Stock Investment Ideas
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3rd November 2025, 4:14 AM
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यह हफ़्ता भारतीय शेयर बाज़ार के निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण कॉर्पोरेट एक्शन से भरा है। कई जानी-मानी कंपनियाँ एक्स-डिविडेंड ट्रेड करने वाली हैं, जिसका मतलब है कि आगामी लाभांश भुगतान को दर्शाने के लिए स्टॉक की कीमत समायोजित हो जाएगी। कोल इंडिया, श्रीराम फाइनेंस, एनटीपीसी, डाबर इंडिया, हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन, भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन, कोलगेट-पामोलिव, डीसीएम श्रीराम, ओरेकल फाइनेंशियल सर्विसेज सॉफ्टवेयर, श्री सीमेंट, हिंदुस्तान यूनिलीवर, निप्पॉन लाइफ इंडिया एसेट मैनेजमेंट, शेयर इंडिया सिक्योरिटीज, और गोदरेज कंज्यूमर प्रोडक्ट्स एक्स-डिविडेंड जाने वाली प्रमुख कंपनियाँ हैं।
लाभांश के अलावा, बीईएमएल (BEML) स्टॉक स्प्लिट से गुज़रेगा, जिससे इसका अंकित मूल्य (face value) 10 रुपये से घटकर 5 रुपये प्रति शेयर हो जाएगा, जो खुदरा निवेशकों के लिए स्टॉक को अधिक सुलभ बना सकता है। रेलटेल कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया, हैपीएस्ट माइंड्स टेक्नोलॉजीज, और मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स दूसरी तिमाही के लिए अंतरिम लाभांश (interim dividends) भी घोषित करेंगे।
प्रभाव (Impact): यह ख़बर सीधे उन निवेशकों को प्रभावित करती है जो इन स्टॉक्स को होल्ड कर रहे हैं या उन पर विचार कर रहे हैं। एक्स-डिविडेंड तारीखों का मतलब है कि स्टॉक की कीमत आम तौर पर लाभांश राशि से गिर जाती है, जबकि स्टॉक स्प्लिट लिक्विडिटी बढ़ा सकते हैं और अधिक खरीदार आकर्षित कर सकते हैं। इन प्रमुख कंपनियों द्वारा सामूहिक कॉर्पोरेट एक्शन बाज़ार की भावना (market sentiment) और ट्रेडिंग गतिविधि को प्रभावित कर सकते हैं। भारतीय शेयर बाज़ार पर इसका प्रभाव 8/10 रेट किया गया है।
कठिन शब्दों की व्याख्या (Difficult terms explained): एक्स-डिविडेंड (Ex-dividend): यह वह तारीख है जिस दिन कोई स्टॉक अपने आगामी लाभांश के बिना ट्रेड करना शुरू कर देता है। यदि आप एक्स-डिविडेंड तिथि पर या उसके बाद स्टॉक खरीदते हैं, तो आपको घोषित लाभांश भुगतान प्राप्त नहीं होगा। विक्रेता को लाभांश मिलता है। अंतरिम लाभांश (Interim dividend): कंपनी द्वारा अपने वित्तीय वर्ष के दौरान भुगतान किया जाने वाला लाभांश, बजाय वर्ष के अंत में। स्टॉक स्प्लिट (Stock Split): एक कॉर्पोरेट एक्शन जहाँ एक कंपनी अपने मौजूदा शेयरों को कई शेयरों में विभाजित करती है, बकाया शेयरों की संख्या को बढ़ाती है लेकिन प्रति शेयर कीमत कम करती है। कुल मार्केट कैपिटलाइज़ेशन समान रहता है। रिकॉर्ड तिथि (Record date): वह तारीख जिसके द्वारा लाभांश प्राप्त करने के लिए एक शेयरधारक को कंपनी के साथ पंजीकृत होना चाहिए।