बड़े कंज्यूमर ब्रांड्स और स्टार्टअप्स विज्ञापन बनाने के लिए तेजी से AI अपना रहे हैं, जिससे यह तेज़, सस्ता और अत्यधिक टारगेटेड हो गया है। कोका-कोला, पिडिलाइट और भारतीय स्टार्टअप्स जैसी कंपनियां Google Gemini और OpenAI के ChatGPT जैसे टूल्स का लाभ उठा रही हैं, जिससे दक्षता बढ़ रही है और AI मार्केटिंग टूल्स में महत्वपूर्ण निवेश आकर्षित हो रहा है। हालांकि, नौकरियों के नुकसान, रचनात्मकता में कमी और ब्रांड प्रामाणिकता को लेकर चिंताएं भी बढ़ रही हैं।