Startups/VC
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Updated on 06 Nov 2025, 08:44 am
Reviewed By
Abhay Singh | Whalesbook News Team
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प्रमुख क्विक कॉमर्स कंपनी Zepto, अपने मासिक कैश बर्न को लगभग 75% तक कम करने के लिए आक्रामक लागत-कटौती उपाय लागू कर रही है, जिसका लक्ष्य $10-20 मिलियन (लगभग ₹88.5 करोड़ से ₹177 करोड़) के बीच है। यह रणनीतिक कदम $750 मिलियन के इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) की तैयारी में है, जिसमें $50 मिलियन का ऑफर फॉर सेल भी शामिल होगा। कंपनी अपने परिचालन घाटे को काफी कम करने के लिए मार्केटिंग व्यय और स्टाफ लागत को कम कर रही है। अगस्त में Zepto का मासिक कैश बर्न $80 मिलियन (₹708 करोड़) था, जिसे यह काफी कम करना चाहती है। इस क्षेत्र में Swiggy Instamart और Blinkit जैसे प्रतिस्पर्धी भी हैं, जबकि Blinkit ने अपने समायोजित Ebitda घाटे में गिरावट दिखाई है। Zepto अगले 20 दिनों के भीतर गोपनीय रूप से अपने ड्राफ्ट IPO दस्तावेज़ दाखिल करने की योजना बना रही है, जिसका लक्ष्य सार्वजनिक लिस्टिंग है जो भारत के उपभोक्ता इंटरनेट क्षेत्र में सबसे तेज IPO में से एक हो सकती है। 2021 में स्थापित इस कंपनी ने $7 बिलियन के मूल्यांकन पर $450 मिलियन का हालिया फंड जुटाया है, और सार्वजनिक पेशकश से पहले Ebitda लाभप्रदता हासिल करने पर ध्यान केंद्रित है। Zepto कथित तौर पर दैनिक आधार पर लगभग 2 मिलियन ऑर्डर प्रोसेस करती है और FY25 में ₹11,110 करोड़ के राजस्व की रिपोर्ट की थी, हालांकि FY24 में इसे ₹1,249 करोड़ का शुद्ध घाटा हुआ था। विस्तार की योजनाएं छोटे शहरों में प्रवेश करने के बजाय मौजूदा मेट्रो बाजारों में सेवा क्षमता को गहरा करने पर केंद्रित हैं। Impact: यह खबर भारतीय शेयर बाजार के लिए अत्यधिक प्रासंगिक है क्योंकि यह तेजी से बढ़ते क्विक कॉमर्स क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण आगामी IPO का संकेत देती है। निवेशक Zepto की लाभप्रदता हासिल करने और बर्न रेट को कम करने की क्षमता पर बारीकी से नजर रखेंगे, जो इसी तरह के टेक IPOs के लिए भावना और सूचीबद्ध प्रतिस्पर्धियों के मूल्यांकन को प्रभावित कर सकता है। Zepto के IPO की सफलता अन्य भारतीय स्टार्टअप्स के लिए भी मार्ग प्रशस्त कर सकती है। Rating: 8/10।