Whalesbook Logo

Whalesbook

  • Home
  • About Us
  • Contact Us
  • News

स्नॅबिट ने सीरीज़ सी फंडिंग में $30 मिलियन जुटाए, मूल्यांकन $180 मिलियन तक पहुंचा

Startups/VC

|

30th October 2025, 2:00 AM

स्नॅबिट ने सीरीज़ सी फंडिंग में $30 मिलियन जुटाए, मूल्यांकन $180 मिलियन तक पहुंचा

▶

Short Description :

बेंगलुरु स्थित स्नॅबिट, एक ऑन-डिमांड होम-हेल्प स्टार्टअप, ने $30 मिलियन की सीरीज़ सी फंडिंग हासिल की है, जिससे इसका मूल्यांकन महज पांच महीनों में $80 मिलियन से बढ़कर $180 मिलियन हो गया है। कंपनी ने तेजी से वृद्धि दर्ज की है, जो अब 10,000 से अधिक दैनिक बुकिंग संभाल रही है। स्नॅबिट पांच प्रमुख शहरों में 100% महिलाओं के नेतृत्व वाली टीम के माध्यम से सफाई और बर्तन धोने जैसी सेवाएं प्रदान करता है, और अधिक शहरों में विस्तार की योजना बना रहा है। यह फंड आगे विस्तार और नई सेवा श्रेणियों के समर्थन में उपयोग किया जाएगा।

Detailed Coverage :

ऑन-डिमांड होम सर्विस पर केंद्रित स्टार्टअप स्नॅबिट ने अपनी सीरीज़ सी फंडिंग राउंड में सफलतापूर्वक $30 मिलियन जुटाए हैं। इस राउंड का नेतृत्व बर्टेल्समन इंडिया इन्वेस्टमेंट्स ने किया, जिसमें लाइटस्पीड, एलिवेशन कैपिटल और नेक्सस वेंचर पार्टनर्स की भागीदारी रही। इस निवेश से कंपनी का मूल्यांकन पांच महीने पहले के $80 मिलियन से बढ़कर $180 मिलियन हो गया है। कंपनी ने विस्फोटक वृद्धि देखी है, मई में 1,000 दैनिक नौकरियों से बढ़कर अब 10,000 से अधिक दैनिक बुकिंग हो गई है, और 300,000 से अधिक ग्राहकों को सेवा प्रदान कर रही है।

सेवाएं और संचालन: 2024 में स्थापित, स्नॅबिट 5,000 मजबूत, 100% महिलाओं के नेतृत्व वाली टीम के माध्यम से सफाई, बर्तन धोने और लॉन्ड्री जैसी सेवाएं प्रदान करती है। यह एक हाइपरलोकल मॉडल पर काम करती है, जो मुंबई, बेंगलुरु, गुरुग्राम, नोएडा और पुणे के 40 माइक्रो मार्केट में 10 मिनट के भीतर सेवाएं देने का वादा करती है। हैदराबाद, चेन्नई, दिल्ली और कलकत्ता में भी विस्तार की योजना है।

व्यावसायिक प्रदर्शन: स्नॅबिट 30-35% ग्राहक प्रतिधारण दर (customer retention rate) दर्ज करती है और $11 मिलियन वार्षिक आवर्ती राजस्व (annual recurring revenue) का अनुमान लगाती है। इसकी ग्राहक अधिग्रहण लागत (customer acquisition cost) ₹500 से कम है, और सेवाओं की कीमत लगभग ₹150 प्रति घंटा है। कर्मचारी मासिक ₹25,000-₹30,000 कमाते हैं।

प्रभाव: यह खबर भारत के ऑन-डिमांड होम सर्विसेज सेक्टर में बढ़ते निवेशक विश्वास और तेजी से विकास की क्षमता को उजागर करती है। यह एक प्रतिस्पर्धी परिदृश्य का संकेत देती है जहां स्टार्टअप्स सुविधा की उपभोक्ता मांग को पूरा करके तेजी से स्केल कर रहे हैं। ऐसे फंडिंग राउंड इस क्षेत्र में और निवेश आकर्षित कर सकते हैं और नवाचार व सेवा गुणवत्ता सुधार को प्रोत्साहित कर सकते हैं। रेटिंग: 7/10।

कठिन शब्द: ऑन-डिमांड: Services provided immediately or very shortly after a request is made. स्टार्टअप: A new company founded to develop a unique product or service, run with high uncertainty and growth potential. सीरीज़ सी फंडिंग: A stage of funding for a company that has already achieved significant growth and is looking to expand further or enter new markets. मूल्यांकन: The estimated worth of a company. बैकर्स: Investors who provide financial support to a company. हाइपरलोकल नेटवर्क: A business model focused on providing services within a very small, localized geographical area. माइक्रो मार्केट: Small, specific areas within a city or region where services are targeted. वार्षिक आवर्ती राजस्व (ARR): The predictable revenue a company expects to receive on a yearly basis from its customers. ग्राहक अधिग्रहण लागत (CAC): The cost incurred by a company to acquire a new customer. एड हॉक समाधान: A solution provided on an as-needed or temporary basis, rather than a permanent or scheduled one. प्रतिधारण दर: The percentage of customers who continue to use a company's services over a given period. बैचलर्स: Unmarried individuals, often implying working professionals living alone.