PhysicsWallah 18 नवंबर को स्टॉक एक्सचेंजों पर डेब्यू करने के लिए तैयार है। ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) में 11% की बढ़ोतरी देखी गई है, लेकिन हाल ही में लिस्ट हुए IPOs के प्रदर्शन और कंपनी के कम सब्सक्रिप्शन डेटा के कारण निवेशकों की भावनाएं सतर्क हैं। बाजार के विशेषज्ञ कंपनी के 'ओवरप्राइस्ड' वैल्यूएशन, उच्च कर्मचारी टर्नओवर (attrition), और ऑफलाइन मॉडल में विस्तार को लेकर चिंताएं जता रहे हैं।
PhysicsWallah का इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) 18 नवंबर को स्टॉक मार्केट में डेब्यू करने वाला है। 17 नवंबर तक, ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) में 11% की वृद्धि देखी गई है, जो एक संभावित मामूली उछाल का संकेत देता है। हालांकि, हाल ही में लिस्ट हुए IPOs के सुस्त प्रदर्शन और कंपनी के अपने कम सब्सक्रिप्शन आंकड़ों के बाद व्यापक बाजार की चिंताओं के बीच यह सकारात्मक संकेत दबा हुआ है।
मार्केट के अनुभवी अरुण केजरीवाल ने IPO को 'ओवरप्राइस्ड' बताया है और चेतावनी दी है कि इसे खरीदने की दीर्घकालिक व्यवहार्यता (long-term viability) भविष्य के तिमाही नतीजों पर निर्भर करेगी। उन्होंने बिजनेस मॉडल को लेकर महत्वपूर्ण चिंताएं उठाई हैं, जिसमें उच्च एट्रिशन रेट (attrition rate) भी शामिल है, जहां लगभग 50% राजस्व स्टाफ और शिक्षकों के वेतन पर खर्च होता है, जिससे दावा किए गए मार्जिन को बनाए रखना मुश्किल हो जाता है। केजरीवाल ने कंपनी के ऑफलाइन, ईंट-और-मोर्टार (brick-and-mortar) कक्षाओं में रणनीतिक निवेश पर भी सवाल उठाया है, जो ऑनलाइन पेशकशों की तुलना में अधिक लागत वाले हैं।
Sandip Sabharwal, Asksandipsabharwal.com से, ने भी इन भावनाओं को दोहराया, यह कहते हुए कि PhysicsWallah का वर्तमान मूल्यांकन 'काफी अधिक' (significantly high) है और वह इस स्तर पर निवेश नहीं कर रहे हैं।
Deven Choksey, मैनेजिंग डायरेक्टर, DRChoksey FinServ, ने बताया कि कंपनी का यूनिक सेलिंग प्रपोजिशन (USP) टेक्नोलॉजी-एनेबल्ड है लेकिन अंततः बदली जाने योग्य (replaceable) है। उनका मानना है कि IPO प्रॉस्पेक्टस में दावा की गई उत्पाद नवाचार (product innovation) उतनी प्रमुख नहीं है। Choksey ने वर्तमान लाभप्रदता (profitability) या नुकसान के आधार पर कंपनी का मूल्यांकन करने के बारे में भी चिंताएं व्यक्त कीं, इस बात पर जोर देते हुए कि राजस्व-आधारित मूल्यांकन (revenue-based valuations) ऐतिहासिक रूप से लिस्टिंग के बाद टिकाऊ नहीं होते हैं।
Sunny Agrawal, हेड ऑफ फंडामेंटल रिसर्च, SBI सिक्योरिटीज, को IPO 'एट पार' (at par) लिस्ट होने की उम्मीद है। उन्होंने ऑफलाइन बिजनेस विस्तार को 'लाभप्रदता पर बोझ' (drag on profitability) बताया और इस सेगमेंट के लिए लाभप्रदता के मार्ग (path to profitability) पर अधिक स्पष्टता की आवश्यकता पर बल दिया।
मुख्य चिंताएं लाभप्रदता बनाए रखने, तेजी से ऑनलाइन-केंद्रित वातावरण में ऑफलाइन कक्षाओं का भविष्य, और समग्र मूल्यांकन के इर्द-गिर्द घूमती हैं। हालिया IPOs का प्रदर्शन भी बाजार की आशंकाओं को बढ़ाता है।
प्रभाव (Impact): यह खबर PhysicsWallah IPO में संभावित निवेशकों को सीधे तौर पर प्रभावित करती है, जो लिस्टिंग-डे की उनकी अपेक्षाओं और दीर्घकालिक निवेश निर्णयों को प्रभावित करती है। विशेषज्ञों द्वारा उठाई गई चिंताएं बढ़ी हुई अस्थिरता या कमजोर लिस्टिंग प्रदर्शन का कारण बन सकती हैं। व्यापक IPO बाजार की भावना भी प्रभावित हो सकती है, खासकर अन्य एडटेक (edtech) या ग्रोथ-स्टेज कंपनियों के लिए।