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स्विगी बोर्ड ने विस्तार के लिए 10,000 करोड़ रुपये तक की फंड जुटाने की मंजूरी दी

Startups/VC

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Updated on 07 Nov 2025, 05:22 pm

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Reviewed By

Simar Singh | Whalesbook News Team

Short Description:

फ़ूड डिलीवरी दिग्गज स्विगी के बोर्ड ने 10,000 करोड़ रुपये तक की राशि जुटाने की योजना को मंज़ूरी दे दी है। इन फंड्स को क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट (QIP) या अन्य इक्विटी मार्गों के ज़रिए जुटाया जाएगा ताकि कंपनी की बैलेंस शीट को मज़बूत किया जा सके और फ़ूड डिलीवरी व क्विक-कॉमर्स में विस्तार को गति मिल सके। यह कदम प्रतिद्वंद्वी ज़ोमैटो द्वारा इसी तरह की पूंजी जुटाने के बाद आया है, जो इस क्षेत्र में ज़बरदस्त प्रतिस्पर्धा और विकास की महत्वाकांक्षाओं को दर्शाता है। यह फंड जुटाना शेयरधारक और नियामक मंजूरियों के अधीन है।
स्विगी बोर्ड ने विस्तार के लिए 10,000 करोड़ रुपये तक की फंड जुटाने की मंजूरी दी

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Detailed Coverage:

फ़ूड और ग्रोसरी डिलीवरी प्रमुख स्विगी को 10,000 करोड़ रुपये तक की एक बड़ी राशि जुटाने के लिए बोर्ड की मंज़ूरी मिल गई है। इस पूंजी निवेश का उद्देश्य कंपनी की वित्तीय स्थिति को मज़बूत करना और फ़ूड डिलीवरी व क्विक-कॉमर्स दोनों सेगमेंट में विस्तार की पहलों को फंड करना है। यह फंड जुटाना क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट (QIP) या अन्य इक्विटी पेशकशों जैसे विभिन्न माध्यमों से किया जाएगा, और शेयरधारकों व नियामक निकायों से आवश्यक मंज़ूरी मिलने पर इसे कई किश्तों में लागू किया जा सकता है। इस रणनीतिक कदम का लक्ष्य स्विगी के "रणनीतिक लचीलेपन" (strategic flexibility) को बढ़ाना और उसके व्यावसायिक वर्टिकल्स के भीतर "नए प्रयोगों" (new experiments) का समर्थन करना है।

हाल ही में, स्विगी ने सितंबर 2025 को समाप्त तिमाही के लिए 1,092 करोड़ रुपये का समेकित शुद्ध घाटा (consolidated net loss) दर्ज किया था, जो पिछले वर्ष की तुलना में अधिक है, हालांकि इसका परिचालन राजस्व (operating revenue) 5,561 करोड़ रुपये तक काफी बढ़ गया था। स्विगी की यह फंड जुटाने की योजना इसके प्रतिस्पर्धी, ज़ोमैटो, द्वारा इसी तरह की पूंजी जुटाने के तुरंत बाद आई है, जिसने पिछले साल अपने वित्तीय भंडार को मज़बूत करने के लिए QIP के माध्यम से 8,500 करोड़ रुपये सुरक्षित किए थे।

प्रभाव यह बड़ी फंड जुटाने की कवायद स्विगी की आक्रामक विकास रणनीति और भारत के बढ़ते फ़ूड डिलीवरी व क्विक-कॉमर्स बाज़ार में मज़बूत प्रतिस्पर्धात्मक बढ़त बनाए रखने की उसकी प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है। यह पूंजी प्रौद्योगिकी, लॉजिस्टिक्स, बुनियादी ढांचे और ग्राहक अधिग्रहण में महत्वपूर्ण निवेश को सक्षम करेगी, जिससे संभावित रूप से बेहतर सेवा पेशकश और बाज़ार हिस्सेदारी में वृद्धि होगी। निवेशकों और व्यापक बाज़ार के लिए, यह क्षेत्र में निरंतर उच्च निवेश और ज़बरदस्त प्रतिस्पर्धा को दर्शाता है, जो अल्पावधि में लाभप्रदता की गतिशीलता को प्रभावित कर सकता है, जबकि कंपनियों को दीर्घकालिक विस्तार और मूल्य निर्माण के लिए स्थापित करेगा।