज सिंह द्वारा स्थापित, Groww एक म्यूचुअल फंड निवेश मंच के रूप में शुरू हुआ था। तब से इसने स्टॉक, फ्यूचर्स और ऑप्शन्स, और अमेरिकी स्टॉक को शामिल करने के लिए अपनी पेशकशों का विस्तार किया है, जिससे लाखों पहली बार निवेश करने वाले, विशेष रूप से युवा वर्ग आकर्षित हुए हैं। मध्य प्रदेश में एक सामान्य पृष्ठभूमि से IIT बॉम्बे से स्नातक होने और एक प्रमुख फिनटेक फर्म का नेतृत्व करने तक की केशर की व्यक्तिगत यात्रा भारत के स्टार्टअप इकोसिस्टम की सफलता को रेखांकित करती है। उत्पन्न धन अन्य सह-संस्थापकों: हर्ष जैन, ईशान बंसल और नीरज सिंह को भी लाभ पहुंचाता है। प्रभाव (Impact) रेटिंग: 8/10. इस खबर का Groww के स्टॉक प्रदर्शन और कंपनी तथा व्यापक भारतीय फिनटेक क्षेत्र के प्रति निवेशक भावना पर महत्वपूर्ण सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। यह भारत के स्टार्टअप इकोसिस्टम के भीतर धन सृजन की क्षमता को उजागर करता है और डिजिटल खुदरा निवेश की वृद्धि को मान्य करता है। यह सफलता की कहानी इसी तरह के प्लेटफार्मों में और अधिक निवेश और रुचि आकर्षित कर सकती है। कठिन शब्द (Difficult Terms): फिनटेक: वित्तीय प्रौद्योगिकी; ऐसी कंपनियाँ जो वित्तीय सेवाओं के वितरण और उपयोग को बेहतर बनाने और स्वचालित करने के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग करती हैं। बाजार डेब्यू: किसी कंपनी के शेयर पहली बार स्टॉक एक्सचेंज पर सार्वजनिक रूप से कारोबार के लिए पेश किए जाते हैं। शेयर की कीमत में उछाल: कंपनी के स्टॉक की कीमत में एक तेज और महत्वपूर्ण वृद्धि। मार्केट वैल्यू (बाजार पूंजीकरण): कंपनी के बकाया शेयरों का कुल मूल्य, जिसकी गणना वर्तमान शेयर मूल्य को बकाया शेयरों की कुल संख्या से गुणा करके की जाती है। फ्यूचर्स और ऑप्शन्स: वित्तीय डेरिवेटिव अनुबंधों के प्रकार। खुदरा निवेश: संस्थागत निवेशकों के विपरीत, व्यक्तिगत निवेशकों द्वारा वित्तीय प्रतिभूतियों को खरीदना और बेचना। स्टार्टअप इकोसिस्टम: नए व्यवसायों (स्टार्टअप) के निर्माण और विकास का समर्थन करने वाले संगठनों, व्यक्तियों और संसाधनों का नेटवर्क। आईपीओ (आरंभिक सार्वजनिक पेशकश): वह प्रक्रिया जिसके द्वारा एक निजी कंपनी पहली बार स्टॉक के शेयर जनता को बेचकर सार्वजनिक हो सकती है।