SEBI/Exchange
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Updated on 07 Nov 2025, 02:12 am
Reviewed By
Aditi Singh | Whalesbook News Team
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सेबी के चेयरमैन तुहिन कांता पांडे ने गुरुवार को स्पष्ट किया कि भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) किसी कंपनी के आरंभिक सार्वजनिक प्रस्ताव (IPO) के दौरान पेश किए जाने वाले शेयरों की कीमतें तय करने में कोई भूमिका नहीं निभाता है। उन्होंने कहा कि मूल्य खोज (price discovery) पूरी तरह से बाज़ार का कार्य है। पांडे मुंबई में भारतीय स्टेट बैंक द्वारा आयोजित एक सम्मेलन में मीडिया से बात कर रहे थे। उन्होंने आगे विस्तार से बताया कि सेबी का जनादेश केवल यह सुनिश्चित करने पर केंद्रित है कि सार्वजनिक बाज़ारों में सूचीबद्ध होने की इच्छुक कंपनियां संभावित निवेशकों को सभी प्रासंगिक जानकारी का व्यापक और पारदर्शी प्रकटीकरण (disclosure) प्रदान करें। यह आधिकारिक रुख हालिया सार्वजनिक चर्चाओं को संबोधित करता है, विशेष रूप से लेंसकार्ट के मूल्यांकन को लेकर सोशल मीडिया पर हुए हंगामे को, जब कंपनी ने अपनी IPO प्रक्रिया शुरू की थी। नियामक की लगातार स्थिति बाजार के मूल्यांकन को निर्देशित करने के बजाय सूचित निवेश निर्णयों को सुविधाजनक बनाने में उसकी भूमिका को रेखांकित करती है।