Whalesbook Logo

Whalesbook

  • Home
  • About Us
  • Contact Us
  • News

प्रमोटर्स ने एक्सपेंशन ड्राइव के बीच 5 भारतीय स्मॉल-कैप फर्मों में हिस्सेदारी बढ़ाई

Stock Investment Ideas

|

Updated on 05 Nov 2025, 01:42 am

Whalesbook Logo

Reviewed By

Abhay Singh | Whalesbook News Team

Short Description:

किरी इंडस्ट्रीज, रेफेक्स इंडस्ट्रीज, एसएमएस फार्मा, एसोसिएट अल्कोहल्स एंड ब्रुअरीज, और ज्योति रेजिन जैसी पांच भारतीय स्मॉल-कैप कंपनियों के प्रमोटरों ने सितंबर तिमाही में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई है। यह कदम उनके व्यवसायों में बढ़ते आत्मविश्वास का संकेत देता है, खासकर जब ये कंपनियां महत्वपूर्ण क्षमता विस्तार कर रही हैं और राजस्व धाराओं में विविधता ला रही हैं। इस प्रवृत्ति को निवेशकों के लिए एक सकारात्मक संकेतक के रूप में देखा जाता है, खासकर बाजार की अनिश्चितता की अवधि के दौरान, जो इन चुनिंदा स्मॉल-कैप संस्थाओं में संभावित मूल्य का सुझाव देता है।
प्रमोटर्स ने एक्सपेंशन ड्राइव के बीच 5 भारतीय स्मॉल-कैप फर्मों में हिस्सेदारी बढ़ाई

▶

Stocks Mentioned:

Kiri Industries Limited
Refex Industries Limited

Detailed Coverage:

कंपनी में प्रमोटर की हिस्सेदारी में वृद्धि को अक्सर प्रबंधन के व्यवसाय के भविष्य की संभावनाओं में मजबूत विश्वास का संकेत माना जाता है। यह वर्तमान बाजार में और भी उल्लेखनीय है, जहां स्मॉल-कैप शेयरों में लंबे समय से चले आ रहे समेकन ने निवेशकों के धैर्य की परीक्षा ली है, जिससे रणनीतिक संचय के लिए अवसर पैदा हुए हैं।

सितंबर तिमाही में प्रमोटर की हिस्सेदारी में वृद्धि के लिए पांच कंपनियां highlight की गई हैं:

* **किरी इंडस्ट्रीज:** डाइज (dyes) और केमिकल्स (chemicals) का एक प्रमुख निर्माता, किरी इंडस्ट्रीज, एकीकृत कॉपर स्मेल्टिंग (integrated copper smelting) और उर्वरक उत्पादन (fertilizer production) में महत्वपूर्ण रूप से विविधता ला रही है। प्रमोटरों ने पिछली तिमाही की तुलना में (sequentially) 5% और साल-दर-साल (year-on-year) 13% हिस्सेदारी बढ़ाई है। टेक्सटाइल क्षेत्र में (textile sector) headwinds और हालिया अमेरिकी टैरिफ (US tariffs) के बावजूद, कंपनी नई, बड़े पैमाने की परियोजनाओं में भारी निवेश कर रही है, जिनसे वित्त वर्ष 27 (FY27) से पर्याप्त राजस्व (revenue) उत्पन्न होने की उम्मीद है।

* **रेफेक्स इंडस्ट्रीज:** राख और कोयला प्रबंधन (ash and coal handling), रेफ्रिजरेंट गैसों (refrigerant gases), और पवन ऊर्जा (wind energy) जैसे विविध क्षेत्रों में काम करने वाली रेफेक्स इंडस्ट्रीज में प्रमोटर की हिस्सेदारी में 2.6% की वृद्धि देखी गई। कंपनी अपनी पवन ऊर्जा व्यवसाय का विस्तार करने और राख/कोयला प्रबंधन संचालन को बेहतर बनाने पर ध्यान केंद्रित कर रही है।

* **एसएमएस फार्मा:** विविध पोर्टफोलियो वाला एक एक्टिव फार्मास्युटिकल इंग्रीडिएंट (API) प्लेयर, एसएमएस फार्मा में पिछली तिमाही की तुलना में (sequentially) प्रमोटर की हिस्सेदारी 1.8% बढ़ी है। कंपनी इबुप्रोफेन (Ibuprofen) जैसी प्रमुख दवाओं का उत्पादन बढ़ा रही है और राजस्व वृद्धि (revenue growth) तथा मार्जिन विस्तार (margin expansion) को बढ़ावा देने के लिए बैकवर्ड इंटीग्रेशन (backward integration) और अनुबंध विनिर्माण (contract manufacturing) में निवेश कर रही है।

* **एसोसिएट अल्कोहल्स एंड ब्रुअरीज:** इस एकीकृत मादक पेय कंपनी ने प्रमोटर होल्डिंग्स में 1.9% की वृद्धि की है। यह प्रीमियम और मालिकाना ब्रांडों (premium and proprietary brands) की ओर ध्यान केंद्रित कर रही है, पूरे भारत में अपने बाजार पहुंच का विस्तार कर रही है, और अपने उच्च-मार्जिन वाले उत्पादों में महत्वपूर्ण मात्रा में वृद्धि का लक्ष्य रख रही है।

* **ज्योति रेजिन:** सिंथेटिक रेजिन एडहेसिव्स (synthetic resin adhesives) का निर्माता, जो भारत में दूसरा सबसे अधिक बिकने वाला वुड एडहेसिव ब्रांड (wood adhesive brand) है, में प्रमोटर की हिस्सेदारी 3.1% बढ़ी है। कंपनी ने तीन वर्षों में ₹500 करोड़ का राजस्व लक्ष्य प्राप्त करने के लिए महत्वपूर्ण क्षमता विस्तार (capacity expansion) की योजना बनाई है और ग्रीनफील्ड क्षमता (greenfield capacity) भी स्थापित कर रही है।

