Stock Investment Ideas
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Updated on 14th November 2025, 11:19 AM
Author
Akshat Lakshkar | Whalesbook News Team
भारतीय शेयर बाजार, जिसमें सेंसेक्स और निफ्टी 50 लीड कर रहे थे, 14 नवंबर को आखिरी मिनट की खरीदारी के कारण लगातार पांचवें ट्रेडिंग सेशन में हरे निशान पर बंद हुए। निवेशक सतर्क रुख अपना रहे हैं और मार्केट की अगली दिशा तय करने के लिए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) की मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी (MPC) और अमेरिकी फेडरल ओपन मार्केट कमेटी (FOMC) की आगामी बैठकों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। टाटा मोटर्स में अच्छी बढ़त देखी गई, जबकि इन्फोसिस में गिरावट आई। सेक्टर के प्रदर्शन में भिन्नता देखी गई, जिसमें आईटी स्टॉक्स संघर्ष करते दिखे और बैंकिंग स्टॉक्स आगे बढ़े।
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भारतीय इक्विटी बेंचमार्क इंडेक्स, सेंसेक्स और निफ्टी 50, ने 14 नवंबर को लगातार पांचवें सत्र के लिए अपनी जीत का सिलसिला जारी रखा। बीएसई सेंसेक्स 84.11 अंक (0.10%) बढ़कर 84,561.78 पर बंद हुआ, जबकि एनएसई निफ्टी 50, 30.90 अंक (0.12%) बढ़कर 25,910.05 पर बंद हुआ। इस सकारात्मक गति को ट्रेडिंग के अंतिम 30 मिनटों में महत्वपूर्ण खरीदारी (Fag-end buying) से बढ़ावा मिला।
**प्रभाव**: यह खबर सीधे भारतीय शेयर बाजार को उसके दैनिक प्रदर्शन और निवेशक भावना को दर्शाकर प्रभावित करती है। यह अर्थव्यवस्था में वित्तीय स्वास्थ्य और निवेशकों के विश्वास को दिखाकर भारतीय व्यवसायों को भी प्रभावित करती है। रेटिंग: 8/10।
**कठिन शब्द**: *Sensex*: बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज पर सूचीबद्ध 30 सुस्थापित और वित्तीय रूप से मजबूत कंपनियों का एक सूचकांक, जो भारतीय इक्विटी बाजार के लिए एक बेंचमार्क के रूप में कार्य करता है। *Nifty 50*: नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर सूचीबद्ध 50 सबसे बड़ी और सबसे तरल भारतीय स्टॉक्स का एक सूचकांक, जो व्यापक बाजार के प्रदर्शन का प्रतिनिधित्व करता है। *Fag-end buying*: ट्रेडिंग दिवस के अंतिम भाग में होने वाला खरीदारी का दबाव, जो अक्सर बाजार सूचकांकों के समापन स्तरों को प्रभावित करता है। *RBI MPC*: भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति, जो ब्याज दरें निर्धारित करने और मुद्रास्फीति का प्रबंधन करने के लिए जिम्मेदार है। *US Fed FOMC*: अमेरिका के केंद्रीय बैंक की संघीय ओपन मार्केट कमेटी, जो संयुक्त राज्य अमेरिका के लिए मौद्रिक नीति तय करती है, जो वैश्विक बाजारों को प्रभावित करती है। *Index heavyweight*: एक स्टॉक जिसका पर्याप्त बाजार पूंजीकरण पूरे सूचकांक की चाल पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालता है। *Sectoral indices*: सूचना प्रौद्योगिकी (IT) या बैंकिंग जैसे किसी विशेष उद्योग क्षेत्र की कंपनियों के प्रदर्शन को ट्रैक करने वाले स्टॉक मार्केट इंडेक्स। *Nifty IT*: NSE पर सूचीबद्ध भारतीय आईटी कंपनियों के प्रदर्शन को ट्रैक करने वाला एक सेक्टरल इंडेक्स। *Nifty Bank*: NSE पर बैंकिंग क्षेत्र के स्टॉक्स के प्रदर्शन को ट्रैक करने वाला एक सेक्टरल इंडेक्स। *Broader market*: बड़ी-कैप कंपनियों के विपरीत छोटी कंपनियों (मिड-कैप और स्मॉल-कैप स्टॉक) के प्रदर्शन को संदर्भित करता है। *Nifty Midcap 100 / Nifty Smallcap 100*: क्रमशः NSE पर सूचीबद्ध 100 मध्यम आकार की कंपनियों और 100 छोटी कंपनियों के प्रदर्शन का प्रतिनिधित्व करने वाले इंडेक्स। *India VIX*: एक अस्थिरता सूचकांक जो अल्पावधि में अपेक्षित बाजार अस्थिरता को मापता है, जिसे अक्सर 'डर सूचकांक' (fear index) कहा जाता है। *FII (Foreign Institutional Investors)*: विदेशी संस्थाएं जो भारतीय प्रतिभूतियों में निवेश करती हैं। *DII (Domestic Institutional Investors)*: म्यूचुअल फंड, बीमा कंपनियां और बैंक जैसी भारतीय संस्थाएं घरेलू प्रतिभूतियों में निवेश करती हैं। *Bullish gap zone*: एक मूल्य चार्ट पर एक क्षेत्र जहां कीमत एक दिन से अगले दिन बिना किसी ट्रेडिंग के महत्वपूर्ण रूप से उछलती है, जो मजबूत खरीदारी भावना को इंगित करता है।
**विशेषज्ञों की राय**: एसबीआई सिक्योरिटीज के हेड ऑफ टेक्निकल रिसर्च एंड डेरिवेटिव्स, सुदीप शाह ने "प्रतीक्षा करो और देखो" वाले मूड पर प्रकाश डाला, क्योंकि निवेशकों का ध्यान आगामी RBI MPC और US Fed FOMC बैठकों पर चला गया। जियोजित इन्वेस्टमेंट्स के हेड ऑफ रिसर्च, विनोद नायर ने उल्लेख किया कि निवेशक महत्वपूर्ण बाजार चाल के लिए और उत्प्रेरकों की उम्मीद कर रहे हैं, जिसमें RBI नीति और अमेरिकी व्यापार सौदे के बारे में किसी भी संकेत से तेजी वाले बाजार की भावना बनी रहने की उम्मीद है।
**स्टॉक और सेक्टर प्रदर्शन**: सेंसेक्स की कंपनियों में, टाटा मोटर्स ने सबसे अधिक 3% से अधिक की बढ़त दर्ज की। इसके विपरीत, इन्फोसिस एक महत्वपूर्ण नुकसानकर्ता के रूप में उभरा, जो लगभग 2.50% गिर गया। निफ्टी आईटी सेक्टर सबसे कमजोर था, जिसमें 1% से अधिक की गिरावट आई, और केवल एक घटक स्टॉक सकारात्मक बंद हुआ। इसके विपरीत, निफ्टी बैंक इंडेक्स ने अच्छा प्रदर्शन किया, 0.23% बढ़ा, जो इसके अधिकांश घटक स्टॉक्स में लाभ से समर्थित था।
**बाजार रुझान**: व्यापक बाजार में, निफ्टी मिडकैप 100 और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स सकारात्मक क्षेत्र में बंद होने में कामयाब रहे। इंडिया VIX, जो बाजार की अस्थिरता का माप है, 11.94 पर 1.84% कम दर्ज किया गया। सप्ताह के दौरान, बीएसई सेंसेक्स और निफ्टी 50 दोनों सूचकांकों ने 1.6% से अधिक की बढ़त दर्ज की।
**तकनीकी आउटलुक**: असित सी. मेहता इन्वेस्टमेंट इंटरमीडिएट्स के हेड ऑफ टेक्निकल एंड डेरिवेटिव रिसर्च, हृषिकेश येडवे ने उच्च स्तर पर सावधानी बरतने की सलाह दी। उन्होंने संकेत दिया कि निफ्टी को 25,710 के आसपास तत्काल समर्थन मिलता है, जो एक तेजी वाले गैप ज़ोन में है, जबकि 26,000 और 26,100 के बीच प्रतिरोध की उम्मीद है। बैंक निफ्टी के लिए, तत्काल समर्थन 58,050 के करीब देखा जाता है, प्रतिरोध 58,615 पर स्थित है, जो इस स्तर से ऊपर निर्णायक ब्रेकआउट पर 59,000 की ओर संभावित चाल का सुझाव देता है।