**प्रभाव (Impact):** यह खबर इन कंपनियों के प्रबंधन से बढ़ते आत्मविश्वास का संकेत देती है, जो संभावित रूप से सकारात्मक निवेशक भावना (investor sentiment) और स्टॉक प्रदर्शन (stock performance) की ओर ले जा सकती है। प्रमोटर निवेश द्वारा समर्थित क्षमता विस्तार और विविधीकरण के प्रयास, दीर्घकालिक विकास और बाजार हिस्सेदारी पर रणनीतिक फोकस का सुझाव देते हैं। हालांकि, निवेशकों को ध्यान देना चाहिए कि निष्पादन जोखिम (execution risks) और मांग की अस्थिरता (demand volatility) अभी भी निगरानी योग्य कारक बने हुए हैं।

**कठिन शब्दों की व्याख्या:** * **प्रमोटर (Promoter):** वह व्यक्ति, समूह या संस्था जिसने कंपनी की स्थापना की हो और आमतौर पर महत्वपूर्ण प्रबंधन और स्वामित्व हिस्सेदारी रखता हो। * **बेसिस पॉइंट्स (Basis Points - bps):** वित्त में प्रयुक्त एक माप इकाई जो एक प्रतिशत के सौवें हिस्से (0.01%) को दर्शाती है। 100 bps = 1%। * **सीक्वेंशियली (Sequentially):** एक अवधि के वित्तीय डेटा की अगली लगातार अवधि से तुलना (उदाहरण के लिए, Q3 FY26 की Q2 FY26 से तुलना)। * **PAT (Profit After Tax - कर-पश्चात लाभ):** सभी खर्चों, ब्याज और करों की कटौती के बाद कंपनी का शुद्ध लाभ। * **हेडविंड्स (Headwinds):** वे कारक जो कठिनाइयाँ पैदा करते हैं या प्रगति में बाधा डालते हैं, जैसे बढ़ती लागत या प्रतिकूल बाजार स्थितियाँ। * **बैकवर्ड इंटीग्रेशन (Backward Integration):** एक रणनीति जहाँ एक कंपनी उन व्यवसायों का अधिग्रहण या उनमें निवेश करती है जो उसके उत्पादों के निर्माण के लिए आवश्यक कच्चे माल या घटकों की आपूर्ति करते हैं। * **क्षमता उपयोग (Capacity Utilization):** एक कारखाना या संयंत्र अपनी अधिकतम संभव उत्पादन क्षमता के किस हद तक संचालन कर रहा है। * **आयात प्रतिस्थापन (Import Substitution):** आयातित वस्तुओं को घरेलू रूप से उत्पादित वस्तुओं से बदलना। * **CAGR (Compound Annual Growth Rate - चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर):** एक निर्दिष्ट अवधि (एक वर्ष से अधिक) में एक निवेश की औसत वार्षिक वृद्धि दर। * **ग्रीनफील्ड क्षमता (Greenfield Capacity):** बिल्कुल नई निर्माण सुविधाओं या संचालनों को अछूती भूमि पर खरोंच से बनाना। * **CMO (Contract Manufacturing Organization - अनुबंध विनिर्माण संगठन):** एक कंपनी जो अन्य कंपनियों के लिए उनके ब्रांड नाम के तहत उत्पादों का निर्माण करती है। * **EBITDA (Earnings Before Interest, Taxes, Depreciation, and Amortization - ब्याज, कर, मूल्यह्रास और परिशोधन से पहले की कमाई):** गैर-परिचालन व्यय और गैर-नकद शुल्कों को ध्यान में रखने से पहले कंपनी का परिचालन प्रदर्शन माप। * **IMFL (Indian Made Foreign Liquor - भारतीय निर्मित विदेशी शराब):** भारत में निर्मित मादक पेय जो पारंपरिक रूप से विदेशी देशों में उत्पादित स्पिरिट्स की शैली और मिश्रण का पालन करते हैं। * **प्रीमियमाइजेशन (Premiumization):** एक उपभोक्ता प्रवृत्ति जहाँ खरीदार मानक या सस्ते विकल्पों के बजाय उच्च-मूल्य, उच्च-गुणवत्ता वाले उत्पादों या सेवाओं को चुनते हैं।


Mutual Funds Sector

दस साल में निफ्टी 50 से बेहतर प्रदर्शन करने वाले पांच म्यूचुअल फंड, निवेशकों के लिए उच्च धन सृजन की पेशकश

दस साल में निफ्टी 50 से बेहतर प्रदर्शन करने वाले पांच म्यूचुअल फंड, निवेशकों के लिए उच्च धन सृजन की पेशकश

दस साल में निफ्टी 50 से बेहतर प्रदर्शन करने वाले पांच म्यूचुअल फंड, निवेशकों के लिए उच्च धन सृजन की पेशकश

दस साल में निफ्टी 50 से बेहतर प्रदर्शन करने वाले पांच म्यूचुअल फंड, निवेशकों के लिए उच्च धन सृजन की पेशकश


Economy Sector

Lenskart IPO मूल्यांकन पर बहस: निवेशक संरक्षण और SEBI की भूमिका

Lenskart IPO मूल्यांकन पर बहस: निवेशक संरक्षण और SEBI की भूमिका

Lenskart IPO मूल्यांकन पर बहस: निवेशक संरक्षण और SEBI की भूमिका

Lenskart IPO मूल्यांकन पर बहस: निवेशक संरक्षण और SEBI की भूमिका